आजकल वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है और इसका असर सिर्फ हमारे फेफड़ों या दिल पर ही नहीं, बल्कि हमारी स्किन पर भी साफ दिखाई देता है। आपने अक्सर देखा होगा कि कुछ लोग कम उम्र में ही झुर्रियों, डार्क स्पॉट्स और ड्राई स्किन जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। अक्सर हम महंगे क्रीम और सीरम का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन हवा में मौजूद प्रदूषक रोजाना त्वचा को नुकसान पहुंचाते रहते हैं। यही कारण है कि कई लोग अपनी उम्र के मुकाबले ज्यादा बूढ़े दिखते हैं। इस लेख में हम KARA - Dermatology Solutions & Aesthetic Centre की फाउंडर और डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. रश्मि शर्मा से जानेंगे कि क्या खराब हवा से स्किन एजिंग और झुर्रियों का खतरा बढ़ता है और किन सरल तरीकों से आप अपनी त्वचा को स्वस्थ और जवान बनाए रख सकते हैं।
क्या खराब हवा से स्किन एजिंग और झुर्रियों का खतरा बढ़ता है? - Can Poor Air Quality Cause Skin Aging And Wrinkles
खराब हवा में मौजूद सूक्ष्म कण और केमिकल त्वचा की ऊपरी परत में प्रवेश कर सकते हैं। डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. रश्मि शर्मा के अनुसार, ये कण त्वचा में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (oxidative stress) पैदा करते हैं। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस वह प्रक्रिया है जिसमें त्वचा की कोशिकाएं मुक्त कणों (free radicals) से क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। यह प्रक्रिया त्वचा की लोच (elasticity) को घटाती है और समय से पहले झुर्रियों और काले धब्बों का कारण बन सकती है।
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लगातार प्रदूषण के संपर्क में रहने वाली स्किन में नमी की कमी, स्किन की ड्राईनेस, जलन और लालिमा जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ सकती हैं। प्रदूषित हवा स्किन की प्राकृतिक सुरक्षा पर भी असर डालती है। डॉक्टर रश्मि शर्मा के अनुसार, यह त्वचा की बैरियर फंक्शन को कमजोर कर देता है, जिससे त्वचा और भी संवेदनशील हो जाती है।
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प्रदूषण से बचाव के उपाय - Ways to prevent pollution
हवा की क्वालिटी पूरी तरह कंट्रोल करना मुश्किल है, लेकिन कुछ उपायों से स्किन को सुरक्षित रखा जा सकता है।
- सबसे जरूरी है दिन में दो बार त्वचा की सफाई करना, ताकि धूल और प्रदूषक कण हट जाएं।
- एंटीऑक्सीडेंट युक्त क्रीम और सीरम का उपयोग करने से मुक्त कणों से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।
- डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. रश्मि शर्मा बताती हैं कि विटामिन C, विटामिन E और ग्रीन टी जैसे एंटीऑक्सीडेंट युक्त स्किनकेयर प्रोडक्ट्स को रोजमर्रा की दिनचर्या में शामिल किया जाए।
- हरी सब्जियां, फल, नट्स और बीज, जो एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हों, त्वचा की सुरक्षा बढ़ाते हैं।
- पर्याप्त पानी पीना त्वचा की नमी बनाए रखने में मदद करता है।
- इसके साथ ही, धूप और प्रदूषण से बचाव के लिए SPF युक्त सनस्क्रीन का रोजाना उपयोग भी जरूरी है।
निष्कर्ष
डॉक्टर रश्मि शर्मा के अनुसार, ''हवा में प्रदूषण त्वचा के लिए धीरे-धीरे लेकिन निश्चित रूप से नुकसानदायक है। सही स्किनकेयर, बैलेंस डाइट और लाइफस्टाइल से हम इस नुकसान को काफी हद तक कम कर सकते हैं।'' शहरी जीवन में प्रदूषण से पूरी तरह बचना मुश्किल है, लेकिन सही उपाय अपनाकर त्वचा को स्वस्थ और जवान बनाए रखना संभव है।
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FAQ
क्या शहरों में रहने वालों पर स्किन एजिंग का असर ज्यादा होता है?
शहरों की हवा में धूल, धुआं और केमिकल ज्यादा होते हैं। लगातार एक्सपोजर से त्वचा थकी और बेजान हो जाती है।खराब हवा से स्किन को कैसे बचाया जा सकता है?
नियमित क्लींजिंग, मॉइश्चराइजिंग, सनस्क्रीन का इस्तेमाल, मास्क पहनना और एंटीऑक्सीडेंट युक्त डाइट लेना फायदेमंद है।क्या सिर्फ बाहर जाने पर ही स्किन पर प्रदूषण का असर होता है?
घर के अंदर भी एयर क्वालिटी प्रभावित होती है। धुआं, किचन स्मोक और डस्ट भी स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
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Sep 23, 2025 14:34 IST
Published By : Akanksha Tiwari