दुनियाभर की महिलाओं के लिए ब्रेस्ट कैंसर एक खतरनाक बीमारी के रूप जाना जाता है। जानकारी के अनुसार महिलाओं की मृत्यु का यह एक बड़ा कारण माना जाता है। जब महिलाओं के शरीर में कोशिकाओं में असामान्य परिवर्तन होने लगता है, तो यह कैंसर का रूप धारण कर सकता है। यदि किसी महिला के परिवारा में पहले किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ हो, जीन्स में बदलाव, रेडिएशन, खराब लाइफस्टाइल, मोटापा, शराब व धूम्रपान आदि कुछ ऐसे कारण हो सकते हैं, जिनकी वजह से महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है। इस दौरान महिलाओं को ब्रेस्ट में गांठ, स्तनों में सूजन, जलन, निप्पल में लालिमा और छूने में दर्द होना, ब्रेस्ट के आकार में बदलाव व स्तनों को छूने में दर्द की समस्या हो सकती है। लेकिन, कई रिसर्च ये बताती हैं कि मसाज से काफी हद तक ब्रेस्ट कैंसर बचाव किया जा सकता है। आगे स्री रोग विशेषज्ञ डॉ. दिव्या बंसल से जानते हैं कि मसाज से ब्रेस्ट कैंसर से कैसे बचाव हो सकता है।
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के लिए मसाज के फायदे - Breast Massage Benefits To Prevent Breast Cancer in Hindi
शरीर के रोगों को दूर करने और इम्यूनिटी को बेहतर करने के लिए सदियों से मसाज की जा रही हैं। इससे स्तनों के विकार को दूर करने में मदद मिलती है। आगे जानते हैं इसके फायदे।
ब्लड सर्कुलेशन
ब्रेस्ट मसाज से ब्रेस्ट के टिश्यू में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर किया जा सकता है। जो ब्रेस्ट हेल्थ के लिए उपयोगी होता है। सेलुलर असामनताओ को कम करने के लिए ब्लड सर्कुलेशन होना बेहद आवश्यक होता है।
लिम्फेटिक फ्लो में सुधार होना
लिम्फेटिक प्रणाली इम्यून सिस्टम को बेहतर करने का कार्य करती है। दरअसल, यह शरीर के विषाक्त और टॉक्सिन पदार्थों को बाहर करने में मदद करती है। ब्रेस्ट मसाज से लिम्फ नोड स्टिम्यूलेट होते हैं, जिससे शरीर के हानिकारक पदार्थों को नष्ट करने में मदद मिलती हैं, यह हानिकारक पदार्थ कैंसर का कारण बन सकते हैं।
तनाव में कमी
यदि ब्रेस्ट में तनाव लंबे समय से हैं, तो यह आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकता है। जिससे शरीर कैंसर जैसी बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। स्तन की मालिश तनाव कम करके ब्रेस्ट को हेल्दी बनाता है।
ब्रेस्ट में होने वाले बदलाव की जांच
ब्रेस्ट की मसाज करने से आपको स्तनों में होने वाले बदलावों का समय रहते पता चल जाता है। यदि आपको इस दौरान कोई लक्षण ब्रेस्ट कैंसर की ओर संकेत करते हुए महसूस होते हैं, तो ऐसे में आप डॉक्टर से मिल शुरुआती दौर में ही इलाज करा सकती हैं।
दर्द को कम करें
स्तनों की सूजन को दूर करने के लिए आप हल्के हाथों से मसाज कर सकती हैं। इससे कुछ ही दिनों में आपको दर्द में आराम मिलने लगता है। मसाज के लिए आप हल्के गुनगुने तेल का उपयोग करें। इससे मांसपेशियों का तनाव कम होता है और दर्द दूर होता है।
कैंसर से बचाव के लिए स्तनों की मालिश कैसे करें? How To Massage To Prevent Breast Cancer In Hindi
ब्रेस्ट के बदलाव से बचाव के लिए एक स्वस्थ महिला को हर दो दिन में प्रत्येक स्तन की गोलाकार गति से मसाज कर सकती हैं। इसके लिए वह पहले क्लॉकवाइस फिर एंटी क्लॉकवाइस सर्कुलर मोशन में मसाज कर सकती हैं। मालिश के लिए सरसों, नारियल या जैतून के तेल का उपयोग किया जा सकता है। मालिश से पहले तेल को हल्का गुनगुना करें। एक स्तन पर मसाज करने के बाद दूसरे स्तन पर मसाज करनी चाहिए। इससे टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और सर्कुलेशन बेहतर होता है। इससे कैंसर से भी बचाव हो सकता है।
इसे भी पढ़ें : क्या अंडरआर्म में गांठ बनना ब्रेस्ट कैंसर का संकेत होता है? डॉक्टर से जानें
ब्रेस्ट कैंसर एक गंभीर बीमारी है इसके लक्षणों को नजरअंदाज न करें। अगर, ब्रेस्ट में लंबे समय से दर्द या सूजन बनी हुई है, तो नजदीकी डॉक्टर से अवश्य मिलें। कैंसर को शुरुआती दौर में ठीक किया जा सकता है।