बच्चे हों या बड़े चश्मा हरेक की लाइफ का एक हिस्सा बनता जा रहा है। चश्मा चढ़ने के कई कारण हैं। जिनमें से आज का लाइफस्टाइल मुख्य रोल निभा रहा है। देर रात तक जागना, हर समय इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के सामने बैठे रहना और आंखों को रेस्ट न देना भी चश्मा लगने के कारणों में शामिल हैं। हर व्यक्ति चश्मे से राहत पाना चाहता है। वैसे तो चश्मों से राहत पाने का मुख्य तरीका तो एक ही है और वह है सर्जरी। लेकिन अगर आप आंखों की एक्सरसाइज या योग करते हैं तो उनसे भी आपको लाभ मिल सकता है।
क्या आंखों की एक्सरसाइज करने से सर्जरी जैसे नतीजे मिल सकते हैं?
अगर साधारण उत्तर दें तो नहीं। एक्सरसाइज और योग करना किसी भी तरह सर्जरी या फिर लेंस को रिप्लेस नहीं कर सकता। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एक्सरसाइज करने या आंखों को किसी भी तरह से घुमाना फिराना उनकी शेप और पावर को नहीं बदल सकता। बहुत से लोग आई एक्सरसाइज को गाइड करने के बहाने लोगों से पैसा भी कमाते हैं लेकिन आंखों को ठीक करना इस तरीके से प्रभावी नहीं है।
तो क्या आपको आंखों की एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए?
सबसे पहले आपको आंखों पर चश्मा चढ़ने का कारण पता होना चाहिए। अगर आपको अनुवांशिक कारणों से चश्मा चढ़ा है तो इस कारण चश्मा नहीं उतर सकता। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि आपको एक्सरसाइज करनी ही नहीं चाहिए या फिर इनका कोई प्रयोग ही नहीं होता है। एक्सरसाइज करने से लंबे समय तक किए गए काम से होने वाली थकान मिट जाती है। इससे स्ट्रेस से भी राहत मिलती है और एक रिलैक्स भी महसूस होता है। अगर आप चश्मों के साथ थकान महसूस करते हैं तो यह एक्सरसाइज आपके काफी काम आ सकती हैं।
इसे भी पढ़ें : पुरुषों में पेट दर्द के पीछे हो सकते हैं ये 8 कारण, जानें कब जरूरी है डॉक्टर को दिखाना
आंखों के लिए कुछ बेसिक एक्सरसाइज
1. पलक झपकाना
ब्लिकिंग यानी पलक झपकाना भी कई तकनीक होती हैं और अगर आप लंबे समय तक कंप्यूटर या फोन के सामने बैठे रहते हैं तो यह एक्सरसाइज आपकी काफी मदद कर सकती हैं। इस एक्सरसाइज से आपकी आंखों को जरुरत के हिसाब से रेस्ट मिलता है और इससे आंखों को लुब्रिकेशन भी मिलती है। इस प्रकार यह आंखों के स्ट्रेस और स्ट्रेन को कम करने में मदद करती है। रोजाना दो मिनट के लिए ब्लिंक करना काफी अच्छा रहता है।
2. सर्कुलर आई मूवमेंट
इस एक्सरसाइज में आपको अपने सामने यह महसूस करना होता है कि कोई 8 नंबर का अक्षर है। आपको अब अपनी आंखों को इसकी शेप के अनुसार ट्रेस करने की कोशिश करते रहना है। यह प्रक्रिया हर 5 से 3 मिनट दोहरानी है।
इसे भी पढ़ें : फलों व सब्जियों पर मौजूद कीटनाशक (पेस्टिसाइड्स) का आपकी सेहत पर कैसे पड़ता है बुरा असर? बता रहे हैं एक्सपर्ट
3.साइड टू साइड मूवमेंट
अगर आप आंखों को एक साइड से दूसरी साइड घुमाते रहते हैं तो यह भी आंखों के लिए काफी रिलैक्सिंग होता है। आपको अपनी आंखों से 6 से 8 फीट दूर रखी चीज की ओर देखने की कोशिश करते रहना है। आप को 3 से 5 मिनट तक ऐसा करते रहना है और इसके बाद इस गति को उल्टा कर दें।
क्या योग भी एक्सरसाइज के समान नतीजे देता है?
एक्सरसाइज करने की बजाए आप आई योग भी कर सकते हैं और आपको नतीजे भी एक जैसे मिलेंगे। लेकिन योग आपको एक ट्रेंड गुरु की निगरानी में ही करना चाहिए। तो, अगर आप आंखों के चश्मे से निजात पाना चाहते हैं तो सर्जरी का सहारा लें। लेकिन अगर आंखों को स्वस्थ और रिलैक्स रखना चाहते हैं तो आई योग और एक्सरसाइज भी कर सकते हैं।
all images credit: freepik