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हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है हाई पोटैशियम युक्त नमक, डाइट में करें शामिल

मोटापे और खराब होती लाइफस्टाइल का असर हृदय पर भी पड़ता है। यही कारण है कि आज हृदय रोगियों की संख्या कई गुना बढ़ चुकी है। ऐसे में जानते हैें पोटैशियम युक्त नमक से हृदय रोगों के जोखिम को कैसे कम किया जा सकता है।
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हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है हाई पोटैशियम युक्त नमक, डाइट में करें शामिल


How To Reduce Heart Disease in Hindi: आज के समय में हृदय रोग (Heart Disease) एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन गई है। असंतुलित खानपान, हाई बीपी और तनाव के कारण हृदय रोगों का खतरा बढ़ता जा रहा है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि पोटैशियम युक्त नमक (Potassium Salt) का सेवन हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है। पोटैशियम से भरपूर आहार न केवल ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है बल्कि दिल को भी स्वस्थ रखता है। लेकिन, आज के समय में ज्यादा लोगों द्वारा खाए जाने वाले नमक से सोडियम बढ़ता है, जो बीपी की समस्या का कारण माना जाता है। ऐसे में आप लोगों को खाने में पोटैशियम युक्त नमक का ही इस्तेमाल करना चाहिए। इस लेख में एसेंट्रिक्स डाइट क्लीनिक की डाइटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं कि पोटैशियम युक्त नमक हृदय रोग को रोकने में कैसे मदद करता है और इसे आहार में कैसे शामिल किया जा सकता है।

पोटैशियम युक्त नमक हृदय रोगों का जोखिम कैसे कम करता है? - How Potassium Salt Reduce The Risk Of Heart Disease In Hindi  

सामान्य रूप से उपयोग किया जाने वाला टेबल सॉल्ट (NaCl) सोडियम क्लोराइड से बना होता है, लेकिन पोटैशियम नमक में सोडियम की जगह पोटैशियम क्लोराइड (KCl) होता है। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो हाई ब्लड प्रेशर या अन्य हृदय संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं। पोटैशियम शरीर में सोडियम की अधिक मात्रा को कम करने में मदद करता है, जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) हृदय रोगों का एक प्रमुख कारण माना जाता है। जब ब्लड प्रेशर बढ़ता है, तो हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हार्ट अटैक (Heart Attack), स्ट्रोक (Stroke), और अन्य कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि सोडियम का अत्यधिक सेवन ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है, जबकि पोटैशियम इसे संतुलित रखने में मदद करता है।

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पोटैशियम नमक हृदय रोग को कैसे रोकता है? 

ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना

पोटैशियम रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने में मदद करता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और ब्लड प्रेशर कम रहता है। जिन लोगों के आहार में पर्याप्त पोटैशियम होता है, उनमें हृदय रोगों का खतरा कम होता है।

सोडियम की अधिकता को संतुलित करना

अधिकतर प्रोसेस्ड फूड, पैकेज्ड स्नैक्स और फास्ट फूड में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, जिससे हृदय पर दबाव बढ़ता है। पोटैशियम युक्त नमक शरीर में सोडियम की मात्रा को नियंत्रित करके इस दबाव को कम करता है और हृदय को स्वस्थ बनाए रखता है।

नसों की कार्यक्षमता बढ़ाना

पोटैशियम नसों की दीवारों को लचीला बनाए रखता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हृदय पर दबाव कम पड़ता है। यह हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी स्थितियों से बचाने में सहायक होता है।

इसे भी पढ़ें: रक्त में पोटेशियम का कम स्तर हार्ट बीट को कर सकता है प्रभावित

Potassium Salt Benefits To Reduce Heart Disease In Hindi: हृदय रोगों के जोखिम को कम करने के लिए आप पोटैशियम युक्त नमक का सेवन सीमित मात्रा में करें। साथ ही, पोटैशियम युक्त नमक ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है, सोडियम के साइड इफेक्ट्स को कम करता है और दिल की धड़कन को नियमित बनाए रखता है। इससे हृदय रोगों का जोखिम कम होता है।

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