सिरदर्द एक ऐसी समस्या है जिससे लगभग हर व्यक्ति जीवन में कभी न कभी जूझता है। सामान्य परिस्थितियों में यह थकान, तनाव, नींद की कमी, डिहाइड्रेशन या लंबे समय तक स्क्रीन पर काम करने जैसी वजहों से होता है। कई बार सर्दी-जुकाम, साइनस या माइग्रेन जैसी स्थितियां भी सिरदर्द का कारण बनती हैं। ऐसे मामलों में यह आमतौर पर दवाइयों या आराम करने से ठीक हो जाता है और ज्यादा गंभीर नहीं माना जाता। लेकिन जब सिरदर्द बार-बार हो, लगातार बना रहे और सामान्य इलाज से भी ठीक न हो, तो यह चिंता का विषय बन जाता है। यही कारण है कि अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या लगातार सिरदर्द होना ब्रेन ट्यूमर या कैंसर का संकेत हो सकता है। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने, नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग की एसोसिएट कंसल्टेंट डॉ. नीतू पांडे (Dr. Neetu Pandey, Associate Consultant, Radiation Oncology, Fortis Hospital, Noida) से बात की-
लगातार सिर दर्द क्या कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है? Can Constant Headache Cancer Sign
डॉ. नीतू पांडे बताते हैं कि ब्रेन ट्यूमर या कैंसर के मरीजों में सिरदर्द एक आम लक्षण हो सकता है, लेकिन यह अकेला लक्षण नहीं होता। डॉक्टर के अनुसार, केवल सिरदर्द होना कैंसर का संकेत नहीं है। कैंसर से जुड़ा सिरदर्द आमतौर पर लगातार बढ़ता है और दवाइयों से ठीक नहीं होता। यह ज्यादातर सुबह के समय ज्यादा महसूस होता है और इसके साथ उल्टी, धुंधला दिखाई देना, बोलने या चलने में कठिनाई जैसे लक्षण भी जुड़ सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: कैंसर का जोखिम बढ़ा सकते हैं ये 4 इंफेक्शन, बिलकुल न करें नजरअंदाज
अधिकांश मामलों में सिरदर्द का संबंध लाइफस्टाइल से होता है। लंबे समय तक लैपटॉप या मोबाइल स्क्रीन पर काम करना, पर्याप्त नींद न लेना, मानसिक तनाव, डिहाइड्रेशन और आंखों की कमजोरी इसके कारण हो सकते हैं। कई बार माइग्रेन या साइनस जैसी स्थितियां भी बार-बार सिरदर्द का कारण बनती हैं। ऐसे मामलों में यह कोई गंभीर बीमारी का संकेत नहीं होता।
इसे भी पढ़ें: क्या आप ब्लड कैंसर से जुड़े इन मिथकों पर करते हैं भरोसा? जानें डॉक्टर से सच्चाई
किन लक्षणों को हल्के में न लें
- लगातार और हर दिन बढ़ता हुआ सिरदर्द
- सिरदर्द के साथ उल्टी या जी मिचलाना
- आंखों में धुंधलापन या डबल विजन
- शरीर के किसी हिस्से में कमजोरी या सुन्नपन
- अचानक बोलने या समझने में कठिनाई
- दौरे (Seizures) पड़ना
कब जरूरी है डॉक्टर को दिखाना
अगर सिरदर्द हफ्तों तक लगातार बना रहता है, रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करता है और सामान्य पेनकिलर दवाओं से भी ठीक नहीं होता, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। डॉक्टर न्यूरोलॉजिकल जांच, MRI या CT स्कैन के जरिए पता लगा सकते हैं कि इसके पीछे कोई गंभीर कारण है या नहीं।
निष्कर्ष
बार-बार सिरदर्द होना आम समस्या है और ज्यादातर मामलों में यह तनाव, माइग्रेन या लाइफस्टाइल से जुड़ा होता है। हालांकि, अगर यह लगातार और गंभीर हो, दवाओं से ठीक न हो और अन्य न्यूरोलॉजिकल लक्षणों के साथ दिखे, तो यह ब्रेन ट्यूमर या कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। इसलिए लगातार सिरदर्द को हल्के में न लें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से समय पर परामर्श जरूर लें। सही जांच और उपचार से गंभीर बीमारियों का समय रहते पता लगाया जा सकता है और इलाज संभव हो सकता है।
All Images Credit- Freepik
FAQ
ब्रेन ट्यूमर से होने वाले सिरदर्द की पहचान कैसे करें?
यह सिरदर्द सुबह ज्यादा होता है, समय के साथ बढ़ता जाता है और उल्टी, धुंधला दिखना, बोलने या चलने में कठिनाई जैसे लक्षणों के साथ होता है।कब सिरदर्द के लिए डॉक्टर से मिलना जरूरी है?
अगर सिरदर्द लगातार बना रहे, दवा से भी आराम न मिले, या इसके साथ उल्टी, दृष्टि संबंधी समस्या और शरीर में कमजोरी हो तो तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें।सिरदर्द से बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
पर्याप्त नींद लेना, तनाव कम करना, बैलेंस डाइट, स्क्रीन टाइम सीमित करना और पानी का सेवन, साथ ही नियमित योग और एक्सरसाइज सिरदर्द को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।