सावन के व्रत में अक्सर लोग केवल साबूदाना, फल या आलू खाकर रह जाते हैं, इससे उनके शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता। साबूदाना खाकर भले ही पेट भर जाता हो, लेकिन इसमें प्रोटीन, फाइबर और जरूरी मिनरल्स की कमी होती है। अगर आप केवल साबूदाना पर निर्भर रहेंगे, तो थकान, चक्कर और कमजोरी जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। लेकिन अगर आप व्रत में हेल्दी, टेस्टी और एनर्जी को बढ़ाने वाले विकल्प ढूंढ रहे हैं, तो हम आपको बताएंगे ऐसे 7 अनाज जिनका सेवन व्रत के दौरान किया जा सकता है। ऐसे अनाजों का सेवन करके आपको स्वाद के साथ पोषण भी मिलेगा। इस लेख में जानेंगे व्रत में खाए जाने वाले अनाज और उनके फायदे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित न्यूट्रिवाइज क्लीनिक की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से बात की।
1. व्रत में मखाना खाएं- Eat Makhana in Vrat
व्रत में मखाना खाना एक हेल्दी विकल्प है। मखाने में कैल्शियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जिससे हड्डियों का स्वास्थ्य बेहतर होता है। मखाना खाने से वेट लॉस (Weight Loss) में भी मदद मिलती है। मखाना खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है और व्रत में जल्दी भूख नहीं लगती। यह उपवास के लिए एक अच्छा स्नैक है जिसे भूनकर खाया जा सकता है।
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2. व्रत में क्विनोआ खाएं- Eat Quinoa in Sawan Vrat
क्विनोआ, वैसे, तो एक विदेशी अनाज है, लेकिन इनमें 9 जरूरी अमीनो एसिड्स मौजूद होते हैं इसलिए इसे कंप्लीट प्रोटीन कहा जाता है। व्रत में आप क्विनोआ से खिचड़ी, उपमा जैसी चीजें बनाकर खा सकते हैं। क्विनोआ में फाइबर और आयरन होता है, जिससे व्रत में खाकर शरीर में एनर्जी रहती है।
3. समा के चावल खाएं- Eat Sama Rice in Sawan Vrat
समा के चावल का इस्तेमाल, व्रत के दौरान किया जाता है। यह अनाज ग्लूटेन-फ्री होता है। समा के चावल को डायबिटिक मरीज भी खा सकते हैं क्योंकि समा के चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। समा के चावल से आप पुलाव, टिक्की, खिचड़ी या खीर बना सकते हैं। समा के चावल फाइबर और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं। ये डाइजेशन और हार्ट हेल्थ के लिए भी फायदेमंद हैं।
4. व्रत में सिंघाड़े का आटा खाएं- Eat Chestnut Flour in Sawan Vrat
व्रत में सिंघाड़े का आटा भी खूब खाया जाता है। सिंघाड़े के आटे में पोटैशियम, विटामिन-बी6 और जिंक जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। डिहाइड्रेशन और थकान से बचने के लिए इस आटे का सेवन करना फायदेमंद है। सिंघाड़े के आटे का पराठा या चीला बनाकर भी खा सकते हैं। इस आटे का सेवन करना पाचन के लिए फायदेमंद होता है।
5. व्रत में कुट्टू का आटा खाएं- Eat Buckwheat Flour in Sawan Vrat
हमारे घर मे भी व्रत के दौरान, कुट्टू का आटा सबसे ज्यादा खाया जाता है। कुट्टू का आटा खाकर शरीर को एनर्जी मिलती है, थकान नहीं होती और पेट लंबे समय तक भरा रहता है। इस आटे से पकौड़ी, पूरी या चीला बनाकर खा सकते हैं। कुट्टू के आटे में मैग्नीशियम, एंटीऑक्सीडेंट्स, हाई फाइबर और प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है।
6. सावन व्रत में राजगिरा खाएं- Eat Rajgira in Sawan Vrat
व्रत में राजगिरा का सेवन कर सकते हैं। इसे रामदाना भी कहते हैं। यह एक पौष्टिक अनाज है जिसे व्रत में खाया जाता है। आप राजगिरे के लड्डू, खीर हलवा या रोटी बनाकर खा सकते हैं। राजगिरा खाकर शरीर को लंबे समय तक एनर्जी मिलती है। राजगिरा में प्रोटीन, आयरन, फाइबर और कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है।
7. व्रत में साबूदाना और मूंगफली का सेवन करें- Eat Sabudana and Peanuts in Sawan Vrat
साबूदाना, व्रत में खाए जाने वाला सबसे कॉमन अनाज है। इसे खाकर पेट लंबे समय तक भरा रहता है। वहीं व्रत में मूंगफली का सेवन करने से शरीर को हेल्दी फैट और प्रोटीन मिलता है। इस कॉम्बिनेशन का सेवन करने से व्रत में थकान नहीं होती। आप साबूदाना खिचड़ी का सेवन कर सकते हैं।
उपवास में आप इन हेल्दी अनाजों को अपनी डाइट में शामिल करें। ये सभी स्वाद में लाजवाब हैं और सेहत के लिए बेहतरीन हैं। केवल साबूदाने तक सीमित न रहें, थाली में पोषण और वैरायटी दोनों को शामिल करें।
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FAQ
सबसे पौष्टिक अनाज कौन सा है?
राजगिरा और क्विनोआ को सबसे पौष्टिक अनाज माना जाता है। इनमें मौजूद प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर, अमीनो एसिड्स और आयरन की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर को पोषण और एनर्जी देते हैं।व्रत में कौन सा आटा खाया जाता है?
व्रत में ज्यादातर कुट्टू, राजगिरा, सिंघाड़ा और समा के चावल का आटा खाया जाता है। ये सभी अनाज ग्लूटन-फ्री होते हैं और पचने में आसान और पोषण से भरपूर होते हैं।उपवास में साबूदाना क्यों खाया जाता है?
साबूदाना जल्दी पच जाता है और शरीर को एनर्जी भी देता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है, जो व्रत के दौरान शरीर को एनर्जी देता है और लंबे समय तक भूख नहीं लगने देता।