
हार्ट की बीमारी का पता लगाने के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं। ब्लड टेस्ट के जरिए ब्लड कंपोनेंट्स को समझकर बीमारी का पता लगाया जाता है। उदाहरण के लिए, ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से हार्ट की बीमारी होती है। इसका लेवल चेक करने के लिए भी ब्लड टेस्ट किया जाता है। इस लेख में हम ट्रोपोनिन टी टेस्ट (Troponin T Test) से जुड़ी जानकारी जानेंगे। ये एक तरह का ब्लड टेस्ट है जो हार्ट में बीमारियों का पता लगाने के लिए किया जाता है। ट्रोपोनिन टी टेस्ट की मदद से ब्लड में मौजूद ट्रोपोनिन के स्तर का पता लगाया जाता है। ट्रोपोनिन हार्ट की मसल्स में मौजूद एक प्रोटीन है। अगर ट्रोपोनिन का स्तर बढ़ जाए, तो हार्ट की मसल्स खराब हो सकती हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
हार्ट के लिए ब्लड टेस्ट क्यों किया जाता है?
हार्ट के निम्न लक्षण नजर आने पर डॉक्टर ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं-
- सीने में दर्द होना
- ज्यादा पसीना आना
- चक्कर आना
- ज्यादा थकान महसूस होना
- उल्टी आना
- गले या जबड़े में दर्द होना
- बेचैनी महसूस होना
ट्रोपोनिन टी टेस्ट (Troponin T Test)
ब्लड टेस्ट के जरिए दिल की बीमारियों का पता लगाया जाता है। ब्लड टेस्ट की मदद से शरीर के अंदर पोटैशियम, सोडियम, क्रिएटिनिन की मात्रा का पता लगाते हैं। अगर इनमें से किसी का स्तर ज्यादा होता है तो आपको हार्ट की बीमारी का खतरा हो सकता है। वैसे तो हार्ट के लिए कई जांचें की जाती हैं पर एक कॉमन ब्लड टेस्ट है जिसे ट्रोपोनिन टी टेस्ट के नाम से जाना जाता है। ट्रोपोनिन टी टेस्ट के लिए हाथ की नस से ब्लड का सैंपल लिया जाता है। ये प्रक्रिया बेहद आसानी होती है। इस जांच को करवाने से पहले आप डॉक्टर को अपनी दवाओं के बारे में बताएं ताकि जांच में कोई बाधा न आए।
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ट्रोपोनिन टी टेस्ट से किन बीमारियों का पता चलता है?
- हार्ट के लिए ट्रोपोनिन टी टेस्ट करने से हार्ट अटैक, सीने में दर्द, एंजाइना जैसी बीमारियों का पता लगाया जाता है।
- ट्रोपोनिन टी जांच के जरिए कंजेस्टिव हार्ट फेलियर, किडनी डिसीज और लंग्स में ब्लड क्लॉट आदि बीमारियों का पता भी लगाया जाता है।
- इस जांच को इमरजेंसी की स्थिति में दिल की बीमारी का कारण पता लगाने के लिए किया जाता है।
- ट्रोपोनिन टी टेस्ट के जरिए इस बात की पुष्टि हो जाती है कि व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ा है या नहीं।
हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए क्या करें?- Tips for Healthy Heart
- हार्ट की बीमारी से पीड़ित हैं, तो डाइट और हेल्दी रूटीन को बरकरार रखने में लापरवाही न करें।
- समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप करवाते रहें।
- रोजाना वॉक, योगा और कसरत को रूटीन में शामिल करें।
- एल्कोहल और धूम्रपान का सेवन न करें।
- कोलेस्ट्रॉल लेवल और वजन को कंट्राेल करें।
हार्ट की बीमारी का इतिहास रखने वाले लोगों को समय-समय पर हार्ट की जांच करवाते रहना चाहिए। हालांकि कुछ टेस्ट हार्ट में बीमारी के लक्षण नजर आने पर ही डॉक्टर की सलाह पर किए जाते हैं।