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सर्वाइकल कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय, होगा बचाव

Tips To Prevent Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए आप कुछ उपायों को अपना सकती हैं। आगे जानते हैं इस बारे में   
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सर्वाइकल कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय, होगा बचाव

Tips To Prevent Cervical Cancer: महिलाओं में होने वाले कैंसर में सर्वाइकल कैंसर एक मुख्य रूप का कैंसर माना जाता है। हर वर्ष हजारों महिलाएं सर्वाइकल कैंसर का शिकार हो जाती हैं। दरअसल, इससे बचाव के प्रति सही जानकारी न होने के कारण यह रोग महिलाओं के शरीर में शुरु हो जाता है। सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के गर्भाशय यानी यूट्रेस के निचले हिस्से से जुड़ा एक गंभीर रूप का कैंसर है। यह गर्भाशय के निचले हिस्से से शुरु होता है और कुछ समय के बाद गर्भाशय के ऊपरी हिस्से और अन्य अंगों तक भी फैल सकता है। सर्वाइकल के अधिकतर मामले ह्यूमन पैपिलोमा वायरस की वजह से होते हैं। डॉक्टरों के अनुसार यदि सर्वाइकल कैंसर (बच्चेदानी के मुंह का कैंसर) की पहचान समय पर की जाए तो इसका आसानी से इलाज किया जा सकता है। लेकिन, कई बार सही जानकारी के आभाव में महिलाओं के लिए यह कैंसर जानलेवा बन सकता है। आगे सीनियर गायनाक्लोजिस्ट डॉक्टर विभा बंसल के अनुसार यदि आप समय पर इसके पहचान कर लेते हैं तो इससे जुड़े जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। साथ ही, आप बचाव के उपायों को अपनाकर सर्वाइकल कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं। 

सर्वाइकल कैंसर से बचाव के उपाय - Tips To Prevent Cervical Cancer In Hindi 

सर्वाइकल कैंसर के मुख्य कारणों में आप ह्यून पैपिलोमा वायरस (HPV) को शामिल कर सकते हैं। इस वायरस के कई प्रकार होते हैं। माना जाता है कि इस वायरस  के करीब तीस फीसदी प्रकार प्रजनन क्षेत्र को प्रभावित कर सकते हैं। आगे जानते हैं सर्वाइकल कैंसर से बचाव के उपाय- 

एचपीवी वैक्सीनेशन 

ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) को  सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण माना जाता है। एचपीवी से बचने के लिए वैक्सीनेशन करा सकते हैं। एचपीवी वैक्सीनेशन यौन गतिविधियों में शामिल होने से पहले ही लिया जाना चाहिए। इसे लगाने का सही समय किशोरावस्था माना जाता है।  

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सुरक्षित यौन संबंध बनाना

सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए सुरक्षित यौन संबंध स्थापित करना बेहद आवश्यक होता है। इससे एचपीवी और यौन संचारित संक्रमण होने का खतरा कम हो जाता है। इससे सर्वाइकल से जुड़े रोग को कम कम करने में मदद मिलता है।

नियमित रूप से कराएं जांच 

सर्वाइकल कैंसर की जांच पैप स्मीयर के माध्यम से की जाती है। एचपीवी जांच के साथ इसमें सर्वाइकल सेल्स में होने वाली असामान्यताओं का पता लगाया जाता है। इस जांच से सर्वाइकल कैंसर की समय पर पहचान करने में मदद मिलती है। जिससे कैंसर का इलाज करने में मदद मिलती है। 

धूम्रपान न करें 

धूम्रपान को सर्वाइकल कैंसर के बढ़ते खतरे से संबंधित माना जाता है। धूम्रपान छोड़ने से सेहत की कई समस्याओं से बचाव किया जा सकता है। साथ ही, सर्वाइकल कैंसर की कोशिकाओं में होने वाली गंभीरता को कम करने में सहायक होते हैं। धूम्रपान   कम करने से इलाज तेजी से किया जा सकता है। 

डाइट में करें बदलाव

फलों, सब्जियों और साबुत अनाज को डाइट में शामिल करने से सर्वाइकल कैंसर के जोखिम के कम किया जा सकता है। इन चीजों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट और पोषक तत्व इम्यून सिस्टम मजबूत करने में मदद करते हैं। साथ ही, सेल्स में होने वाले बदलावों को रोकने में सहायक होते हैं। 

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सर्वाइकल या प्रजनन अंग से जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए महिलाओं को लाइफस्टाइल में बदलाव करने की आवश्यकता होती है। ऐसे में डॉक्टर को यौन गतिविधियों में शामिल होते समय कुछ सावधानी बरतने के सलाह दे सकते हैं। यदि, आपको प्रजनन अंगों या पेट के निचले हिस्से में दर्द महसूस हो रहा है तो इसे नजरअंदाजन करें, ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

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