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Buti Yoga: बूटी योग क्या है? जानें इसे करने के फायदे, तरीका और सावधानियां

Buti Yoga in Hindi: पारंपर‍िक योग और हाई इन्टेन्सिटी इंटरवल ट्रेनिंग (एचआईआईटी) के मूवमेंट्स को म‍िलाकर बना है बूटी योग।
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Buti Yoga: बूटी योग क्या है? जानें इसे करने के फायदे, तरीका और सावधानियां


Buti Yoga in Hindi: योग हमारे जीवन का अहम ह‍िस्‍सा है। सद‍ियों से यह हमारी संस्‍कृत‍ि का ह‍िस्‍सा भी रहा है। कहा जाता है क‍ि अगर आप योग करते हैं, तो आप रोगमुक्‍त रह सकते हैं। आजकल ज‍िम जाने का चलन बढ़ गया है, लेक‍िन पुराने समय से योग ही शरीर को स्‍वस्‍थ रखने में सहायक माना जाता रहा है। इंटरनेट पर योग के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही थी और तभी मुझे बूटी योग के बारे में पता चला। यह टर्म मेरे साथ-साथ आपके ल‍िए भी नया हो सकता है। बूटी योग दरअसल योग और नई एक्‍सरसाइज तकनीक का फ्यूजन है। बूटी योग को करने से एक बार में 200 से 300 तक कैलोरीज बर्न की जा सकती हैं। बूटी योग की मदद से मानस‍िक और शारीर‍िक स्‍वास्‍थ्‍य को बेहतर बनाने में मदद म‍िलती है। तो चल‍िए आपको बताते हैं बूटी योग के फायदे, स्‍टेप्‍स और जरूरी सावधान‍ियां। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के रवींद्र योगा क्लीनिक के योग एक्सपर्ट डॉ रवींद्र कुमार श्रीवास्तव से बात की।   

बूटी योग क्‍या है?- What is Buti Yoga in Hindi

बूटी एक मराठी शब्‍द है। इसका अर्थ है क‍िसी छुपी हुई बीमारी का इलाज। इस योग की मदद से व्‍यक्‍त‍ि अपने अंदर की ऊर्जा, पॉवर और आत्‍मव‍िश्‍वास को हास‍िल कर पाता है। इस योग में पारंपर‍िक योग, ट्राइबल डांस, जंप‍िंग और हाई इन्टेन्सिटी स्‍टेप्‍स शाम‍िल होते हैं। इस योग को करने से शरीर में लचीलापन रहता है और कार्ड‍ियोवैस्‍कुलर हेल्‍थ को स्‍वस्‍थ बनाए रखने में मदद म‍िलती है। इस योग में म्‍यूज‍िक भी शाम‍िल होता है ज‍िसे आजकल युवा वर्ग बेहद पसंद करते हैं।     

बूटी योग के फायदे- Buti Yoga Benefits

  • बूटी योग, हाई इन्टेन्सिटी वर्कआउट की तरह है इसल‍िए इसे करने से कैलोरीज तेजी से बर्न होती हैं और वजन कम होता है।
  • इस योग को करने से हार्ट रेट बैलेंस होता है और हार्ट की बीमार‍ियों का खतरा कम होता है।
  • कोर स्‍ट्रे्ंथ को मजबूत बनाने के ल‍िए बूटी योग फायदेमंद माना जाता है।
  • ह‍िप्‍स और पेल्‍व‍िक एर‍िया की मांसपेश‍ियों को लचीला बनाने के ल‍िए बूटी योग असरदार है।  
  • बूटी योग में डांस और म्‍यूज‍िक भी शाम‍िल है इसल‍िए इसे करने से तनाव और ड‍िप्रेशन के लक्षण कम करने में मदद म‍िलती है।
  • बूटी योग को करने के ल‍िए एनर्जी ज्‍यादा खर्च होती है इसल‍िए पसीना ज्‍यादा न‍िकलता है और इससे त्‍वचा हेल्‍दी रहती है। पसीना न‍िकलने से त्‍वचा में मौजूद व‍िषाक्‍त पदार्थ भी पसीने के जर‍िए शरीर से अलग हो जाते हैं।   

बूटी योग को करने का तरीका- Buti Yoga Steps 

buti yoga steps

बूटी योग हाई इन्टेन्सिटी स्‍टेप्‍स, योग, डांस और म्‍यूज‍िक का कॉम्‍ब‍िनेशन है इसल‍िए इस योग को करने का कोई सेट पैटर्न नहीं है। आप अपने मुताब‍िक बदलाव कर सकते हैं। आगे जानते हैं बूटी योग को करने का तरीका- 

  • सबसे पहले वॉर्मअप करें ज‍िससे आपका शरीर योग के दौरान लचीला रहे और अचानक से झटका या मोच न आए। वॉर्मअप में डीप ब्रीद‍िंग, 20 म‍िनट वॉक और स्‍ट्रेच‍िंग कर सकते हैं। 
  • इसके बाद कार्ड‍ियो स्‍टेप्‍स से शुरुआत करें। इसमें आप ज‍ंप‍िंग जैक्‍स, तेज जॉग‍िंग, साइक‍ल चलाना और सीढ़ियां चढ़ने जैसे आसान व्‍यायाम कर सकते हैं।    
  • फ‍िर कुछ देर ध्‍यान की मुद्रा में बैठ जाएं और योग के पोज करें। जैसे- वीरभद्रासन, अधोमुख श्वानासन, ऊर्ध्व मुख श्वानासन और चतुरंग दंडासन आद‍ि।
  • बूटी योग में आप फ्रीस्‍टाइल डांस को अपने मुताब‍िक कर सकते हैं। इस दौरान हाई बीट म्‍यूज‍िक लगा सकते हैं।
  • बूटी योग में तन और मन दोनों का ख्‍याल रखा जाता है इसल‍िए अंत में आप बैठकर 15 से 20 म‍िनट डीप ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज कर सकते हैं। 
  • शरीर को शांत करने के ल‍िए बूटी योग का अंत स्‍ट्रेच‍िंग के साथ करें और कुछ देर आराम करके पानी प‍िएं। 

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बूटी योग को करने से पहले जानें जरूरी सावधान‍ियां- Precautions For Buti Yoga

  • गर्भावस्‍था, जोड़ों में तकलीफ और चोट लगने की स्‍थ‍िति‍ में इस योग को न करें।
  • इस योग में ज्‍यादा एनर्जी की जरूरत होती है इसल‍िए अगर आपके शरीर में कमजोरी है या आप एनीम‍िया का श‍िकार हैं, तो भी इस योग को ट्राई न करें।
  • बूटी योग करने के बाद आपको ज्‍यादा पसीना आएगा इसल‍िए पर्याप्‍त मात्रा में पानी का सेवन करना न भूलें।
  • हार्ट मसल्‍स में टेंशन न बने इसके ल‍िए बूटी योग को करने से पहले वॉर्मअप जरूर करें और अंत में शरीर को सामान्‍य होने का समय दें।       

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