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क्या ज्यादा स्क्रीन टाइम से बढ़ सकता है बच्चों में मोटापे का खतरा? जानें डॉक्टर से

आजकल ज्यादातर बच्चे फोन पर निर्भर हो जाते हैं, जिससे उन्हें मानसिक और शारीरिक नुकसान हो सकते हैं। डॉक्टर से जानते हैं कि क्या ज्यादा स्क्रीन टाइम से बच्चों में मोटापे का खतरा बढ़ सकता है? 
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क्या ज्यादा स्क्रीन टाइम से बढ़ सकता है बच्चों में मोटापे का खतरा? जानें डॉक्टर से

Screen Time Risk of Obesity in Kids: आजकल बच्चों का वजन बढ़ता जा रहा है और यह एक महामारी की तरह फैल रहा है। दरअसल, बच्चे ज्यादातर समय फोन पर बिता रहे हैं या फिर यूं कहें बच्चों का स्क्रीन टाइम बढ़ रहा है। वे किसी भी तरह की कोई फिजिकल एक्टिविटी नहीं कर रहे हैं। टीवी, फोन, लैपटॉप या टैबलेट पर अधिक निर्भर हो गए हैं। जिससे बच्चों के शारीरिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। हालांकि, स्क्रीन टाइम से बच्चों के मोटापे का खतरा कैसे बढ़ सकता है? इस बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने दिल्ली के गंगाराम हॉस्पिटल के वरिष्ठ सलाहकार, बाल रोग के डॉ. धीरेन गुप्ता (Dr. Dhiren Gupta, Senior Consultant, Pediatrics, Sir Gangaram Hospital, Delhi) से बात की। आइए उनसे जानते हैं विस्तार में।

ज्यादा स्क्रीन टाइम से बच्चों में मोटापे का खतरा-Excessive screen time increases the risk of obesity in children

दरअसल, बच्चे ज्यादा समय स्क्रीन पर बिताते हैं, लेकिन खेल-कूद और किसी तरह की फिजिकल एक्टिविटी पर कोई ध्यान नहीं देते। बच्चे जब वीडियो गेम्स खेलते हैं, तो अपना सारा समय उसी में गुजार देते हैं। यहां तक कि समय से खाना भी नहीं खाते। स्क्रीन पर समय बिताने की वजह से जीवनशैली पर नकारात्मक असर पड़ रहा है और साथ ही खान-पान भी खराब हो रहा है। इतना ही नहीं, जब बच्चे फोन, टैबलेट और लैपटॉप जैसी चीजों का ज्यादा प्रयोग करते हैं, तो इससे उनकी ऊर्जा भी खर्च होती है। हालांकि, इसका असर सिर्फ शारीरिक ही नहीं, मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। बच्चे जब ज्यादा कोई एक्टिविटी नहीं करते और खान-पान भी सही नहीं करते, तो उनमें कैलोरी बर्न नहीं हो पाती, जिससे वे मोटापे का शिकार हो जाते हैं।

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ज्यादा स्क्रीन टाइम से होने वाले अन्य नुकसान-Other harms caused by excessive screen time

ज्यादा फोन, टीवी या स्क्रीन से मोटापे का खतरा तो बढ़ता ही है, लेकिन इसके कई और नुकसान भी हैं। जानते हैं क्या?

1. नींद की समस्या

जब बच्चा ज्यादातर अपना समय स्क्रीन पर बिताता है तो उसका नींद का पैटर्न भी बिगड़ जाता है, क्योंकि उसके खाने और सोने का कोई समय तय नहीं होता, जिससे नींद पर असर पड़ता है, समय से नींद नहीं आती और इससे मोटापा भी बढ़ता है।

2. मानसिक स्वास्थ्य पर असर

ज्यादा स्क्रीन टाइम बच्चे के शारीरिक स्वास्थ्य को तो प्रभावित करता ही है, लेकिन इसका मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है। दरअसल, जब बच्चे ज्यादातर समय फोन चलाते हैं, तो वो सामाजिक मेल-जोल नहीं करते, जिससे दिमाग पर असर पड़ता है और वे अधिक चिड़चिड़े और चुप-चुप से रहने लग जाते हैं।

Can using the phone too much cause obesity

3. ध्यान केंद्रित करने में परेशानी

बच्चे एक काम से अपना मन नहीं लगा पाते। स्कूल में भी मन नहीं लगता, क्योंकि फोन चलाने से फोकस करने की क्षमता प्रभावित हो रही है। इससे बच्चे ही नहीं, बड़े भी प्रभावित हो रहे हैं।

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स्क्रीन टाइम से कैसे निजात पाएं-How to get rid of screen time?

स्क्रीन टाइम के जब इतने नुकसान हैं, तो आम बात है कि इस बात पर ध्यान दिया जाए कि कैसे इसे कम करें, जिससे बच्चों में होने वाली शारीरिक परेशानियां कम हों।

  • सबसे पहले स्क्रीन टाइम सीमित करें। इस बात का ध्यान रखें कि रात को और सुबह बच्चों को स्क्रीन का प्रयोग न करने दें। आपको बता दें कि WHO के अनुसार, 2 से 5 साल के बच्चों का स्क्रीन टाइम महज 1 घंटा होना चाहिए, लेकिन आजकल बच्चों के फोन चलाने की कोई सीमा ही नहीं है। मां-बाप भी बच्चों को तुरंत फोन दे देते हैं, लेकिन उनके नुकसान के बारे में नहीं सोचते।
  • बच्चों को खेलने के लिए कहें। यह बहुत जरूरी है। बच्चों को फिजिकल एक्टिविटी के लिए प्रेरित करें। जैसे बच्चा जब साइकिलिंग करेगा या कोई भी फिजिकल गेम खेलेगा, तो उनका दिमाग भी स्वस्थ रहेगा।
  • हेल्दी खाना-इससे बच्चों को जरूरी पोषण मिलेगा और मोटापे का खतरा भी नहीं होगा क्योंकि स्क्रीन की वजह से बस स्नैक्स ही खा लेते हैं, जिससे उनकी सेहत खराब होती है। जरूरी है कि उन्हें स्वस्थ आहार ही दें।

हालांकि, इस बात का पूरा ध्यान रखें कि बच्चों को सोने से 1 घंटा पहले किसी भी तरह की स्क्रीन से दूर रखें।

निष्कर्ष
ज्यादा स्क्रीन टाइम से बच्चों में मोटापे का खतरा बढ़ जाता है। बच्चे अपना ज्यादातर समय फोन, वीडियो गेम्स या लैपटॉप पर गुजारते हैं। हालांकि, माता-पिता भी अनजाने में ही सही बच्चों के साथ गलत करते हैं। बच्चे जिद करते हैं, तो पैरेंट्स बच्चों को फोन थमा देते हैं, लेकिन यह उनके लिए कितना नुकसानदायक हो सकता है, इस बात के बारे में नहीं सोचते। इससे बच्चों में मोटापा बढ़ रहा है और नींद भी खराब हो रही है। ऐसे में बच्चों का स्क्रीन टाइम कम करना बहुत जरूरी है। इसलिए बच्चों को खेलने के लिए प्रेरित करें और स्क्रीन टाइम की सीमा तय करें। बच्चे अगर ज्यादा फोन चला रहे हैं या उनमें ज्यादा मोटापा बढ़ रहा है, तो एक्सपर्ट की सलाह लें।

FAQ

  • क्या ज्यादा स्क्रीन टाइम करने से मोटापा हो सकता है?

    हां, बच्चे अपना ज्यादा समय स्क्रीन जैसे टीवी या फोन पर बिताते हैं, तो उनका वजन बढ़ सकता है।
  • बच्चों में मोटापा बढ़ने का कारण क्या है?

    बच्चों में मोटापा बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं। बच्चे फिजिकल एक्टिविटी कम करते हैं, नींद का कोई समय तय नहीं होता और फोन अधिक चलाते हैं। इन सभी कारणों की वजह से भी मोटापा बढ़ सकता है।
  • स्क्रीन टाइम कितना होना चाहिए?

    स्क्रीन टाइम जितना कम हो उतना अच्छा है, हालांकि बच्चों में दिन में बस 1 घंटा ही स्क्रीन टाइम होना चाहिए।

 

 

 

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