Doctor Verified

Contraceptive Pills : गर्भनिरोधक गोलियों का मेंटल हेल्थ पर होता है असर? जानें डॉक्टर से

Can Birth Control Pills Affect your Mental Health : बर्थ कंट्रोल या कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स खाने से मेंटल हेल्थ पर असर हो सकता है? आइए इस बारे में जानते हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
Contraceptive Pills : गर्भनिरोधक गोलियों का मेंटल हेल्थ पर होता है असर? जानें डॉक्टर से


Can Birth Control Pills Affect your Mental Health : आपने अक्सर सुना होगा कि बिना डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह के महिलाओं को बर्थ कंट्रोल या कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स खाने से बचना चाहिए। आमतौर पर आपको कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेनी चाहिए। हालांकि, गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन को लेकर ज्यादा ध्यान देना बहुत जरूरी होता है। बता दें कि इन गोलियों के कारण शरीर में कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। यही वजह है कि कई महिलाओं के मन में सवाल आता है कि क्या सच में गर्भनिरोधक गोलियां खाने से महिलाओं को फिजिकल के साथ मेंटल हेल्थ से जुड़ी परेशानियां भी हो सकती हैं? अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं, तो आज के इस आर्टिकल में हम डॉ. नीलम सूरी, वरिष्ठ सलाहकार, प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ, इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल से जानेंगे कि क्या कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स मेंटल हेल्थ (Can Birth Control Pills Affect your Mental Health) को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं?

क्या कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकती हैं?- Can Contraceptive Pills Affect your Mental Health

birth control pills

बता दें कि गर्भनिरोधक गोलियों का मानसिक स्वास्थ्य के साथ कॉम्प्लेक्स रिलेशन होता है। डॉ. नीलम का कहना है कि इन दवाओं के कारण महिलाओं को हार्मोनल परिवर्तन (Hormonal Change) की समस्या हो सकती है। ऐसे में मेंटल हेल्थ पर बुरा असर होता है। इससे मूड और इमोशनल हेल्थ दोनों बिगड़ सकते हैं। कई स्टडी में यह बताया गया है कि गर्भनिरोधक गोलियां खाने से कुछ महिलाओं में डिप्रेशन की समस्या हो सकती है। डॉ. नीलम ने बताती हैं कि आजकल युवा आबादी में गर्भनिरोधक गोलियों के कारण होने वाले हार्मोनल उतार-चढ़ाव ज्यादा बढ़ गए हैं। ये गोलियां शरीर में ऑक्सीटोसिन हार्मोन को बढ़ा सकती हैं। इससे महिलाओं में इमोशनल उतार-चढ़ाव की स्थिति ज्यादा हो सकती है।

मेंटल हेल्थ में कैसे करें सुधार? - How to Improve Mental Health

डॉ. नीलम का कहना है कि सभी की बॉडी अलग होती है। ऐसे में शरीर में दिखने वाले लक्षण भी अलग हो सकते हैं। इस मामले में महिलाओं को खुद जाकर डॉक्टर से खुलकर बात करनी चाहिए। उन्हें कही-सुनी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। बता दें कि कुछ महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियां खाने की वजह से मूड स्विंग्स, चिंता, डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आप नॉन-हार्मोनल गर्भनिरोधक तरीके जैसे कंडोम या कॉपर आईयूडी का इस्तेमाल कर सकती हैं। इन चीजों का सीधा असर हार्मोन पर नहीं पड़ता और इनका मानसिक स्वास्थ्य पर भी कम प्रभाव पड़ता है।

इसे भी पढ़ें- सेहत के लिए इन 2 तरह से फायदेमंद हो सकते हैं बर्थ कंट्रोल पिल्स, खाने से पहले जान लें नुकसान भी

गर्भनिरोधक गोलियों से क्या समस्याएं हो सकती हैं?- What Problems Can be Caused by Contraceptive Pills

  • अगर आप लंबे समय से गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन कर रही हैं, तो शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के रोग घेर सकते हैं। इन गोलियों से नींद डिस्टर्ब हो सकती है और भूख कम लगती है।
  • इन गोलियों का असर इमोशनल हेल्थ पर होता है। इससे गुस्सा आना, चिड़चिड़ाहट बढ़ना, बेवजह रोने की इच्छा और तनाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • गर्भनिरोधक गोलियों का ज्यादा सेवन करने से याददाश्त कमजोर हो सकती है। इसका सीधा असर हाइपोथैलेमस पर होता है। बता दें कि हाइपोथैलेमस मस्तिष्क का एक हिस्सा है। यह शरीर के कई जरूरी कार्यों को कंट्रोल करता है।

इसे भी पढ़ें- गर्भनिरोधक गोलियां खाने से बढ़ सकता है इंफर्टिलिटी और ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम, डॉक्टर से समझें कनेक्शन 

बता दें कि इस स्थिति में डॉक्टर महिलाओं को उनकी जरूरतों के हिसाब से दवा या बर्थ कंट्रोल के तरीके चुनने में मदद करते हैं। इसके साथ ही, वह शरीर में होने वाले बदलावों पर ध्यान देते हैं और किसी भी तरह के साइड इफेक्ट को ज्यादा अच्छी तरह से ट्रीट कर सकते हैं। इस तरह आपकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ को फायदा हो सकता है।

Read Next

क्या पीरियड्स के दौरान चक्कर आना नॉर्मल है? जानें एक्सपर्ट से

Disclaimer