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स्तनपान कराने वाली मां भैंस का दूध पी सकती है? जानें एक्सपर्ट से

Can a Breastfeeding Mother Drink Buffalo Milk : भैंस का दूध पचाने में मुश्किल होता है, इसलिए स्तनपान के दौरान इसका सेवन करना चाहिए या नहीं, ये बहुत बड़ा सवाल है।
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स्तनपान कराने वाली मां भैंस का दूध पी सकती है? जानें एक्सपर्ट से


Can a Breastfeeding Mother Drink Buffalo Milk : गर्भावस्था के बाद जब स्तनपान का समय आता है, तो महिलाओं के लिए खानपान का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के आहार का सीधा प्रभाव नवजात शिशु की सेहत पर पड़ता है। भारत जैसे देश में, जहां गाय और भैंस का दूध पारंपरिक रूप से पौष्टिक आहार माना जाता है, वहां यह सवाल बार-बार उठता है - क्या स्तनपान के दौरान भैंस का दूध पीना सुरक्षित है? (Can a Breastfeeding Mother Drink Buffalo Milk)

अगर आप भी एक स्तनपान कराने वाली मां हैं और भैंस के दूध के सेवन को लेकर असमंजस की स्थिति हैं, तो इस लेख में हम आपके की परेशानी को दूर करने वाले हैं।

क्या स्तनपान के दौरान भैंस का दूध पी सकते हैं- Can a Breastfeeding Mother Drink Buffalo Milk

कोलकाता स्थित सीएमआरआई अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मंजरी चटर्जी (Dr. Manjari Chatterjee, gynecologist at CMRI Hospital, Kolkata) का कहना है कि प्रति 100 मिलीलीटर भैंस के दूध में 110 से 112 ग्राम कैलोरी, 4 मिलीग्राम तक प्रोटीन और 10 ग्राम तक हेल्दी फैट पाया जाता है। स्तनपान के दौरान महिलाओं को अतिरिक्त पोषण और कैलोरी की जरूरत होती है। इसलिए स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भैंस का दूध पीना सुरक्षित होता है।

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स्तनपान में भैंस का दूध पीने के फायदे- Benefits of drinking buffalo milk while breastfeeding

- स्तनपान के समय महिला के शरीर को 500 अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता होती है। इन कैलोरीज को पूरा करने में भैंस का दूध बहुत फायदेमंद होता है।

- भैंस के दूध में लैक्टोफेरिन, इम्युनोग्लोबुलिन और विटामिन A (Benefits of Buffalo Milk) जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये स्तनपान कराने वाली मां और नवजात शिशु को पोषण देते हैं।

- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ द्वारा की गई रिसर्च बताती है कि भैंस का दूध स्तनपान कराने वाली महिलाओं में एनर्जी देने, प्रोटीन और कैल्शियम की पूर्ति में फायदेमंद होता है।

- स्त्री रोग विशेषज्ञ के अनुसार, आयुर्वेद में भैंस के दूध को "शीतल, पौष्टिक, बलवर्धक और स्तन्यवर्धक" (दूध बढ़ाने वाला) माना गया है। स्तनपान के दौरान महिलाएं भैंस के दूध का सेवन करें, तो नवजात शिशु के लिए दूध का प्रोडक्शन बढ़ाने में मदद मिलती है।

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क्या भैंस का दूध सभी महिलाओं के लिए सही है- Is buffalo milk good for all women

डॉ. मंजरी चटर्जी की मानें, तो भैंस का दूध स्तनपान के दौरान मां और शिशु दोनों के लिए स्वास्थ्यवर्धक होता है। लेकिन ये हर महिला के लिए नहीं है। जिन महिलाओं को पहले से दूध से एलर्जी है या लैक्टोज इन्टॉलरेंस की समस्या है, तो उनके लिए भैंस का दूध पीना हानिकारक हो सकता है। इससे गैस, पेट दर्द, उल्टी या त्वचा पर रैशेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। भैंस के दूध में हाई फैट पाया जाता है।

स्तनपान के दौरान भैंस का दूध पीने के नुकसान- Side Effects of drinking buffalo milk while breastfeeding

- मां के स्तनों के बनने वाला दूध हाई फैट और प्रोटीन युक्त होता है। ऐसे में स्तनपान के दौरान मां भैंस का दूध पिएंगे, तो इससे शिशु को नुकसान हो सकता है।

- मां द्वारा भैंस का दूध पीने से कुछ शिशुओं में अपच, सूजन, ढीले मल या त्वचा पर चकत्ते जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं जो भैंस के दूध के प्रति संवेदनशीलता या हल्की एलर्जी का संकेत हो सकते हैं।

- थायराइड, पीसीओडी और अन्य हार्मोन संबंधी परेशानियों का सामना कर रही महिलाएं अगर स्तनपान के दौरान भैंस का दूध पिएं, तो ये नुकसानदायक हो सकता है।

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भैंस का दूध पीते समय किन बातों का रखें ध्यान?

  • भैंस का दूध तब ही पीना चाहिए जब वह साफ और संक्रमण मुक्त हो।
  • भैंस के कच्चे दूध में बैक्टीरिया और रोगाणु होते हैं। इसलिए भैंस का दूध हमेशा उबालकर ही पीना चाहिए।
  • हाई फैट होने के कारण भैंस का दूध लगातार पीने से वजन बढ़ाने की समस्या हो सकती है।
  • हाई कैलोरी और फैट होने के कारण स्तनपान में भैंस का दूध पीने से शिशु को गैसीनेस या कोलिक हो सकता है।
  • प्रति दिन 200–250 मि.ली. की मात्रा सुरक्षित मानी जाती है। इससे अधिक मात्रा में इसे नहीं पीना चाहिए।

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निष्कर्ष

स्तनपान के दौरान भैंस का दूध पीना आमतौर पर लाभकारी होता है। लेकिन स्तनपान के दौरान महिलाओं को इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। जिन महिलाओं को लैक्टोज इन्टॉलरेंस, पाचन समस्या या एलर्जी की समस्या है, उन्हें भैंस का दूध पीने से बचना चाहिए।

FAQ

  • भैंस का दूध कब पीना चाहिए?

    भैंस का दूध रात को सोने से पहले पीने की सलाह दी जाती है। भैंस का दूध थोड़ा ज्यादा गाढ़ा और शरीर को ठंडक प्रदान करने वाला होता है। रात को सोने पहले भैंस का दूध हल्का गुनगुना करके पीने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं। भैंस का दूध शरीर को एक्टिव रखने, वजन बढ़ाने और बालों की गुणवत्ता को सुधारने में मददगार होता है। हालांकि जिन लोगों को पाचन तंत्रिका से जुड़ी परेशानियां होती है, उन्हें भैंस का दूध न पीने की सलाह दी जाती है।
  • रात को सोते समय दूध पीने से क्या फायदा होता है?

    रात को सोने से पहले हल्का गुनगुना दूध पिया जाए, तो ये नींद की गुणवत्ता को सुधारता है। दूध में ट्रिप्टोफैन नाम का अमीनो एसिड होता है, जो मानसिक तनाव को कम करके नींद को बेहतर बनाता है। रात को सोने से पहले दूध पीना बाल और त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
  • दूध पीने का सही तरीका क्या है?

    दूध पीने का सही तरीका है इसे पहले छलनी से छाना जाए और हल्का गुनगुना करके पिया जाए। दूध का सेवन हमेशा रात को सोने से पहले या सुबह नाश्ते के बाद कर चाहिए। दरअसल, दूध पचाने में भारी होता है अगर इसका सेवन खाली पेट किया जाए, तो ये गैस, एसिडिटी और पेट में दर्द की समस्या का कारण बन सकता है।

 

 

 

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