Reasons Why PCOS Women Need Walking In Hindi: आज के समय में ज्यादातर महिलाएं पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) और पीसीओडी यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) जैसी हार्मोन्स से जुड़ी समस्या से परेशान रहती हैं। इसके कारण महिलाओं को कब्ज, अपच जैसी पाचन से जुड़ी समस्याएं, अनियमित पीरियड्स, शरीर में अधिक बाल आना, वजन बढ़ने, फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं, पिंपल्स और मुंहासों जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इससे राहत के लिए अक्सर महिलाओं को एक्सरसाइज और वॉक करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में आइए जयपुर में स्थित माहेश्वरी चिकित्सालय की वरिष्ठ सलाहकार प्रसूति एवं स्त्री रोग डॉ. वंदना भराड़िया (Dr. Vandana Bharadia, Senior Consultant Obstetrics and Gynecology, Maheshwari Hospital, Jaipur) से जानें पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) की समस्या में वॉक करने से क्या होता है?
पीसीओएस में कितना और कब वॉक करें? - How Much And When To Walk In PCOS?
पीसीओएस की समस्या से पीड़ित महिलाओं को 5 से 10 हजार स्ट्रेप्स रोज चलने चाहिए। इसके अलावा, सुबह-शाम आधा घंटा वॉक करना भी पर्याप्त है। यह एक लो स्ट्रेस एक्टिविटी है, जिसको नियमित रूप से आराम से किया जा सकता है। इससे पीसीओएस के साथ-साथ महिलाओं के स्वास्थ्य को अन्य कई लाभ मिलते हैं। ध्यान रहे खाना खाने के बाद 10 मिनट की वॉक करना फायदेमंद है।
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पीसीओएस में वॉक करने के फायदे - Benefits Of Walking In PCOS In Hindi
इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करे
पीसीओएस की समस्या में वॉक करने से महिलाओं को इंसुलिन सेंसिटिविटी की समस्या में सुधार करने में मदद मिलती है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम करने और हार्मोन्स को संतुलित करने में मदद मिलती है।
मेंस्ट्रुअल साइकिल को नियंत्रित करे
पीसीओएस (PCOS) की समस्या शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने की समस्या के कारण होती है, जिससे महिलाओं को पीरियड्स के अनियमित होने की समस्या हो सकती है। ऐसे में वॉकिंग जैसे फिजिकल एक्टिविटीज को करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने और सूजन को कम करने में मदद मिलती है, साथ ही, हार्मोन्स भी बैलेंस होता है, जिससे पीरियड्स को नियंत्रित करने, स्किन को हेल्दी रखने और ओव्यूलेशन को बेहतर करने में मदद मिलती है।
वजन कम करे
वजन कम करने के लिए वॉक करना एक अच्छी एक्सरसाइज है। वॉक करने से इंसुलिन और मेटाबॉलिज्म को बेहतर करती है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है, जो पीसीओएस की समस्याओं में से एक है। यह शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने के कारण होती है। बता दें, नियमित वॉक करने से शरीर में जमा फैट को कम करने में मदद मिलती है।
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हार्ट के लिए फायदेमंद
पीसीओएस की समस्या में महिलाओं को हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ता है। ऐसे में नियमित रूप से वॉक करने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने और हार्ट को हेल्दी रखने में मदद मिलती है।
स्ट्रेस कम करे
पीसीओएस की समस्या में कोर्टिसोल हार्मोन (स्ट्रेस हार्मोन) के बढ़ने की समस्या होती है, जिससे इसके लक्षण बढ़ते हैं। ऐसे में इस दौरान बाहर वॉक करने से हार्मोन्स को बैलेंस करने में मदद मिलती है, साथ ही, स्ट्रेस को कम करने और ब्रेन को शांत करने में मदद मिलती है।
एनर्जी और मूड बेहतर करे
नियमित वॉक करने से शरीर में एंडोर्फिन को रिलीज करने में मदद मिलती है, जिससे मूड को बेहतर कर अच्छी फील होता है। वॉक करने से थकान, एंग्जायटी, मूड स्विंग्स और डिप्रेशन जैसे पीसीओएस के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) की समस्या में महिलाओं को स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इस दौरान नियमित रूप से वॉक करने से मूड को बेहतर करने, थकान दूर करने, इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करने, मेंस्ट्रुअल साइकिल को नियंत्रित करने, वजन कम करने, हार्ट को हेल्दी रखने, ब्रेन को शांत करने और स्ट्रेस को कम करने में मदद मिलती है।
ध्यान रहे, पीसीओएस से जुड़ी अधिक समस्या महसूस होने डॉक्टर से तुरंत सलाह लें।
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