शरीर में फ्री रेडिकल्स की वजह से पड़ने वाले दुष्प्रभाव कैंसर का कारण बन सकते हैं। शरीर में कई तरह के कैंसर होते हैं, जिनका समय रहते इलाज न किया जाए तो वह जानलेवा साबित हो सकता है। हर साल लाखों महिलाएं ब्रेस्ट में होने वाले बदलावों की वजह से कैंसर का शिकार हो जाती है। दरअसल, ब्रेस्ट में होने वाले हल्के लक्षणों पर महिलाएं ज्यादा ध्यान नहीं देती हैं, जो आगे चलकर कैंसर का रूप धारण कर लेता है। इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर एक दुर्लभ समस्या है, लेकिन यह तेजी से फैलती है। इस समस्या में कैंसर की कोशिकाएं स्तन की त्वचा में लिम्फ (लसीका) वाहिकाओं को ब्लॉक कर देती है, इससे सूजन संबंधी ब्रेस्ट कैंसर का रूप धारण कर लेता है। इसे ही इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर कहा जाता है। इस स्थिति में ब्रेस्ट में सूजन और उसमें लालिमा आ जाती है। आगे अंकुरा अस्पताल पुणे की सीनियर कंसल्टेंट और स्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मधुलिका सिंह से जानते हैं कि इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और कारण क्या होते हैं।
इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर के क्या कारण होते हैं? - Causes Of Inflammatory Breast Cancer in Hindi
हेल्थलाइन के अनुसार इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर के मुख्य कारणों के बारे में फिलहाल पता नहीं लगाया गया है। अन्य कैंसर की तरह ही इसका कारण भी आनुवांशिक परिवर्तनों ही माना जाता है। इसके अलावा भी इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर के कुछ अन्य कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। इन कारकों को आगे बताया गया है। जैसे -
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- अभिभावक या माता-पिता में किसी को पहले कैंसर की समस्या हुई हो,
- कोशिकाएं विभाजन के समय किसी तरह की अनियमितताएं होना,
- इंवायरोमेंटल परिवर्तनों के चलते डीएनए डैमेज होना,
- इसके अलावा, जीन में बदलाव की वजह से भी कैंसर की समस्या हो सकती है। इस तरह के बदलाव में कोशिकाओं का अनियंत्रित हो सकती हैं।
आईबीसी में, स्तन नलिकाओं या लोबूल में कोशिकाएं तेजी से बढ़ने और विभाजित होने लगती हैं। जैसे ही कैंसर कोशिकाएं बढ़ती हैं, वे स्तन की त्वचा में लसीका वाहिकाओं (लिम्फ वैसेल) को अवरुद्ध कर देती हैं। इससे आईबीसी से जुड़ी लालिमा, सूजन और डिंपल हो जाते हैं।
इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर में किस तरह के लक्षण महसूस होते हैं? - Symptoms Of Inflammatory Breast Cancer in Hindi
इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण कुछ सप्ताह या महिनों में भी दिखाई दे सकते हैं। इस रोग में स्तनों में गांठ बनने में देरी भी हो सकती है। इस दौरान महिलाओं को आगे बताए लक्षण महसूस हो सकते हैं।
स्तनोंं में दर्द
स्तनों में होने वाले बदलाव के चलते महिलाओं को दर्द की समस्या हो सकती है। इस तरह के कैंसर में स्तनों के आकार में बदलाव आ सकता है। ऐसे में महिलाओं के स्तनों में सूजन भी रहती है। जिसकी वजह से पेट के बल लेटने पर सीने में दर्द होने लगता है। इसके साथ ही, निप्पल के आसपास खुजली लग सकती है।
स्किन डिंपलिंग
इस दौरान सूजन की वजह से महिलाओं के स्तनों की त्वचा में अलग तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। इस स्थिति में स्किन संतरे के छिलके की तरह हो जाती है, इस स्थिति को स्किन डिंपलिंग कहते हैं।
स्तनों के आकार में बदलाव
इस स्थिति में स्तनों में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से उनका आकार बढ़ा लगने लगता है। साथ ही, स्तनों के निप्पल के आकार में भी बदलाव महसूस होने लगता है।
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स्तनों में होने वाले बदलावों को आप नजरअंदाज न करें। यह छोटे-छोटे बदलाव समस्या का कारण बन सकते हैं। बदलाव होने पर आप तुंरत डॉक्टर से मिलकर तुरंत कैंसर की जांच कराएं।