आजकल घंटों लैपटॉप पर झुके रहना, मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करना और लंबे समय तक ऑफिस चेयर पर बैठना आम हो गया है। कई लोग बैठे रहने के कारण पीठ दर्द का शिकार हो जाते हैं। साथ ही पीठ के दर्द को हल्के में लेते हैं, लेकिन क्या यह आदत स्लिप डिस्क जैसी गंभीर समस्या में बदल सकती है? डॉक्टरों के अनुसार, गलत पॉश्चर (Wrong Posture) रीढ़ की हड्डी (Spine) पर दबाव डालता है, जिससे इंटरवर्टिब्रल डिस्क कमजोर हो सकती है। यही डिस्क जब अपनी जगह से खिसक जाती है, तो इसे स्लिप डिस्क (Slip Disc) कहा जाता है। यह समस्या न केवल पीठ दर्द का कारण बनती है, बल्कि पैरों में सुन्नपन, कमजोरी और चलने-फिरने में तकलीफ भी दे सकती है। सही पॉश्चर, एक्सरसाइज और समय पर इलाज से इस खतरे को कम किया जा सकता है। आइए जानें डॉक्टर क्याकहते हैं और किन आदतों को बदलकर आप अपनी स्पाइन को सुरक्षित रख सकते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
क्या गलत पॉश्चर से स्लिप डिस्क हो सकता है?- Can Bad Posture Cause Slip Disc
- डॉ सीमा यादव ने बताया कि गलत पॉश्चर रीढ़ की हड्डी पर लगातार दबाव डालता है, जिससे इंटरवर्टिब्रल डिस्क कमजोर हो सकती है और स्लिप डिस्क हो सकता है।
- कमर या गर्दन पर यह दबाव बढ़ने से डिस्क खिसकने का खतरा बढ़ जाता है।
- सही पॉश्चर और नियमित एक्सरसाइज अपनाकर इस समस्या से बचा जा सकता है।
गलत पॉश्चर कैसे बढ़ाता है स्लिप डिस्क का खतरा?- How Wrong Posture Increase Risk Of Slip Disc
- लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठने से डिस्क का लचीलापन (Flexibility) कम होता है।
- झुककर बैठने से रीढ़ की हड्डी पर असमान दबाव पड़ता है।
- गर्दन और कमर पर खिंचाव बढ़ने से डिस्क खिसकने की संभावना बढ़ जाती है।
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स्लिप डिस्क के लक्षण- Symptoms of Slip Disc
- लगातार पीठ या कमर में तेज दर्द होना।
- पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन होना।
- ज्यादा देर खड़े रहने या झुकने पर दर्द बढ़ना।
- मांसपेशियों में कमजोरी और मूवमेंट करने में मुश्किल होना।
स्लिप डिस्क से बचने के लिए किन आदतों से बचें?- Habits To Avoid For Healthy Spine
- एक ही पोजीशन में घंटों बैठने से बचें।
- बहुत नरम गद्दे पर सोने से बचें।
- कंप्यूटर पर काम करते समय झुककर बैठने से बचें।
- भारी सामान गलत तरीके से न उठाएं।
सही पॉश्चर कैसे बनाएं?- Posture Tips to Prevent Slip Disc
- पीठ सीधी रखकर बैठें, कुर्सी में बैक सपोर्ट जरूर लें।
- मोबाइल या लैपटॉप को आंखों के लेवल पर रखें।
- हर 30-40 मिनट में खड़े होकर थोड़ी देर स्ट्रेचिंग करें।
- आरामदायक गद्दे का इस्तेमाल करें।
डॉक्टर से कब मिलें?- When To Contact Doctor
- अगर दर्द लगातार बढ़ रहा है या पैरों में कमजोरी आ रही है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
- चलने-फिरने में मुश्किल हो रही है, तो भी डॉक्टर से मिलना चाहिए।
- दर्द के साथ सुन्नपन या झनझनाहट महसूस हो, तो डॉक्टर से मिलें।
निष्कर्ष:
गलत पॉश्चर लंबे समय में स्लिप डिस्क का खतरा बढ़ा सकता है। इसलिए रोजमर्रा की छोटी आदतों पर ध्यान दें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से तुरंत सलाह लें। सही पॉश्चर अपनाने से आप रीढ़ की हड्डी को सुरक्षित रख सकते हैं और दर्द से बच सकते हैं।
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FAQ
स्लिप डिस्क कितने दिन में ठीक हो जाता है?
स्लिप डिस्क होने पर हल्के मामलों में 2-6 हफ्ते में दर्द कम हो सकता है, जबकि गंभीर मामलों में महीनों का समय लग सकता है। स्लिप डिस्क होने पर आराम, फिजियोथेरेपी और डॉक्टर की सलाह जरूरी है।स्लिप डिस्क में क्या नहीं करना चाहिए?
भारी वजन उठाना, झुककर काम करना, लंबे समय तक बैठना या खड़े रहना, अचानक मोड़ना और तेज एक्सरसाइज करना से बचें। ये आदतें डिस्क पर दबाव बढ़ाकर दर्द बढ़ा सकती हैं।स्लिप डिस्क में कौन सा योग करना चाहिए?
स्लिप डिस्क में हल्के स्ट्रेच और कमर-मजबूत करने वाले योग जैसे भुजंगासन, सेतुबंधासन और शवासन फायदेमंद होते हैं।