Moringa Kab Nahi Khana Chahiye: आयुर्वेद में मोरिंगा को एक शक्तिशाली औषधीय पौधा माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मोरिंगा का सेवन शरीर में त्रिदोषों वात, पित्त और कफ को संतुलित करने में मदद कर सकता है। मोरिंगा को कई लोग सहजन के नाम से भी जानते हैं, जो कई पोषक तत्वों से भरपूर पोधा है। इसमें विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। इसकी पत्तियां, फल, बीज और जल सभी चीजों का इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधि के रूप में किया जाता है, जो कई छोटी बीमारी से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है। लेकिन, कुछ स्वास्थ्य स्थितियां ऐसी होती हैं, जिसमें मोरिंगा की पत्तियों का सेवन करने से बचना चाहिए। आइए रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं कि मोरिंगा की पत्तियों का सेवन किसे नहीं करना चाहिए? (who should not take moringa leaves)
मोरिंगा की पत्तियां कब नहीं खानी चाहिए? - Who Should Not Eat Moringa Leaves in Hindi
आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार मोरिंगा की पत्तियों का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन कुछ स्वास्थ्य स्थितियों ममें इसके सेवन बचना चाहिए, क्योंकि ये आपके सेहत पर बुरा असर डाल सकती है।
1. ज्यादा पतले व्यक्ति - Underweight People
अगर आप या कोई अन्य व्यक्ति पहले से बहुत ज्यादा दुबला पतला है और वजन बढ़ाने की कर रहे हैं, तो मोरिंगा की पत्तियों का सेवन आपके लिए हानिकारक हो सकते हैं। मोरिंगा की पत्तियां शरीर में मौजूद एक्सट्रा फैट को कम कर सकती है। यह आपके मेटाबॉलिज्म को तेज करती है, जिससे शरीर का फैट और मांसपेशियां तेजी से टूटने लगती हैं। इससे दूबले लोगों का वजन और भी कम हो सकता है और शरीर में कमजोरी आ सकती है।
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2. पाचन तंत्र कमजोर होने पर - Weak digestive system
जिन लोगों को बार-बार दस्त, गैस, ब्लोटिंग, कब्ज और पेट में दर्द की समस्या रहती है, यानी जिन्हें इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) की समस्या है, उन्हें भी मोरिंगा की पत्तियां खाने से बचना चाहिए। मोरिंगा की पत्तियों में कृमिनाशक (anthelmintic) होती हैं, यानी यह आंतों में मौजूद कीड़ों और बैक्टीरिया को खत्म कर देते हैं। मोरिंगा में मौजूद ये गुण सामान्य पाचन क्रिया में रुकावट का कारण बन सकती है और पाचन को और ज्यादा मुश्किल बना सकती है। इससे व्यक्ति के पेट में जलन, दस्त या कब्ज की समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है।
3. गर्भवती महिलाएं - Pregnant Women
मोरिंगा की पत्तियां आमतौर पर आयरन और फोलिक एसिड से भरपूर होती है, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल, ऐसा माना जाता है कि मोरिंगा की जड़ों या बीजों में गर्भपात कराने वाले तत्व हो सकते हैं, हालांकि पत्तियां इनके तुलना में सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन अगर महिला का पेट पहले से सेंसिटिव है तो इसके सेवन से उसमें उल्टी, मतली, दस्त या गर्भाश्य पर इसका बुरा असर पड़ सकता है।
4. कम ब्लड प्रेशर वाले लोग - Low Blood Pressure
मोरिंगा की पत्तियों में नेचुरल तरीके से बल्ड कम करने वाले औषधिय गुण पाए जाते हैं। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति को कम ब्लड प्रेशर की समस्या हो और वो इसका सेवन करता है तो इसका असर उसके सेहत पर नकारात्मक रूप से पड़ सकता है। मोरिंगा की पत्तियां ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करता है और ब्लड प्रेशऱ को कम करता है। इसलिए, अगर किसी व्यक्ति का पहले से ब्लड प्रेशर कम है तो उसे मोरिंगा की पत्तियां खाने से चक्कर, कमजोरी, थकान या बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
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5. थायराइड के मरीज - Tyroid Patients
मोरिंगा की पत्तियों का सेवन थायराइड से पीड़ित मरीजों को भी करने से बचना चाहिए। खासकर, हाइपरथायरायडिज्म से पीड़ित मरीजों को सहजन की पत्तियां नहीं खानी चाहिए, क्योंकि इससे थायराइड का लेवल और ज्यादा कम हो सकता है, जिससे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इन पत्तियों के तत्व थायराइड हार्मोन के संतुलन को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे व्यक्ति में थायराइड के लक्षण और ज्यादा उभर कर नजर आ सकते हैं।
निष्कर्ष
मोरिंगा या सहजन की पत्तियों का सेवन कुछ स्वास्थ्य स्थितियों में सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है। भले ही आयुर्वेद में इसे खाने के कितनी ही स्वास्थ्य फायदे क्यों न हो, लेकिन कम ब्लड प्रेशर, प्रेग्नेंसी, दुबले-पतले लोग आदि समस्याओं में सहजन की पत्तियों को नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इससे सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
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FAQ
मोरिंगा के पत्ते गर्म होते हैं या ठंडे?
आयुर्वेद में मोरिंगा के पत्तों की तासीर गर्म मानी जाती है। इसलिए, इसे सीमित मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इसकी गर्म तासीर के कारण ये शरीर में गर्मी बढ़ा सकती है, खासकर गर्मियों के मौसम में।मोरिंगा के पत्ते पीने के लिए कैसे तैयार करें?
मोरिंगा के पत्ते पीने के लिए तैयार करने के कई तरीके हैं, जिनमें सबसे आसान तरीके इन पत्तियों में पानी में उबालकर, इसकी चाय बनाकर या जूस बनाकर पीना है। आप चाहें तो मोरिंगा की पत्तियों को सुखाकर पाउडर बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।क्या मोरिंगा के साइड इफेक्ट होते हैं?
हां, मोरिंगा के सेवन के कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं। खासकर अगर इसे ज्यादा मात्रा में लिया जाए या कुछ स्वास्थ्य स्थितियों में इसका सेवन किया जाए, जैसे पाचन से जुड़ी समस्याएं, ब्लड प्रेशर कम होने या हाइपरथायराइड की समस्या में।