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डायबिटीज से लेकर थायराइड तक, किस बीमारी में खाना चाहिए कौन सा साबुत अनाज? बता रहे हैं एक्सपर्ट

Which whole grain should be eaten in which disease : साबुत अनाज ग्लूटेन फ्री होते हैं। विभिन्न प्रकार की बीमारियों में साबुत अनाज खाने से जल्दी आराम मिलता है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
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डायबिटीज से लेकर थायराइड तक, किस बीमारी में खाना चाहिए कौन सा साबुत अनाज? बता रहे हैं एक्सपर्ट


Which whole grain should be eaten in which disease : आधुनिक लाइफस्टाइल और खानपान ने हमें कई प्रकार की बीमारियां दी हैं। लेकिन कोरोना काल के बाद एक बार फिर लोगों का ध्यान स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए पारंपरिक आहार की तरफ गया है। पारंपरिक आहार में मोटा अनाज जिन्हे अंग्रेजी में मिलेट्स (Millets) कहा जाता है, मुख्य रूप से शामिल है। मोटा अनाज जैसे कि बाजरा, ज्वार, रागी, कोदो, समा, कुटकी और अन्य अनाज न केवल पोषण से भरपूर हैं, बल्कि ये कई गंभीर बीमारियों जैसे डायबिटीज, थायराइड, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और पाचन तंत्रिका से जुड़ी बीमारियों को भी दूर करते हैं। लेकिन इसके लिए हमारा ये जानना जरूरी है कि कौन सी बीमारी में हमें कौन सा साबुत अनाज खाने चाहिए। आज इस लेख में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे।

साबुत अनाज के पोषक तत्व
न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन रमित कौर का कहना है कि साबुत अनाज पोषक तत्वों का खजाना है। साबुत अनाज में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, जिंक, फाइबर और विटामिन जैसे पोषक तत्व जाते हैं। साबुत अनाज की खास बात ये है कि इनमें ग्लूटेन नहीं होता है। इसलिए साबुत अनाज को पचाना ज्यादा आसान होता है। कई सारी खूबियों के कारण ही भारत सरकार और आयुष मंत्रालय भी साबुत अनाज को दैनिक आहार में शामिल करने की सलाह दे रहे हैं।

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1. डायबिटीज में कौन सा साबुत अनाज खाएं?- Which whole grains should be eaten in diabetes?
न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर को नियंत्रित में रखना बहुत जरूरी होता है। साबुत अनाज में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, इसलिए ये ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने में मदद करता है। डायबिटीज के मरीजों को कोदो मिलेट (Kodo Millet), बार्नयार्ड मिलेट (सामा) और ज्वार (Sorghum) खाने की सलाह दी जाती है। इन साबुत अनाजों में हाई फाइबर होता है। इसको खाने से शरीर का ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ता है। डायबिटीज के मरीज कोदो की खिचड़ी, ज्वार की रोटी, सामा की पुलाव बनाकर डाइट में शामिल कर सकते हैं।

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2. मोटापा में कौन सा मोटा अनाज खाएं?- Which coarse grain should be eaten in obesity?
मोटापे से ग्रस्त लोगों को ऐसा अनाज खाने की सलाह दी जाती है, जो जल्दी से हजम हो जाए और शरीर को कम कैलोरी दे। साबुत अनाज इसका सर्वोत्तम विकल्प है। मोटापा कम करने के लिए डाइट में बाजरा (Pearl Millet), कुटकी और कंगनी जैसे साबुत अनाज को खाने की सलाह दी जाती है। न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, साबुत अनाज में हाई फाइबर और लो कैलोरी पाई जाती है। ये फैट को तेजी से बर्न करने में मदद करता है। मोटापा घटाने के लिए साबुत अनाजों का दलिया, इडली, उपमा और खिचड़ी खाना बेहतर होता है।
3. थायरॉइड में कौन सा साबुत अनाज खाएं?- Which whole grain should be eaten in thyroid?
जीवनशैली और खानपान के कारण थायरॉइड की समस्या महिलाओं में आम हो चुकी है। थायरॉइड हार्मोन असंतुलन शरीर के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करता है। थायरॉइड के मरीज अगर साबुत अनाज का सेवन करें, तो ये हार्मोन को संतुलित करने में मदद मिलती है। थायरॉइड के मरीजों को रागी (Finger Millet), कुटकी (Little Millet)और संतुलित मात्रा में ज्वार खाने की सलाह दी जाती है। इन साबुत अनाजों को आप डोसा, माल्ट (बिना चीनी के), कुटकी उपमा या खिचड़ी बनाकर खा सकते हैं।

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4. हाई ब्लड प्रेशर में कौन सा साबुत अनाज खाएं?- Which whole grain should be eaten in high blood pressure?
हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर युक्त साबुत अनाज खाने की सलाह दी जाती है। इसके लिए डाइट में ज्वार, फॉक्सटेल मिलेट और रागी को शामिल करना चाहिए। रागी में पर्याप्त मात्रा में पोटेशियम और कैल्शियम पाया जाता है। ये ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है। हाई ब्लड प्रेशर के मरीज ज्वार या रागी की रोटी, फॉक्सटेल मिलेट की इडली बनाकर खा सकते हैं।
5. पेट की बीमारी में कौन सा साबुत अनाज खाएं-
पेट में दर्द, कब्ज, जलन और एसिडिटी जैसी पेट से जुड़ी बीमारी में कोदो, ज्वार और बाजरा खाना चाहिए। इन साबुत अनाजों में रैशेज और फाइबर पाया जाता है। जो मल को मुलायम बनाकर मल त्याग की प्रक्रिया को आसान कर देता है। पेट की बीमारी में आप कोदो, ज्वार और बाजरा का दलिया, रोटी और खिचड़ी बनाकर खा सकते हैं।

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निष्कर्ष
भारत की पारंपरिक आहार संस्कृति में साबुत अनाजों का विशेष स्थान रहा है। साबुत अनाज न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि आधुनिक जीवनशैली के कारण होने वाली बीमारियों को भी रोकने में मददगार होते हैं। अगर आप किसी बीमारी से जूझ रहे हैं और उसे नियंत्रित करने के लिए दवाओं का सेवन कर रहे हैं, तो साबुत अनाज को खाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लें।

FAQ

  • साबुत अनाज खाने से क्या होता है?

    साबुत अनाज स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। साबुत अनाज में हाई फाइबर पाया जाता है। साबुत अनाज खाने से कब्ज और गैस की समस्या कम होती है। ये शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा देता है, ब्लड शुगर नियंत्रित रखता है और वजन घटाने में मदद करता है। मोटे अनाज में फाइबर, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सिडेंट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।
  • दुनिया का सबसे ताकतवर अनाज कौन सा है

    दुनिया का सबसे ताकतवर अनाज रागी को माना जाता है। रिसर्च के अनुसार रागी में कैल्शियम, आयरन, फाइबर, प्रोटीन और अमीनो एसिड पाया जाता है। ये हड्डियों को मजबूत बनाने, शरीर में खून की कमी को दूर करने और डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करता है। रागी एक ग्लूटेन-फ्री अनाज होता है। इसलिए ये उन लोगों के लिए भी फायदेमंद होता है, जिन्हें ग्लूटेन युक्त अनाज जैसे गेंहू से एलर्जी होती है।
  • साबुत अनाज खाने के क्या फायदे हैं?

    साबुत अनाज में एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन के और फाइबर पाए जाते हैं। साबुत अनाज खाने से पाचन से जुड़ी परेशानियां, हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक का खतरा कम होता है। साबुन अनाज खाने से किडनी और लिवर से जुड़ी बीमारियां भी कम होती हैं।

 

 

 

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