Does Obesity Have An Impact On Cardiovascular System In Hindi: आज के समय में ज्यादातर लोग अनहेल्दी, प्रोसेस्ड और जंक फूड का अधिक सेवन करते हैं, जिसके कारण मोटापे की समस्या से परेशान रहते हैं। इसके कारण लोगों को ब्लड शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, फैटी लिवर और हार्ट से जुड़ी समस्या होने जैसी कई स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं, जो गंभीर भी हो सकती हैं। ऐसे में कई बार मन में सवाल आता है कि क्या मोटापे का असर हार्ट या कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर होता है? आइए नई दिल्ली के सरिता विहार के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के एमबीबीएस, एफआरसीपी, डीएम, एमडी (मेडिसिन) एंड्रोक्राइनोलॉजी डॉ. एस. के. वांग्नू (Dr S. K. Wangnoo, MBBS, FRCP, DM, MD(Medicine) Endocrinology, Indraprastha Apollo Hospitals, Sarita Vihar, New Delhi) से जानें कि क्या मोटापे का कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर प्रभाव पड़ता है?
क्या मोटापे के कारण कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर असर पड़ता है? - Does Obesity Affect The Cardiovascular System?
एक्सपर्ट के अनुसार, मोटापे की समस्या के कारण लोगों का कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम को प्रभावित करता है। इसके कारण लोगों को ब्लड प्रेशर बढ़ने, धमनियों के कमजोर होने स्वास्थ्य और हार्ट में फैट जमा होने जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में इन समस्याओं से बचने के लिए मोटापे को नियंत्रित करने की कोशिश करें।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अध्ययन के अनुसार, मोटापे या अधिक वजन के कारण लोगों को कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, लोगों को मोटापे के कारण हाइपरटेंशन होने, डायबिटीज, इंसुलिन रेजिस्टेंस और स्लीप एपनिया सिंड्रोम जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हार्ट से जुड़ी बीमारी होने पर लोगों को मोटापा होने पर गंभीर समस्या हो सकती है।
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टॉप स्टोरीज़
मोटापे के कारण कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम कैसे प्रभावित होता है? - How Is The Cardiovascular System Affected By Obesity?
हार्ट फेल होने का खतरा
मोटापे की समस्या के कारण हार्ट पर प्रेशर बढ़ता है, जिसके कारण हार्ट के कार्य प्रभावित होने लगते हैं। इससे लोगों में हार्ट फेल होने या हार्ट से जुड़ी अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। ऐसे में इन समस्याओं से बचने के लिए मोटापे को नियंत्रित करने की कोशिश करें।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या
अधिक वजन के कारण बहुत से बहुत से लोग हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान रहते हैं, जिसके कारण हार्ट की धमनियों या इसकी मांसपेशियों को नुकसान होता है। इससे लोगों को दिल की धड़कन के अनियमित होने और हार्ट अटैक जैसी हार्ट से जुड़ी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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डिस्लिपिडेमिया की समस्या
मोटापे की समस्या के कारण ज्यादातर लोगों के शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ने लगता है, जिसके कारण हार्ट के कार्यों के प्रभावित होने और हार्ट से जुड़ी गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ने लगता है।
कोरोनरी धमनियों के रोग की समस्या
मोटापे के कारण एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या हो सकती है। बता दें, एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या में धमनियों में प्लाक जमने लगता है, जिसके कारण ब्लड फ्लो में रुकारवट आ जाती है और हार्ट में ब्लड फ्लो कम हो जाता है। इससे लोगों को हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या होने या कोरोनरी धमनियों का रोग हो सकता है।
ब्लड वेसल्स होती हैं प्रभावित
मोटापे के कारण लोगों को शरीर में अधिक मात्रा में फैट जमा होने लगता है, जिसके कारण शरीर में ब्लड फ्लो ठीक से नहीं हो पाता है और धमियों और हार्ट पर प्रेशर बढ़ने लगता है, जो हार्ट से जुड़ी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है।
एरिथमिया की समस्या
मोटापे की समस्या के कारण लोगों को एरिथमिया होने की समस्या हो सकती है। बता दें, एरिथमिया की समस्या में लोगों को दिल की धड़कन के अनियमित होने, हार्ट के इलेक्ट्रिकल सिस्टम के बाधित होने की समस्या होती है।
निष्कर्ष
मोटापे की समस्या के कारण शरीर में कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम प्रभावित होता है, जिसके कारण धमनियों को नुकसान होने, बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने, ब्लड प्रेशर बढ़ने, हार्ट फेल होने, हार्ट अटैक होने और कोरोनरी धमनियों से जुड़ी बीमारी होने की समस्या हो सकती है। ऐसे में हार्ट को हेल्दी बनाए रखने और इससे जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए वजन को नियंत्रित रखने की कोशिश करें, साथ ही, हेल्दी डाइट लें और हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करें।
ध्यान रहे, हार्ट से जुड़ी कोई भी समस्या महसूस होने पर डॉक्टर से तुरंत सलाह लें।
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FAQ
हृदय रोग के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
हार्ट की बीमारी होने पर लोगों को सीने में दर्द होने, चक्कर आने, थकान होने, सांस लेने में परेशानी होने, अधिक पसीना आने, हाथ-पैरों में दर्द और सूजन होने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ये हार्ट की बीमारियों के लक्षणों में से एक है।मोटापे से कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं?
मोटापे के कारण लोगों को हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, फैटी लिवर की परेशानी, डिप्रेशन, हार्ट से जुड़ी समस्या होने, किडनी की बीमारी होने, मूड स्विंग्स और अनिद्रा की परेशानी होने की समस्या हो सकती है।नसों की कमजोरी के क्या लक्षण हैं?
नसों में कमजोरी आने पर लोगों को हाथों और पैरों में झुनझुनी होने, ब्लड प्रेशर के अनियंत्रित होने, मांसपेशियों में कमजोरी महसूस होने, स्ट्रेस होने, नसों में दर्द होने और मांसपेशियों में कमजोरी आने की समस्या हो सकती है।