Ways to Improve Your Thyroid Health: थायराइड गले में मौजूद तितली के आकार की एक ग्रंथि है। थायराइड ग्रंथि मेटाबॉलिज्म, शरीर की एनर्जी और शरीर के विकास को नियंत्रित करने का काम करती है। थायराइड ग्रंथि के काम में रूकावट तब आती है, जब रोजमर्रा की जीवन शैली असंतुलित हो। खानपान में गड़बड़ी, शरीर में पोषक तत्वों की कमी और तनाव थायराइड को प्रभावित करता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के आंकड़ों के अनुसार, भारत में लगभग 42 मिलियन लोग थायराइड से ग्रस्त हैं। थायराइड जैसी बीमारी से जूझ रहे ज्यादातर लोग इसे संतुलित करने के लिए दवाओं का सहारा लेते हैं। थायराइड के लिए एक बार दवाएं शुरू हो गईं, तो आपको आजीवन इसका सेवन करना पड़ सकता है। गौर करने वाली बात यह है कि थायराइड की दवाओं के सेवन में थोड़ी सी भी लापरवाही आपकी मुसीबत को बढ़ा सकती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट और न्यूट्रिशनिस्ट नमामि अग्रवाल का कहना है कि थायराइड को मैनेज करने के लिए कुछ खास चीजों को फॉलो करना चाहिए। आइए जानते हैं क्या हैं वो 3 चीजें, जिससे थायराइज को मैनेज किया जा सकता है।
थायराइड को कैसे मैनेज करें?- How to Manage Thyroid Health
हेल्थ एक्सपर्ट नमामि अग्रवाल ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर थायराइड कंट्रोल करने के उपायों को साझा किया है। इसकी मदद से बिना दवाओं के भी आप थायराइड को मैनेज कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि थायराइड की वजह से वजन बढ़ना, पीरियड्स का अनियमित होना, बालों का झड़ना और शरीर के एनर्जी लेवल प्रभावित होता है। मुख्य रूप से थायराइड की समस्या की दो प्रकार से जानकारी मिलती है। एक वो जिससे थायराइड का लेवल कम होता हैं और दूसरा वो जिसमें थायराइड का स्तर ज्यादा होता है। इसे रोजमर्रा की जीवनशैली में कुछ बदलाव करके मैनेज किया जा सकता है।
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1. डाइट में मिनरल्स को करें शामिल
थायराइड को मैनेज करने में मिनरल्स बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। नाममि अग्रवाल की मानें तो थायराइड की समस्या को मैनेज करने के लिए रोजमर्रा के खानपान में आयोडीन, सेलेनियम और जिंक जैसे मिनरल्स को जरूर शामिल करना चाहिए। आयोडीन हार्मोन उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण जाता है। शरीर में आयोडीन को संतुलित करने के लिए खानपान में मछली, डेयरी, आयोडीन युक्त नमक जैसी चीजों को शामिल करें। इसके अलावा सेलेनियम थायरोक्सिन (T4) को सक्रिय ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3) में बदलता है। यह ग्रंथि को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाता है। वहीं, जिंक हार्मोन उत्पादन में मदद करता है। शरीर में जिंक की कमी को पूरा करने के लिए आप कद्दू के बीज और चना को खाने में शामिल करें।
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2. एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग
ज्यादातर लोग एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग को बहुत ही आम बात मानते हैं। लेकिन अगर आप थायरॉइड से पीड़ित हैं तो ऐसे में आपको एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। एक्सरसाइज न सिर्फ आपके वजन को मेंटेन करने में मदद करता है, बल्कि थायरॉइड ग्लैंड के काम को भी बेहतर बनाता है। नमामि अग्रवाल की मानें तो थायराइड से पीड़ित व्यक्ति को रोजाना 30 मिनट एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग जरूर करनी चाहिए।
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3. कैल्शियम के लेवल का ध्यान रखें
थायराइड के मरीजों के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी होता है। दरअसल, भोजन में कैल्शियम की कमी से थायराइड और हार्मोन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। थायरॉयड कैल्सीटोनिन का उत्पादन करता है, जो कैल्शियम को नियंत्रित करता है। असंतुलित थायराइड हार्मोन असामान्य कैल्शियम स्तर का कारण बन सकते हैं। नमामि अग्रवाल के अनुसार, नियमित तौर पर कैल्शियम के स्तर की जांच करने से थायराइड की समस्या का पता जल्द लग सकता है और इसे समय रहते मैनेज किया जा सकता है।
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