आपदा अक्सर चुपचाप आती है और मानव जीवन को अस्त-व्यस्त कर देती है। कोरोनावायरस महामारी भी एक वैश्विक आपदा है, जो अचानक चीन के वुहान शहर से आई और लाखों लोगों की जान ले गई! यहां तक कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश भी इस समय असहाय महसूस कर रहे हैं। यह एक पूरी तरह से नया वायरस है यही कारण है कि COVID-19 का इलाज खोजने और विकसित करने में अधिक समय लग रहा है। फिलहाल, बचाव और रोकथाम के तरीके ही मानव जाति को होने वाले नुकसान से बचने का एकमात्र संभव समाधान है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने डायबिटीज, धूम्रपान करने वालों और हृदय रोगियों सहित अतिसंवेदनशील लोगों की सूची जारी की, जिन्हें कि संक्रमण की चपेट में जल्दी आने का खतरा है। लेकिन मोटे लोगों को भी इस घातक वायरस द्वारा लक्षित किया जा सकता है। एक फ्रांसीसी एपिडीमिऑलॅजिस्ट प्रोफेसर जीन-फ्रांस्वा डेलफ्रैसी ने दावा किया है कि मोटे लोग कोरोनोवायरस के साथ-साथ पहले से मौजूद चिकित्सा स्थितियों के प्रति संवेदनशील होते हैं।
मोटापा और कोरोनावायरस
कोरोनावायरस इन दिनों अपने चरम पर है। हम सभी को इस वायरस के हमले से बचाव के लिए सर्तक रहना चाहिए। मोटे लोगों को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है क्योंकि वे COVID-19 जैसे ऑटोइम्यून डिजीज के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं। शोध में पाया गया है कि मोटापा संयुक्त राज्य अमेरिका में बड़े पैमाने पर मृत्यु दर को देखते हुए कोरोनोवायरस का एक संभावित वाहक हो सकता है, जहां आबादी का एक बड़ा हिस्सा अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त है। 25 या अधिक के बीएमआई वाले लोग अधिक जोखिम में हैं। वायरस की संभावना उन मोटे लोगों में अधिक होती है, जिनके पास कोई मौजूदा बीमारी है। यहां मोटे लोगों के लिए कुछ बचाव के टिप्स हैं:
- सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण बात है कि आप घर के अंदर रहें।
- अगर आप थोड़ी देर के लिए भी बाहर जा रहे हैं, तो मास्क पहनें।
- स्वस्थ खाएं और सक्रिय रहने की कोशिश करें।
- घर पर व्यायाम करें और गतिहीन जीवन जीने से बचें।
- इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ और विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं।
- हैंडवॉश करें, जिसमें आप पानी और साबुन या फिर अल्कोहल-बेस्ड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
यदि आप अपने स्वास्थ्य को लेकर किसी भी परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो तुरंत अपने डाक्टर से सलाह लें। कोई भी समस्या लापरवाही के कारण बड़ी समस्या में बदल सकती है। इसलिए, आपको सक्रिय रहना चाहिए।
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अन्य खतरे
डब्लूएचओ की रिपोर्टों के अनुसार, जिन लोगों को कोई लंबी बीमारी या कोई गंभीर बीमारी जैसे- डायबिटीज, दिल की कोई बीमारी, श्वसन संबंधी समस्याएं आदि हैं, उनमें कोरोनावायरस की चपेट में आने का खतरा अधिक है। इसलिए बेहतर है कि आप सुरक्षित रहने की कोशिश करें, आइए यहां अन्य संभावित जोखिम कारक आपको बताते हैं।
उम्र
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि बुजुर्गों को कोरोनोवायरस का अधिक खतरा है। COVID-19 के डेटा से पता चलता है कि प्रभावित लोगों में एक बड़ी संख्या वृद्ध या वरिष्ठ नागरिकों की है। इसके पीछे कई संभावित कारण हैं, जिनमें उनकी कमजोर प्रतिरक्षा, बीमारियों के प्रति संवेदनशीलता, पहले से मौजूद बीमारियां आदि शामिल हैं। यही कारण है कि इस वायरस को पकड़ने के बाद उनके लिए इससे लड़ पाना मुश्किल हो जाता है। इस प्रकार, रोकथाम इलाज से बेहतर है। साथ ही, उनके परिवार के सदस्यों को इस महामारी यानि कोरोना वायरस की गंभीरता के बारे में जानने और समझने की जरूरत है। घर के सदस्यों की जिम्मेदारी है कि वह घर के बुजुर्गों का ध्यान रखें।
- कोरोना वायरस से बचाव के टिप्स
- अपनी डाइट को बदलें और उसमें इम्युनिटी बूस्टर खाद्य पदार्थों का सेवन शामिल करें।
- प्रोसेस्ड या पैकेट बंद खाने के सेवन से बचें।
- मीठे और वसायुक्त खाने के सेवन को कम करें।
- हेल्थ चेकअप के लिए अपने डॉक्टर से नियमित जांच कराएं। इससे यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि आपको क्या कोई समस्या तो नहीं है।
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- सक्रिय रहें और घर के अंदर या बालकनी में वॉकिंग करें।
- मास्क पहनना न भूलें।
- हर 20 मिनट में हैंडवॉश करें, घर से बाहर हैं, तो अल्कोहल-बेस्ड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
- अच्छी नींद लें।
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