Common Thyroid Problems : खानपान, तनाव और जीवनशैली के कारण इन दिनों थायराइड एक आम परेशानी बन चुकी है। थायराइड पहले सिर्फ बुजुर्गों की समस्या मानी जाती थी, लेकिन अब ये कम उम्र के युवाओं और बच्चों को भी हो रही है। थायराइड एक ग्रंथि (ग्लैंड) है। जो शरीर में हार्मोन के उत्पादन में मदद करती है। जब थायराइड ग्रंथि असंतुलित हो जाती है, तो शरीर को कई प्रकार से प्रभावित करती है। इतना ही नहीं, थायराइड के मरीजों को कई प्रकार की तकलीफों से भी गुजरना पड़ता है।
थायराइड होने पर क्या-क्या तकलीफ होती है - Common Thyroid Problems According to doctor
दिल्ली के जनरल फिजिशियन और एमबीबीएस डॉ. सुरिंदर कुमार के अनुसार, थायराइड ग्रंथि, एंडोक्राइन सिस्टम का हिस्सा है। यह थायरोक्सिन (T4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3) हार्मोन का निर्माण शरीर में करती है। थायराइड ग्रंथि मुख्य रूप से मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने और शरीर को एनर्जी देनेके काम करती है। जब किसी व्यक्ति की थायराइड ग्रंथि (What is Thyroid) सही तरीके से काम नहीं करती है, तो इसका सीधा असर मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है और यह कई तकलीफों का कारण बनता है।
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1. वजन का बदलाव- Weight changes due to thyroid
थायराइड के मरीजों का मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है। इससे कुछ मरीजों को तेजी से वजन बढ़ने, तो वहीं कुछ मरीजों को वजन घटने की समस्या का सामना करना पड़ता है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि हाइपोथायरायडिज्म में वजन अचानक बढ़ने लगता है। हाइपोथायरायडिज्म में थायराइड हार्मोन की कमी से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। जबकि हाइपरथायरायडिज्म में वजन तेजी से घटना है। इस स्थिति में मेटाबॉलिज्म बहुत तेज हो जाता है। इससे शरीर बिना किसी मेहनत के भी कैलोरी बर्न करती है।
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2. थकान- Fatigue due to thyroid
मेटाबॉलिज्म के धीमे काम करने के कारण थायराइड के मरीजों को अक्सर शारीरिक थकान, कमजोरी और दर्द का सामना करना पड़ता है। थायराइड के रोगी इस बात की भी शिकायत करते हैं कि वह पर्याप्त नींद और सही खानपान को अपना रहे हैं, इसके बावजूद उन्हें थकान और आलम रहता है। इसका मुख्य कारण मेटाबॉलिज्म का धीमे काम करना है।
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3. मानसिक परेशानियां- Mental problems due to thyroid
थायराइड ग्रंथि के सही तरीके से काम न करने के कारण पीरियड्स में भी बदलाव देखा जाता है। कुछ महिलाओं को थायराइड में बहुत कम ब्लीडिंग हो सकती है। वहीं, कुछ को बहुत ज्यादा ब्लीडिंग की तकलीफ होती है। पीरियड्स में बदलाव का सीधा असर महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। इससे डिप्रेशन, बेचैनी, चिड़चिड़ापन, एकाग्रता में कमी और सोचने में परेशानी होना आम बात है।
4. बालों का खराब होना- Hair loss due to thyroid
डॉ. सुरिंदर कुमार का कहना है कि थायराइड हार्मोन के असंतुलन के कारण बालों की जड़ों को पर्याप्त मात्रा में पोषण नहीं मिल पाता है। इससे बाल धीरे-धीरे झड़ने लगते हैं, पतले हो जाते हैं और गंभीर मामलों में झड़े हुए बाल दोबारा नहीं उगते हैं। थायराइड के कारण बालों में ड्राईनेस और रूसी की तकलीफ भी होती है।
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5. त्वचा का बेजान होना- Dull skin due to thyroid
थायराइड हार्मोन त्वचा के सेल्स री-जेनरेशन को भी नियंत्रित करता है। यही कारण है कि थायराइड के ज्यादातर मरीजों को त्वचा संबंधी परेशानी होती है। इससे त्वचा सूखी, मोटी, बेजान और खुजली वाली हो जाती है। साथ ही, नाखून भी बेजान होकर टूटने लगते हैं।
इन सबके अलावा थायराइड महिलाओं और पुरुषों में इनफर्टिलिटी, गले में सूजन, कब्ज व पाचन से जुड़ी अन्य परेशानियों और मांसपेशियों में दर्द की तकलीफ भी दे सकता है।
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थायराइड को मैनेज करने के लिए क्या करें- What to do to manage thyroid
- थायराइड को मैनेज करने के लिए खाने में आयोडिन युक्त नमक को शामिल करें। आयोडिन की कमी थायराइड होने का प्रमुख कारण है।
- मानसिक और शारीरिक तनाव को कम करने के लिए योग, मेडिटेशन करें।
- खाने में हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, मछली और नट्स को शामिल करें। इन चीजों से शरीर को पर्याप्त पोषण मिलता है, जिससे थायराइड हार्मोन संतुलित होता है।
- थायराइड की परेशानी से बचाव करने के लिए शारीरिक रूप से एक्टिव करें। रोजाना 15 मिनट वॉक करें।
- दिन में कम से कम 8 घंटों की नींद जरूर लें। कम नींद के कारण भी थायराइ़ड हार्मोन असंतुलित होता है।
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निष्कर्ष
थायराइड एक गंभीर बीमारी है। लेकिन जीवनशैली में बदलाव, दवाओं और एक्सरसाइज के जरिए इसे मैनेज किया जा सकता है। अगर आपको या आपके परिवार में किसी व्यक्ति को थायराइड है, तो इसके लक्षणों को नजरअंदाज किए बिना, इलाज शुरू करवाएं। ध्यान रहे आप जितनी जल्दी थायराइड या किसी भी अन्य बीमारी का इलाज करवाएंगे, उतनी जल्दी रिकवरी होगी।
FAQ
थायराइड की जांच कैसे होती है?
थायराइड की जांच अल्ट्रासाउंड या स्कैन द्वारा की जाती है। इसमें Thyroid Stimulating Hormone यानी T3, और T4 की स्थिति का पता किया जा सकता है।थायराइड का दर्द कहां होता है?
थायराइड की ग्रंथि गले में होती है। इसकी वजह से थायराइड का दर्द गले के ठीक सामने, जबड़े, कान और सिर की ओर होता है।थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है?
यह जीवनशैली से जुड़ा रोग है। इसलिए थायराइड कितने दिनों में ठीक होगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि किस प्रकार का थायराइड है। इसके लक्षण क्या-क्या नजर आ रहे हैं और इसे सुधारने के लिए मरीज कौन-कौन से कदम उठा रहा है।