
Guava for Heart Health: हार्ट की समस्या अब हर उम्र के लोगों को होने लगी है। इसकी वजह अनहेल्दी लाइफस्टाइल, जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड और बढ़ता वजन है। इन कारणों के चलते आजकल यंग जनरेशन इससे ज्यादा प्रभावित हो रही है। इसलिए हार्ट को सेहतमंद रखने के लिए लोगों को रोजमर्रा के खाने पर ध्यान देना चाहिए। सर्दियों में अमरूद मार्केट में काफी आते हैं और हार्ट के लिए अमरूद बहुत बेहतरीन है। अमरूद में कई तरह के न्यूट्रिएंट्स, फाइटोकैमिकल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स हार्ट को सेफ रखने में मदद करते है। NCBI में प्रकाशित कई स्टडी में यह साबित हो चुका है कि अमरूद रेगुलर खाने से हार्ट की बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है। अमरूद हार्ट को कैसे हेल्दी रखता है, यह जानने के लिए हमने फरीदाबाद के सर्वोदय अस्पताल की सीनियर डायटिशियन ऋतिका शर्मा (Rhitika Sharma, Senior Dietitian (Nutrition Consultant), Sarvodaya Hospital, Sector-8, Faridabad) से बात की।
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अमरूद खाने से हार्ट को फायदे
सीनियर डायटिशियन ऋतिका शर्मा ने बताया कि सर्दियों के मौसम में अमरूद खाना बहुत ही सेहतमंद है क्योंकि यह इम्युनिटी बढ़ाने, डाइजेशन सुधारने और हाइड्रेशन बनाए रखने में मदद करता है। अमरूद हार्ट के लिए भी बहुत सेफ है। इसके कई कारण है।

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अमरूद में विटामिन C होना
बहुत से लोग नहीं जानते कि अमरूद में संतरा और नींबू से भी ज्यादा विटामिन C होता है। एक मीडियम आकार का अमरूद पूरे दिन की जरूरत से दो से चार गुना ज्यादा विटामिन C दे सकता है। विटामिन C एक पावरफुल एंटीऑक्सिडेंट है, जो हार्ट की धमनियों में LDL (bad cholesterol) के ऑक्सिडेशन को रोकता है। इसी ऑक्सिडेशन के कारण धमनियों में प्लाक बनने की शुरुआत होती है। अगर अमरूद को रेगुलर खाया जाए, तो ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस और सूजन दोनों कम होते हैं, जिससे धमनियों में ब्लॉकेज की संभावना कम होती है।
अमरूद में पोटैशियम होना
हाई ब्लड प्रेशर को हार्ट का साइलेंट किलर माना जाता है और अमरूद में मौजूद पोटैशियम शरीर में सोडियम और पोटैशियम के बैलेंस को ठीक करता है। इससे बीपी कंट्रोल में रहता है, हार्ट पर प्रेशर कम रहता है और इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का रिस्क कम होता है। कई रिसर्च में पाया गया है कि पोटैशियम से भरपूर डाइट लेने वाले लोगों में बीपी और हार्ट की बीमारियों का रिस्क काफी कम देखा गया है।
फाइबर की मात्रा ज्यादा होना
अमरूद में सॉल्बिल फाइबर पेक्टिन शरीर के कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में क्लिनिकल असरदार माना जाता है। दरअसल आंतों में बाइल एसिड को bind कर देता है और लिवर को नया बाइल बनाने के लिए कोलेस्ट्रॉल का इस्तेमाल करना पड़ता है। इससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल और LDL दोनों कम होते हैं और इसका असर हार्ट पर देखने को मिलता है। इस वजह से अक्सर हाई कोलेस्ट्रॉल और प्री कार्डिएक कंडीशन वाले लोगों को अमरूद खाने की सलाह दी जाती है।
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अमरूद में फाइटोकैमिकल्स का भरपूर होना
अमरूद में कई महत्वपूर्ण फाइटोकैमिकल्स जैसे Lycopene, Quercetin, Catechins और Carotenoids पाया जाता है। इसका सीधा असर शरीर की क्रोनिक सूजन कम करता है और ब्लड में थक्के बनने के रिस्क को कम करता है। NCBI की रिपोर्ट बताती है कि ये केमिकल्स हार्ट की धमनियों को सेफ रखने में असरदार है।
अमरूद डायबिटीज में भी फायदेमंद
डायबिटीज मरीजों को हार्ट की समस्याएं होने का रिस्क काफी बढ़ जाता है। इसलिए डायबिटीज को कंट्रोल करना बहुत महत्वपूर्ण है। अमरूद में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Low Glycemic Index) होता है, जो डायबिटीज और प्रीडायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद माना जाता है। अमरूद में फाइबर से ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ती है और इससे हार्ट पर लंबे समय तक कम असर होता है। इसके अलावा, अमरूद वजन कंट्रोल में मदद करता है, जो बीपी, कोलेस्ट्रॉल और इंसुलिन रेजिस्टेंस को बेहतर बनाता है।
अमरूद दिन में कितना खाना चाहिए?
सीनियर डायटिशियन ऋतिका शर्मा कहती हैं, “दिन में एक मीडियम आकार का अमरूद खाना काफी रहता है। इसे सुबह या दोपहर में खाना बेहतर है। अमरूद में फाइबर होने के कारण रात में कुछ लोगों को ब्लोटिंग हो सकती है। इसलिए रात में अमरूद खाने की सलाह नहीं दी जाती। इसके अलावा, डायबिटीज मरीज अमरूद को नमक या चाट मसाला लगाकर न खाएं। अमरूद को ज्यादा पकने न दें क्योंकि ज्यादा पके हुए अमरूद खाने से शुगर बढ़ सकता है।
निष्कर्ष
सीनियर डायटिशियन ऋतिका शर्मा कहती हैं कि अमरूद में नेचुरली कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते है, जो हार्ट के लिए बहुत ही फायदेमंद है। अमरूद हार्ट के ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस, हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रॉल और सूजन को बचाने में मदद करता है। अगर हार्ट में किसी भी तरह की समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
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Dec 13, 2025 12:05 IST
Published By : Aneesh Rawat