Birth Control Pills Cause Cervical Cancer: आजकल की भागदौड़ भरी इस जिंदगी में कपल्स के लिए फैमिली प्लानिंग करना बहुत जरूरी होता है। ऐसे में महिलाओं को बर्थ कंट्रोल पिल्स सबसे आसान तरीका लगता है क्योंकि इन पिल्स को लेना आसान है और साथ ही बहुत ही आसानी से मार्किट में मिल जाती है। गर्भनिरोधक दवाइयां न सिर्फ अनचाहे गर्भ से बचाती है, बल्कि इसे लेने से महिलाओं को ज्यादा परेशानी भी नहीं होती। इसलिए दुनियाभर में लाखों महिलाएं रोजाना बर्थ कंट्रोल पिल्स का इस्तेमाल करती हैं। वैसे देखा जाए तो समय-समय पर इन दवाइयों पर सवाल भी उठे हैं और उनमें से सबसे कॉमन है कि क्या लंबे समय तक बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने से सर्वाइकल कैंसर का रिस्क हो सकता है? इस बारे में बात करना इसलिए जरूरी है क्योंकि सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला सबसे आम कैंसर है। इसलिए हमने इस बारे में फरीदाबाद के क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के स्त्रीरोग विशेषज्ञ विभाग की एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. पूजा सी ठुकराल (Dr Pooja C Thukral, Associate Director - Department of Gynecology, Cloudnine Group of Hospitals, Faridabad) से बात की। सबसे पहले जानते हैं कि बर्थ कंट्रोल पिल्स कैसे काम करती है?
बर्थ कंट्रोल पिल्स कैसे अनचाहे गर्भ को रोकती है?
डॉ. पूजा कहती हैं, “बर्थ कंट्रोल पिल्स महिला के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के स्तर को कंट्रोल करती हैं। इस हार्मोनल बदलाव के कारण ओव्यूलेशन यानी कि अंडाशय से अंडाणु नहीं निकल पाता और इस वजह से महिला प्रेग्नेंट नहीं होती। अगर कोई महिला लंबे समय से बर्थ कंट्रोल पिल्स लेती है, तो हार्मोनल बदलावों का असर उसके अंगों पर भी पड़ता है और इसमें सर्विक्स भी एक है।”
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क्या बर्थ कंट्रोल पिल्स सर्वाइकल कैंसर के रिस्क को बढ़ाती है?
इस बारे में डॉ. पूजा कहती हैं, “बर्थ कंट्रोल पिल्स महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी गर्भनिरोधक ऑप्शन हैं, लेकिन अगर कोई महिला 5 साल या इससे ज्यादा समय तक लगातार गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करती है और उसे HPV इंफेक्शन का रिस्क ज्यादा है, सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए मैं हमेशा महिलाओं को सलाह देती हूं कि बिना डॉक्टर की सलाह के लंबे समय तक पिल्स न लें। एक बार डॉक्टर से चेक जरूर कराएं और इसके बाद भी फॉलो-अप जरूर रखें ताकि किसी भी तरह के संक्रमण से बचा जा सके। इसके साथ एक सबसे अच्छी बात यह है कि पिल्स छोड़ने के कुछ सालों में यह रिस्क सामान्य हो जाता है।”
सर्वाइकल कैंसर का रिस्क किन महिलाओं को ज्यादा है?
डॉ. पूजा कहती हैं कि सर्वाइकल कैंसर का सबसे बड़ा कारण है एचपीवी (Human Papillomavirus) इंफेक्शन है और यह वायरस यौन संबंधों के जरिए फैलता है। अगर समय पर इस वायरस का पता न चले, तो यह कैंसर का रूप भी ले सकता। जिन महिलाओं की इम्युनिटी कमजोर होती है, उन्हें इस इंफेक्शन का रिस्क सबसे ज्यादा रहता है। इसके अलावा, जो महिलाएं लंबे समय तक बिना ब्रेक के बर्थ कंट्रोल पिल्स लेती हैं और जो महिलाएं स्मोकिंग करती हैं, उन्हें सर्वाइकल कैंसर का रिस्क हो सकता है।
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सर्वाइकल कैंसर से बचाव के टिप्स
डॉ. पूजा ने सर्वाइकल कैंसर से बचाव के कुछ टिप्स दिए हैं।
- महिलाओं को समय-समय पर पैप स्मीयर टेस्ट और HPV टेस्ट कराना चाहिए।
- HPV वैक्सीन जरूर लगवाना चाहिए। इससे इंफेक्शन का रिस्क काफी हद तक कम किया जा सकता है।
- बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
- अगर लंबे समय तक फैमिली प्लान कर रहे हैं, तो कॉपर टी, बर्थ कंट्रोल इम्पलांंट जैसे ऑप्शन चुन सकते हैं।
- लंबे समय तक बर्थ कंट्रोल पिल्स पर निर्भर न रहें।
- बीच-बीच में डॉक्टर की सलाह लेकर पिल्स में ब्रेक दें और उस समय कंडोम जैसे विकल्प चुन सकते हैं।
निष्कर्ष
डॉ. पूजा कहती हैं कि हालांकि बर्थ कंट्रोल पिल्स काफी असरदार और आसान तरीका है, लेकिन लंबे समय तक लेने से सर्वाइकल कैंसर का रिस्क बढ़ सकता है। इसलिए महिलाओं को डॉक्टर की सलाह लेकर मेडिकल चेकअप्स, HPV वैक्सीन लगवाना बहुत जरूरी है। वैसे अगर सावधानी बरती जाए, तो कैंसर का रिस्क काफी हद तक कम किया जा सकता है।
FAQ
आपको कैसे पता चला कि आपको सर्वाइकल कैंसर है?
पैप टेस्ट रेगुलर कराने से ज्यादातर मामलों में सर्वाइकल कैंसर का पता चल जाता है। पैप स्पीयर से सर्विक्स में हो रहे बदलावों की जानकारी मिल जाती है। अगर वजाइना में खुजली या किसी भी तरह की समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से मिलना चाहिए ताकि जांच से किसी भी तरह की समस्या को जल्द ही पकड़ा जा सके।बर्थ कंट्रोल पिल्स क्या काम करती हैं?
बर्थ कंट्रोल पिल्स रोजाना लेने से अनचाहे गर्भ को रोका जा सकता है। यह हार्मोन्स को कंट्रोल में रखकर ओव्यूलेशन नहीं होने देती। इससे महिला प्रेग्नेंट होने से बच सकती है, लेकिन बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें।बर्थ कंट्रोल पिल्स कितने दिन काम करती है?
जब भी बर्थ कंट्रोल पिल शुरू करें, तो पहले 7 दिन प्रेग्नेंसी से बचाव के लिए कंडोम या दूसरे बचाव के तरीकों का इस्तेमाल करें। लगातार 7 दिन दवाई लेने के बाद बर्थ कंट्रोल पिल्स लेकर भी प्रेग्नेंसी को रोका जा सकता है, लेकिन लंबे समय तक ये पिल्स लेने से बचें और अपने डॉक्टर की सलाह लेकर ही दवाई शुरू करें।
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Current Version
Oct 01, 2025 15:22 IST
Modified By : Aneesh RawatOct 01, 2025 15:22 IST
Published By : Aneesh Rawat