Bhringraj Benefits Side Effects And Its Uses In Hindi: आज के समय में भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल और अधिक स्ट्रेस में रहने के कारण लोगों को बालों के झड़ने, टूटने और स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इन समस्याओं से राहत के लिए औषधीय गुणों से भरपूर भृंगराज का इस्तेमाल किया जा सकता है। भृंगराज को एक्लिप्टा अल्बा या एक्लिप्टा प्रोस्टाटा या फाल्स डेज़ी के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में से एक भृंगराज को भांगडा और केशराज भी कहा जाता है।
बता दें, ओन्लीमायहेल्थ 'आरोग्य विद आयुर्वेद' (Arogya with Ayurveda) स्पेशल सीरीज चला रही है। इस सीरीज में आयुर्वेदिक-जड़ी-बूटियों के बारे में बताया जाता है। इसमें हम अपने पाठकों को आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धतियों और जड़ी-बूटियों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं, ताकि लोगों को आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से मिलने वाले फायदे, नुकसानों और इलाज के तरीकों के बारे में जान सकें। ऐसे में आइए रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा (Ayurvedacharya Shrey Sharma of Ramhans Charitable Hospital, Sirsa) से जानें भृंगराज के फायदे, नुकसान और इस्तेमाल के तरीकों के बारे में -
आयुर्वेद के अनुसार भृंगराज क्या है? - What Is Bhringraj According To Ayurveda?
आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि भृंगराज को एक्लिप्टा अल्बा (Eclipta alba) या एक्लिप्टा प्रोस्टाटा (Eclipta prostrata) के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा, इसको केशराज और भांगरा भी बोला जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर भृंगराज हमारे आसपास आसानी से मिल जाता है, लेकिन कई बार लोग इसे पहचान नहीं पाते हैं। इसे आयुर्वेद के धनवंतरी निघंटु ने कफहर माना है। इसके अलावा इसे बल्य माना जाता है, साथ ही, इम्यूनिटी को बढ़ाने वाला माना जाता है। भृंगराज का रसायन को केश्य यानी हेयर टॉनिक और स्किन टॉनिक भी माना जाता है। इसके अलावा, यह दांतों के लिए भी कारगर होता है और आंखों के लिए भी लाभकरी होता है। आयुर्वेद में इसे दृष्टि प्रसाधक भी बोला जाता है।
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भृंगराज की तासीर क्या है? - What Is The Effect Of Bhringraj?
आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा के अनुसार, औषधीय गुणों से भरपूर आयुर्वेदिक भृंगराज की तासीर शीत वीर्य है यानी भृंगराज की तासीर ठंडी होती है। इसका सेवन करने से शरीर की गर्मी को कम करने और स्वास्थ्य को कई तरह के लाभ मिलते हैं।
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भृंगराज के क्या फायदे हैं? - What Are The Benefits Of Bhringraj?
आयुर्वेदाचार्य श्रेय बताते हैं कि, भृंगराज का सेवन करने या इस्तेमाल करने से श्वास, कास (खांसी), कृमि रोग, यकृत (लिवर), सिर में दर्द, हार्ट डिजीज, आंखों की बीमारी और दांतों को स्वस्थ रखने में भी लाभकारी माना जाता है। इसके अलावा, भृंगराज का सेवन करने से पित्त को कम करने, शरीर की गर्मी को कम करने में भी मदद मिलती है।
बता दें, भृंगराज के रसायन को शरीर के लिए बहुत अच्छा टॉनिक माना जाता है, जिन लोगों के शरीर में किसी भी चीज से भी फायदा नहीं करता है, वे लोग भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। यह यकृत बल्य यानी लिवर के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। इसके अलावा, इसको ज्वरहर माना गया है, यानी किसी को लंबे समय से बुखार आ रहा हो, तो उसमें भी भृंगराज को इस्तेमाल किया जा सकता है।
क्या भृंगराज का कोई साइड इफेक्ट है? - Does Bhringraj Have Any Side Effects?
आयुर्वेद के अनुसार, भृंगराज का कोई साइड इफेक्ट नहीं बताया गया है। लेकिन ध्यान रहे, प्रेग्नेंसी, ब्रेस्टफीड कराने और किसी मेडिकल कंडीशन से परेशान लोग इसका सेवन करने से बचें और डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करें। इसके अलावा, किसी न किसी एलर्जी की समस्या से परेशान लोग भी इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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भृंगराज को बालों में कैसे लगाया जाता है? - How To Apply Bhringraj To Hair?
आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा के अनुसार, भृंगराज को बालों का राजा कहा जाता है। बालों के लिए भृंगराज का तेल फायदेमंद है। इसके तेल का इस्तेमाल करने से हेयर ग्रोथ को बढ़ावा देने, डैंड्रफ से राहत देने, बालों को जड़ों से मजबूती देने, झड़ने से बचाव करने और बालों से जुड़ी कई समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है। भृंगराज का पंचांग होता है, यानी इसका पूरा पौधा ही ज्यादातर इस्तेमाल किया जाता है। अगर आप सिर्फ पत्ते इस्तेमाल करना चाहते हैं तो वो भी कर सकते हैं। इसके पंचांग का कल्प यानी पेस्ट बनाकर, पानी में मिलाकर और पीसकर या इसके ही स्वरस में ही पीसकर मिलाकर बालों में लगा सकते हैं।
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भृंगराज पाउडर का उपयोग कैसे करें? - How To Use Bhringraj Powder?
भृंगराज पाउडर खाली पेट या भोजन करने के 1 घंटे बाद 2 ग्राम लेना फायदेमंद है। इसका सेवन करने से लिवर को हेल्दी रखने, इम्यूनिटी को बूस्ट करने, शरीर की गर्मी को कम करने, पित्त को कम करने, आंखों को हेल्दी रखने और हार्ट से जुड़ी समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी और औषधीय गुणों से भरपूर भृंगराज में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से इम्यूनिटी को बूस्ट करने, शरीर की गर्मी को कम करने पित्त कम करने, आंखों को हेल्दी रखने, बालों को हेल्दी बनाए रखने श्वासन से जुड़ी समस्याओं से राहत देने और दिल से जुड़ी समस्याओं से बचाव करने में मदद मिलती है। वहीं, आयुर्वेद के अनुसार, इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं, लेकिन कुछ परीस्थितियों इसका सेवन संभल कर और डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए। इसका सेवन चूर्ण के रूप में किया जा सकता है और इसके पेस्ट को हेयर मास्क के तौर पर बालों में लगाया जाता है, जो बालों के लिए कई तरीकों से फायदेमंद हैं।
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FAQ
भृंगराज कौन-कौन सी बीमारी में काम आता है?
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में से एक भृंगराज में बहुत से पोषक तत्व और गुण पाए जाते हैं। इसका इस्तेमाल करने से बालों को हेल्दी रखने, बालों के झड़ने, डैंड्रफ, लिवर की समस्या, स्किन और पाचन से जुड़ी समस्याओं से राहत के लिए मदद मिलती है।बालों के लिए भृंगराज का प्रयोग कैसे करें?
अच्छे स्वास्थ्य के लिए भृंगराज फायदेमंद है। भृंगराज को तेल, पाउडर और जूस का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, हेल्दी बालों के लिए भृंगराज को हेयर मास्क के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।भृंगराज तेल लगाने से क्या फायदा होता है?
भृंगराज के तेल का इस्तेमाल करने से बालों को जड़ों से मजबूती देने, बालों के रोमों को उत्तेजित रखने, स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने, बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देने, बालों को नेचुरली काला बनाए रखने, नेचुरल रूप से शाइनी बनाने, डैंड्रफ से राहत देने और हेल्दी बनाए रखने में मदद मिलती है।