शरीर में कई बार आपने गांठ बनती हुई महसूस की होगी। शरीर के विभिन्न अंगों में बनने वाली गांठ कई बार अपने आप ही ठीक हो जाती है। जबकि, कई बार इसका इलाज कराने की आवश्यकता होती है। एक्सपर्ट की मानें तो यह महिलाओं में कई बार गंभीर रोग का कारण बन सकती हैं।अंडरआर्म में गांठ ब्रेस्ट में होने वाले बदलावों व कैंसर की ओर भी संकेत करती है। यह गांठ आपको हाथ लगाने पर महसूस हो सकती है और हाथों के मूवमेंट में आपको परेशानी का कारण बन सकती है। अगर, आपके बगल में बनी गांठ की वजह से आपको हाथ हिलाने में दर्द हो रहा है, तो यह एक बड़ी परेशानी का कारण हो सकता है। ऐसे में आप डॉक्टर की सलाह लें। साथ ही, कैंसर से जुड़े कुछ टेस्ट भी कराएं, ताकि इस गांठ के गंभीरता के बारे में सही और सटीक जानकारी मिल पाए। साईं पॉलीक्लीनिक की वरिष्ठ स्री रोग विशेषज्ञ विभा बंसल ने बताया कि शरीर में बनने वाली गांठ कैंसर का लक्षण हो सकती है। लेकिन, इसकी पुष्टि के लिए कुछ जरूरी टेस्ट करने होते हैं।
अंडरआर्म में गांठ क्यों बनती है? What Is an Armpit Lump?
कुछ महिलाओं के बगल (अंडरआर्म) में गांठ बन जाती है। इस गांठ का आकार, बनावट और बढ़ने की तीव्रता अलग-अलग हो सकती है। इस गांठ में आपको दर्द भी महसूस हो सकता है। ज्यादातर मामलों में अंडरआर्म में लिम्फ नोड में सूजन के कारण गांठ बन जाती है। यह गांठ शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। दरअसल, लिम्फ नोड आपके अंडरआर्म और शरीर के अन्य हिस्सों में होते हैं। कई बार इंफेक्शन को दूर करने के लिए इम्यून सेल्स बनाने के दौरान इनमें सूजन आ जाती है। इस गांठ का आम कारण होता है शरीर में किसी तरह का इंफेक्शन होना। इंफेक्शन के अलावा, लिम्फ नोड में चोट के कारण, ऑटो इम्यून डिसऑर्डर, ब्रेस्ट कैंसर, ल्यूकेमिया कैंसर, हॉजकिन लिंफोमा, दवाओं का एलर्जिक रिएक्शन आदि की वजह से ही गांठ बन सकती है।
क्या अंडरआर्म में गांठ ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण हो सकती है? Is an Armpit Lump a Symptom of Breast Cancer?
डॉक्टर्स के मुताबिक अंडरआर्म में गांठ ब्रेस्ट कैंसर की ओर संकेत कर सकती है। आगे जानते हैं इनके बारे में।
कैंसर लिम्फ नोड तक फैलना
ट्यूमर ब्रेस्ट के टिश्यू से शुरू हो सकता है। ब्रेस्ट ट्यूमर आमतौर पर अंडरआर्म की ओर बढ़ते हैं। क्योंकि एक्सिलरी यानी अंडरआर्म लिम्फ नोड्स ब्रेस्ट के बेहद करीब होते हैं, तो ऐसे में शरीर के अन्य हिस्सों की अपेक्षा यह लिम्फ नोड्स को पहले प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में लिम्फ नोड्स कैंसर के सेल्स को नष्ट करने के लिए इम्यूनिटी बनाते हैं। जिस प्रक्रिया में उनमें सूजन हो सकती है। इस तरह यह ब्रेस्ट कैंसर की ओर संकेत कर सकता है।
ब्रेस्ट के सहायक टिश्यू पर ट्यूमर बनना
अंडरआर्म के सहायक टिश्यू पर ट्यूमर हो सकता है। जब यह ट्यूमर कैंसर में बदलने लगता है, तो इससे उसका आकार बढ़ने लगता है। ऐसे में अंडरआर्म के सहायक टिश्यू भी प्रभावित हो सकते हैं।
स्पेंस की एक्सिलरी टेल में ट्यूमर बनना
सीने के ऊपरी हिस्से और अंडरआर्म के पास जब ट्यूमर बनने लगता है। तो यह अंडरऑर्म तक बढ़ सकता है। ऐसे में स्तन ग्रंथि को छोटा करता है। इस हिस्से में टिश्यू और लिम्फ नोड्स होते हैं। ऐसे में अंडरआर्म तक कैंसर के लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
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कैंसर की पहचान होने के बाद डॉक्टर कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्मोन थेरेपी, दवाएं, सर्जरी से ट्यूमर को हटाना और सर्जरी के द्वारा एक्सिलरी लिम्फ नोड का कुछ हिस्सा हटाया जा सकता है। इसलिए अंडरआर्म में गांठ बनने पर आप तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और उसका इलाज शुरू कराएं