How Often Should I Pump to Increase Breast Milk Supply: स्तनपान कराने वाली कई मांओं को लो ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई का सामना करना पड़ता है। इस वजह से शिशु का पेट नहीं भर पाता और उसमें चिड़चिड़ापन नजर आने लगता है। अगर मां पर्याप्त पोषण न ले, तो ब्रेस्ट मिल्क की सप्लाई प्रभावित हो सकती है। जो महिलाएं ज्यादा तनाव में रहती हैं, उन्हें लो मिल्क सप्लाई की समस्या हो सकती है। पानी की कमी के कारण भी मिल्क सप्लाई प्रभावित हो सकती है। गलत ढंग से स्तनपान कराने के कारण मिल्क सप्लाई प्रभावित हो सकती है। थायराइड की समस्या या हार्मोनल असंतुलन के कारण, ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई प्रभावित हो सकती है। सप्लीमेंट्स का अधिक सेवन करने के कारण भी लो ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई की समस्या हो सकती है। पीसीओएस, डायबिटीज या अन्य समस्याएं भी मिल्क सप्लाई को प्रभावित करता है। ऐसा माना जाता है कि मिल्क पंप करने से मिल्क सप्लाई को बढ़ाया जा सकता है। तो चलिए मिल्क पंप करने से जुड़ी जानकारी आगे विस्तार से जानते हैं। 1 से 7 अगस्त तक पूरी दुनिया में वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक 2024 (World Breastfeeding Week 2024) मनाया जा रहा है। इसी कड़ी ओनलीमायहेल्थ भी आपको स्तनपान से जुड़ी जानकारी देता रहेगा। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Dr Tanima Singhal, Lactation Expert, Ma-Si Care Clinic, Lucknow से बात की।
कब और कितनी बार ब्रेस्ट मिल्क पंप करना चाहिए?- How Often Should I Pump Breast Milk
अगर इस समय आप 1 से 2 चम्मच दूध ही पंप कर पा रही हैं, तो पंप करने का सही तरीका आपको जान लेना चाहिए। जितना ज्यादा दूध पंप करेंगी, उतना ज्यादा दूध, मिल्क डक्ट में बनेगा। हर 2 से 3 घंटे में एक बार दूध पंप करना चाहिए। रात के समय, 2 बार मिल्क पंप करना चाहिए। धैर्य रखें और कोशिश करती रहें। शरीर को हाइड्रेटेड रखें, तनाव कम करें और हेल्दी डाइट का सेवन करें।
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ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई बढ़ाने के लिए किन चीजों से बचना चाहिए?- What to Avoid to Increase Breast Milk Supply
- ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई को बढ़ाने के लिए मानसिक तनाव और चिंता न करें। तनाव में, हार्मोन्स रिलीज नहीं हो पाते और दूध का उत्पादन कम हो जाता है।
- पर्याप्त पोषण न मिलने से मिल्क सप्लाई पर बुरा असर पड़ सकता है। अपने आहार में पौष्टिक आहार शामिल करें।
- हाइड्रेशन कम होने से भी दूध की सप्लाई प्रभावित होती है। दिन भर में पर्याप्त पानी पिएं।
- सही ढंग से और नियमित रूप से स्तनपान कराना महत्वपूर्ण है। गलत तरीके से या कम स्तनपान से दूध की सप्लाई कम हो सकती है।
- ब्रेस्ट फीडिंग के सत्रों की कमी से भी ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई प्रभावित होती है। नियमित फीडिंग रूटीन को फॉलो करें।
- एल्कोहल और कैफीन का ज्यादा सेवन मिल्क सप्लाई को प्रभावित करता है। इनका सेवन सीमित करें।
- कुछ दवाइयां और मेडिकल कंडीशन भी मिल्क सप्लाई पर असर डाल सकती हैं। डॉक्टर की सलाह के बगैर दवाओं का सेवन करने से बचना चाहिए।
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