नवजात शिशु को छह महीने तक केवल मां का दूध दिया जाता है। शिशु के लिए मां के दूध से बढ़कर कोई अन्य आहार नहीं है पर स्ट्रेस भरा माहौल, पोषक तत्वों की कमी के कारण कई मांएं शिशु को स्तनपान करवाने में असक्षम महसूस करती हैं, अगर आपके साथ भी ये परेशानी है तो आपको हल्दी का सेवन करना चाहिए। हल्दी का सेवन करने से डिलीवरी के बाद होने वाली समस्याओं से छुटकारा मिलता है, इम्यूनिटी बनती है और स्तनपान करवानी वाली मां की सेहत अच्छी रहती है। इस लेख में हम ब्रेस्टफीडिंग मदर्स के लिए स्तनपान के फायदों पर चर्चा करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के वेलनेस डाइट क्लीनिक की डाइटीशियन डॉ स्मिता सिंह से बात की।
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स्तनपान करवाने वाली मां को हल्दी से मिलने वाले फायदे (Benefits of haldi for breastfeeding mothers)
मां और नवजात शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए हल्दी का सेवन जरूरी है। नवजात शिशु के लिए स्तनपान ही उसका पहला आहार होता है जिसके आधार पर उसे लाइफटाइम कई रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है। अगर शिशु ठीक ढंग से स्तनपान न कर पाए तो उसे कई बीमारियों का खतरा रहता है। स्तनपान करने के लिए जरूरी है कि मां की सेहत अच्छी हो इसलिए मां की डाइट का ख्याल रखना भी जरूरी है तभी आप एक हेल्दी बच्चे के पोषण का ध्यान रख पाते हैं, अगर मां का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा नहीं होगा तो उसे ब्रेस्टफीडिंग करवाने में परेशानी आ सकती है। इसलिए शिशु को सही ढंग से मां का दूध मिलने और मां की बेहतर सेहत के लिए हल्दी का सेवन जरूरी है।
1. इम्यूनिटी बढ़ती है (Boosts immunity)
हल्दी का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, डिलीवरी के बाद ब्रेस्टफीडिंग मदर्स की इम्यूनिटी बनने में समय लगता है ऐसे में अगर वो हल्दी का सेवन करती रहेंगी तो इम्यूनिटी बेहतर रहेगी, वहीं हल्दी में एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल गुण भी मौजूद होते हैं। हल्दी का सेवन करने से स्तनपान करवाने वाली मांएं ओस्टयोऑर्थराइटिस की समस्या से भी बच सकती हैं।
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2. डिलीवरी के बाद नहीं होगी पेट में सूजन (Prevents stomach swelling)
अगर आप हल्दी का सेवन करती हैं तो आपको डिलीवरी के बाद सूजन की समस्या नहीं होगी। इसके अलावा डिलीवरी के बाद जिन महिलाओं को पेट से जुड़ी शिकायत जैसे कब्ज, दस्त या एसिडिटी की समस्या होती है वो भी दूर हो जाती है।
3. स्तनपान करवाने वाली मां रहे स्ट्रेस फ्री (Lowers down stress)
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हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं तो जो कि आपके शरीर को स्ट्रेस-फ्री रखने में मदद करते हैं। अक्सर ये देखा गया है कि स्ट्रेस के कारण मांएं अपने बच्चों को स्तनपान नहीं करवा पाती हैं और इस समस्या से बचने के लिए आप हल्दी का सेवन करें, चाहे तो डाइट में हल्दी शामिल करें या हल्दी का दूध पी सकते हैं।
4. डिलीवरी के बाद नहीं होगा हड्डियों में दर्द (Prevents joint pain)
हल्दी औषधी की तरह काम करती है, डिलीवरी के बाद महिलाओं की हड्डी में दर्द की समस्या उठती है जिसे दूर करने के लिए आप हल्दी के दूध का सेवन करें। दूध से शरीर को कैल्शियम मिलेगा और हल्दी में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जिससे दर्द से छुटकारा मिलेगा। डिलीवरी के बाद हाथ या पैर में सूजन की समस्या भी होती है जिससे बचने के लिए आपको हल्दी का सेवन करना चाहिए।
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5. स्तनपान करवाने वाली मां का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहेगा (Provides better blood circulation)
स्तनपान करवाने वाली मां अगर हल्दी का सेवन करे तो उसका कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहेगा जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से कई तरह की बीमारियां होने का डर रहता है, अगर आप बच्चे को स्तनपान करवाती हैं तो आपके स्वास्थ्य का भी बेहतर रहना जरूरी है। हल्दी का सेवन करने से लिवर में मौजूद खून डिटॉक्सीफाई होता है जिससे ब्रेस्टफीडिंग मदर्स के शरीर में इंजाइम्स का प्रोडक्शन बढ़ता है।
आप हल्दी को हेल्दी लड्डू में मिलाकर खा सकते हैं या हल्दी के दूध का सेवन कर सकते हैं या अपने खाने में रोजाना चुटकी भर हल्दी मिलाकर खाना भी फायदेमंद होता है।
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