Can Inflammation Cause Cancer In Hindi: इंफ्लेमेशन यानी अंदरूनी सूजन। शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन हो सकती है। इसके पीछे कई तरह के कारण जिम्मेदार होते हैं, जैसे चोट लगना, संक्रमण या कोई बीमारी होना। अमूमन यह समस्या कुछ समय बाद अपने आप ठीक भी हो जाती है। लेकिन, अगर ऐसा न हो, तो इसको लेकर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। इसके बजाय, इंफ्लेमेशन के लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इंफ्लेमेशन के लक्षण तौर पर सूजन, रेडनेस, शरीर की कार्यप्रणाली बाधित होना, थकान और दर्द आदि। बहरहाल, कई बार यह भी सुनने में आता है कि इंफ्लेमेशन होने के कारण कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकती है। सवाल है, क्या वाकई ऐसा होता है? आइए, जानते हैं इस बारे में डॉ. अनिल ठाकवानी, सीनियर कंसल्टेंट एंड एचओडी, डिपार्टमेंट ऑफ रेडिएशन ओंकोलॉजी, शारदा केयर, हेल्थ सिटी एंड शारदा हॉस्पिटल का क्या कहना है।
क्या इंफ्लेमेशन के कारण कैंसर हो सकता है?- Does Inflammation Cause Cancer In Hindi
इंफ्लेमेशन के कारण कई तरह की समस्या हो सकती है, जिसका जिक्र हमने कुछ देर पहले ही किया है। जहां तक सवाल इस बात का है कि क्या वाकई इंफ्लेमेशन के कारण कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है, इस संबंध में नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट में प्रकाशित एक रिपोर्ट की मानें, तो जब चोट लग जाती है, तो उससे रिकवरी होने पर बॉडी में इंफ्लेमेशन हो जाती है। यह एक तरह का बॉडी रेस्पॉन्स होता है। असल में, अंदरूनी सूजन तब होती है, जब डैमेज्ड टिश्यू में से खास किस्म का केमिकल रिलीज होता है। रिपोर्ट में यह बात भी कही गई है कि इंफ्लेमेशन होने पर यह अपने आप कुछ समय बाद ठीक हो जानी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है, तो यह सह नहीं है। हालांकि, कई बार क्रॉनिक इंफ्लेमेशन की वजह से डीएनए क्षतिग्रस्त हो सकती है, जिससे कैंसर हो सकता है। इसका मतलब है कि अगर कि अगर लंबे समय से किसी तरह के इंफ्लेमेशन से गुजर रहे हैं, तो ट्रीटमेंट न करवाने पर वह कैंसर में तब्दील हो सकता है।
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अंदरूनी सूजन के कारण से कैंसर के रिस्क को कैसे कम करें?- Tips To Reduce Cancer Risk Due To Inflammation In Hindi
कैंसर सेंटर की मानें, तो अंदरूनी सूजन के कई कारणों को आप नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं और न ही उन्हें रोक सकते हैं। इसमें जेनेटिक म्यूटेशन और एन्वायरमेंटल फैक्टर शामिल हैं। लेकिन, कुछ चीजों को आप अपनी नियंत्रण में करके इंफ्लेमेशन को कैंसर में बदलने से रोक सकते हैं, जैसे-
तनाव कम लेंः तनाव एक प्राकृतिक बॉडी रेस्पॉन्स होता है। लेकिन, अगर आप अक्सर तनाव में रहते हैं, तो इसकी वजह से कई तरह की समस्याएं ट्रिगर हो जाती हैं। यह कैंसर के जोखिम को भी बढ़ाता है और इंफ्लेमेशन की रिकवरी में भी अधिक समय लगता है। इसलिए, तनाव के स्तर को मैनेज करने की कोशिश करें।
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हेल्दी डाइट लेंः हेल्दी डाइट लेना भी बहुत जरूरी है। हेल्दी डाइट आपको हर तरह की बीमारी और समस्याओं को बचाने में मददगार साबित होती है। हेल्दी डाइट में पोषक तत्वों से भरपूर फल और सब्जियां शामिल होती हैं। इससे किसी भी तरह के इंफ्लेमेशन से रिकवरी में सहायता मिलती है।
वजन को नियंत्रण में रखेंः वेट मैनेजमेंट हमारी हेल्दी लाइफ के लिए बहुत जरूरी है। विशेषज्ञों की मानें, तो मोटापा अपने आप में कई तरह की बीमारियों का कारण बनता है। जैसे डायबिटीज, थायराइड आदि। इस तरह की समस्याएं अक्सर इंफ्लेमेशन को ट्रिगर कर सकती है। ऐसा आपके साथ न हो, इसके लिए आवश्यक है कि वजन को कंट्रोल में रखें।
शराब और धूम्रपान से दूर रहेंः स्मोकिंग अकेले तरह-तरह के कैंसर का कारण बनती है। वहीं, शराब भी हमारे ऑर्गन को खराब करने में अहम भूमिका निभाता है। इसलिए, इस तरह की बुरी आदतों से दूर रहें और कैंसर के रिस्क को कम करें।