आज की तेज और तनावपूर्ण जीवनशैली में मानसिक स्वास्थ्य एक बड़ा मुद्दा बन गया है। काम का दबाव, पारिवारिक जिम्मेदारियां, अनिश्चित भविष्य और नींद की कमी ये सभी चीजे व्यक्ति को मानसिक रूप से कमजोर और तनावग्रस्त बना देती हैं। ऐसे में प्राकृतिक औषधियों का सहारा लेना बहुत ही उपयोगी हो सकता है। इन्हीं में से एक है सहजन (मोरिंगा) की पत्तियां, जो अपनी औषधीय गुणों के लिए सदियों से आयुर्वेद में जानी जाती हैं। सहजन की पत्तियां ना केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती हैं, बल्कि यह तनाव (Stress), चिंता (Anxiety) और मानसिक थकावट को भी कम करने में कारगर हैं। इस लेख में राजहंस चेरिटेबल ट्रस्ट के आयुर्वेदाचार्य डॉ श्रेय शर्मा से जानते हैं कि मोरिंगा की पत्तियां तनाव कम करने में कैसे मदद करती हैं, इसके सेवन के तरीके और इसके अन्य लाभ क्या हैं।
तनाव को कम करने में मोरिंगा की पत्तियां कैसे कारगर हैं? - Benefits Of Moringa Leaves To Reduce Stress In Hindi
मोरिंगा ओलिफेरा (Moringa Oleifera) को हिंदी में सहजन कहा जाता है। यह एक पोषण से भरपूर पौधा है जिसकी पत्तियों, फूलों, फलियों और बीजों का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। मोरिंगा की पत्तियों में विटामिन ए, बी, सी, आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम, प्रोटीन, और शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर
मोरिंगा की पत्तियों में क्वेरसेटिन (Quercetin), क्लोरोजेनिक एसिड और विटामिन C जैसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो तनाव से उत्पन्न ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। जब शरीर में फ्री रेडिकल्स की मात्रा बढ़ती है, तो दिमाग पर दबाव पड़ता है और तनाव बढ़ता है। मोरिंगा इस प्रक्रिया को रोकता है।
कॉर्टिसोल हार्मोन को संतुलित करता है
तनाव के समय शरीर में कॉर्टिसोल (Cortisol) नामक हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे चिंता और घबराहट की स्थिति बनती है। मोरिंगा की पत्तियों के नियमित सेवन से यह हार्मोन नियंत्रित रहता है, जिससे मानसिक शांति मिलती है।
नर्वस सिस्टम को शांत करता है
मोरिंगा में मौजूद मैग्नीशियम, पोटैशियम और विटामिन B6 नसों को शांत करने में मदद करते हैं। यह तंत्रिका तंत्र (Nervous System) को मजबूत बनाते हैं जिससे तनाव और चिंता से लड़ने की शक्ति बढ़ती है।
नींद को सुधारता है
तनाव का सीधा असर नींद पर पड़ता है। मोरिंगा की पत्तियों में मौजूद पोषक तत्व मेलाटोनिन और सेरोटोनिन के निर्माण में मदद करते हैं, जो अच्छी नींद लाने के लिए आवश्यक हैं। गहरी नींद लेने से तनाव अपने आप कम हो जाता है।
डिप्रेशन और एंग्जायटी में लाभकारी
मोरिंगा की पत्तियों में प्राकृतिक रूप से ऐसे गुण होते हैं जो डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी मानसिक समस्याओं से निपटने में मदद करते हैं। यह मूड को स्थिर करता है और पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ता है।
मोरिंगा पत्तियों के सेवन के तरीके - How to Use Moringa Leaves for Stress Relief In Hindi
मोरिंगा चाय (Moringa Tea)
मुट्ठी भर सूखी या ताज़ी मोरिंगा पत्तियों को पानी में उबालें, छानकर गुनगुना पिएं। इसमें शहद और नींबू मिलाकर स्वाद बढ़ा सकते हैं।
मोरिंगा पाउडर
सूखी पत्तियों को पीसकर बनाए गए पाउडर को दूध, जूस या गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है। रोज़ाना 1 चम्मच पर्याप्त है।
मोरिंगा स्मूदी
फ्रूट स्मूदी में मोरिंगा पाउडर मिलाकर सेवन करें। यह न केवल स्वादिष्ट होगा, बल्कि तनाव घटाने में भी मदद करेगा।
पत्तियों का सब्ज़ी में उपयोग
मोरिंगा की ताजी पत्तियों को दाल, खिचड़ी या सब्ज़ी में मिलाकर पकाया जा सकता है।
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मोरिंगा की पत्तियां केवल एक औषधीय पौधे की पत्तियां नहीं, बल्कि यह एक संपूर्ण टॉनिक हैं तनाव और चिंता को दूर करने के लिए। इसके नियमित और सही उपयोग से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। यह एक प्राकृतिक, सस्ता और सुरक्षित तरीका है जिससे आप तनाव को मात दे सकते हैं।
FAQ
मानसिक तनाव दूर करने के लिए क्या खाएं?
विटामिन सी शरीर के तनाव को कम करने में मदद करता है। साथ ही, यह रक्तचाप और कोर्टिसोल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।तनाव को दूर करने के क्या उपाय हैं?
तनाव से निपटने के लिए कई तरह के उपाय मौजूद हैं। इसके लिए आप योग करें, मेडिटेशन, और पोष्टिक भोजन का सेवन करें। साथ ही, पर्याप्त नींद लेना शुरु करें।तनाव के शारीरिक लक्षण कौन से हैं?
तनाव होने पर सीने में दर्द या ऐसा महसूस होना कि आपका दिल तेजी से धड़क रहा है। थकावट या नींद न आना, सिरदर्द , चक्कर आना या कंपकंपी होना भी तनाव का एक सामान्य लक्षण माना जाता है।