बचपन में मां मुझे हर दिन हल्दी वाला दूध पिलाती थीं। ज्यादातर घरों में हल्दी वाला दूध बहुत कॉमन है। जब फ्लेवर मिल्क के विकल्प मौजूद नहीं थे, तब उस जमाने में हल्दी का दूध ही सबसे अच्छी मिल्क ड्रिंक मानी जाती थी। हल्दी वाला दूध, जिसे गोल्डन मिल्क भी कहा जाता है, स्वाद में लाजवाब होने के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर होती है। हल्दी में करक्यूमिन पाया जाता है। हल्दी में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। इन गुणों की मदद से हल्दी वाला दूध पीने से शरीर को कई तरह के इंफेक्शन और बीमारियों से बचाव में मदद मिलती है। लेकिन कुछ लोगों को लगता है कि हल्दी का दूध पीने से हर तरह के इंफेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है। इस लेख में जानेंगे कि क्या वाकई गोल्डन मिल्क, सभी प्रकार के इंफेक्शन से लड़ने में फायदेमंद है या नहीं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Holi Family Hospital, Delhi की डाइटिशियन सना गिल (Sanah Gill) से बात की।
हल्दी वाले दूध में पाए जाते हैं इंफेक्शन से लड़ने के गुण
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन को कम करने में मदद करता है, जो शरीर की इम्यूनिटी को इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है। किसी भी प्रकार की सूजन, चाहे वो शरीर के किसी हिस्से में हो, करक्यूमिन उसे कंट्रोल कर सकता है। इसका मतलब यह है कि हल्दी वाला दूध संक्रमण की वजह से होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में फायदेमंद हो सकता है।
एंटीऑक्सीडेंट गुण
करक्यूमिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ता है। फ्री रेडिकल्स शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाकर संक्रमण और बीमारियों का कारण बन सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट का काम शरीर की कोशिकाओं को इन हानिकारक तत्वों से बचाना है, जिससे इंफेक्शन के फैलने की संभावना कम होती है।
एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण
हल्दी के प्राकृतिक गुण बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद करते हैं। कई बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन को दूर करने में हल्दी वाला दूध फायदेमंद होता है। हल्दी का दूध पीने से गले में खराश, सर्दी-खांसी और त्वचा की समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है।
इम्यूनिटी बूस्टर
हल्दी वाला दूध इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करता है। अगर शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है, तो शरीर जल्दी से इंफेक्शन से लड़ सकता है और स्वस्थ रह सकता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन इम्यूनिटी को एक्टिव और मजबूत बनाने में मदद करता है, जिससे शरीर को विभिन्न इंफेक्शन से बचाने में मदद मिलती है।
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क्या हल्दी दूध पीने से दूर होते हैं सभी तरह के इंफेक्शन?- Can Turmeric Milk Cure All Infection Types
हल्दी वाला दूध सभी इंफेक्शन का पूर्ण इलाज नहीं है और गंभीर संक्रमणों के लिए उचित इलाज करवाना चाहिए। हल्दी वाला दूध निश्चित रूप से इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है और इसे घरेलू उपचार के रूप में लिया जा सकता है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण यह इम्यूनिटी को मजबूत करता है और हल्के इंफेक्शन से बचाव में फायदेमंद होता है। मेयो क्लिनिक की रिसर्च से यह पता चला है कि हल्दी कई संक्रमणों, जैसे सर्दी-जुकाम या फ्लू में फायदेमंद हो सकती है, लेकिन इसमें मौजूद करक्यूमिन की मात्राएं इतनी कम होती हैं कि यह गंभीर संक्रमणों पर प्रभावी रूप से काम नहीं कर सकती। हल्दी वाला दूध आमतौर पर इस प्रकार के संक्रमण को दूर करने में मदद करता है-
- सर्दी, खांसी और गले में खराश
- स्किन इंफेक्शन
- शरीर में सामान्य सूजन या दर्द
हल्दी वाला दूध कई प्रकार के संक्रमण से राहत दिलाने में मदद करता है, लेकिन यह सभी इंफेक्शन का इलाज नहीं कर सकता। उदाहरण के लिए, गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण, वायरल संक्रमण जैसे कि कोविड-19, फंगल इंफेक्शन और अन्य गंभीर बीमारियों में केवल हल्दी वाला दूध काफी नहीं होगा। ऐसी स्थिति में डॉक्टर के बताए एंटीबायोटिक या एंटीवायरल दवाओं की जरूरत होती है। हल्दी का ज्यादा सेवन भी नुकसानदायक हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो पहले से लिवर की समस्या से पीड़ित हैं। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन की ज्यादा मात्रा ब्लड थिनर्स के साथ रिएक्ट कर सकती हैं।
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Study Link:
https://newsnetwork.mayoclinic.org/discussion/mayo-clinic-minute-are-there-health-benefits-to-taking-turmeric/