बच्चों को कोई भी चीज खिलाना-पिलाना आसान नहीं होता। लेकिन, उनकी सेहत सही रखने के लिए जरूरी है कि वह सही डाइट लें। जैसा कि बच्चों के साथ अक्सर देखा जाता है वह टेस्टी चीजें पसंद करते हैं न कि न्यूट्रिशनल चीजें। इस स्थिति में माता-पिता के पास एक ही विकल्प यह बचता है कि आप उन्हें सेहत के लिए फायदेमंद चीजों से कुछ टेस्टी चीज बनाकर पिलाएं। जैसे कि आप अपने बच्चे को चना, केला और खजूर से बनी इस स्मूदी को पिला सकते हैं जो कि उनकी सेहत के लिए फायदेमंद है। इस स्मूदी में वह तमाम गुण हैं जो कि बच्चे के ग्रोथ फेज मददगार हो सकते हैं। इस स्मूदी के बारे में हमने Suparna Mukherjee, Clinical Nutrition & Dietetics, Narayana Health City, Bengaluru से बात की।
Suparna Mukherjee, बताती हैं कि जब बच्चे ग्रोथ फेज में होते हैं, तो उनकी कैलोरी की आवश्यकता अधिक होती है, उन्हें प्रोटीन की जरूरत ज्यादा होती है और फिर उनके शरीर को कार्बोहाइड्रेट ज्यादा मात्रा में चाहिए होता है। इसलिए बच्चों के लिए चना, केला और खजूर का सेवन फायदेमंद है। अगर आप ग्रोथ फेज में हैं तो आपके बच्चे के लिए यह तीनों ही चीजें फायदेमंद हैं।
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बच्चों के लिए चना, केला और खजूर की स्मूदी-Chickpea banana date smoothie benefits for children
साबुत चना या चना दाल से बनी स्मूदी का सेवन बच्चों को प्रोटीन, कार्ब्स और तमाम प्रकार के पोषक तत्व प्रदान करता है। चना जो कि फाइबर से भरपूर है बच्चों को प्रोटीन देना है जिससे उनकी ग्रोथ और हाइट बढ़ती है। इसके अलावा केले का पोटेशियम मसल्स बिल्डिंग में मददगार है और बच्चों के लिए फायदेमंद है। केले में कैलोरी की अच्छी मात्रा होती है और इनमें कार्बोहाइड्रेट भी काफी ज्यादा होता है। यह पोटेशियम से भी भरपूर होता है और शरीर को तमाम प्रकार के विटामिन और खनिज प्रदान करता है। तो केला विकास के चरण के बच्चों के लिए एक अच्छा फल है जो उन्हें अच्छे कार्बोहाइड्रेट के साथ काफी एनर्जी देने में मददगार है। अब बात खजूर की करें तो यह ड्राई फ्रूट वास्तव में कार्बोहाइड्रेट से भरपूर है। खजूर में कुछ मात्रा में आयरन और विभिन्न प्रकार के खनिज भी होते हैं। इसलिए खजूर विकास के चरण के बच्चों के लिए शुगर का एक बेहतर विकल्प होगा। इसके अलावा भी बच्चों के लिए चना केला और खजूर के फायदे कई हैं। जैसे कि
- -इस स्मूदी को पीकर मांसपेशियों, हड्डियों और टिशूज के निर्माण और मरम्मत में मदद मिलती है।
- -केले जटिल कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होते हैं, जो स्वस्थ पाचन के लिए निरंतर ऊर्जा और फाइबर प्रदान करते हैं। इससे बॉवेल मूवमेंट सही रहता है और फिर बच्चों में कब्ज की समस्या नहीं होती।
- -खजूर एक प्राकृतिक स्वीटनर है, जो फाइबर, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। इससे बच्चों का पेट भरा रहता है और उन्हें क्रेविंग नहीं होती।
- -यह स्मूदी विटामिन सी और बी6, पोटेशियम, मैग्नीशियम और आयरन का एक अच्छा स्रोत है। तो इसे पीने आपको यह तमाम फायदे मिल सकते हैं।
- -केले का प्रोटीन, कैल्शियम और अन्य खनिज तत्व हड्डियों के विकास में मदद करते हैं।
- - केले और खजूर में मौजूद पोटेशियम की मात्रा स्वस्थ मस्तिष्क कार्य और संज्ञानात्मक विकास में सहायता कर सकती है।
स्मूदी बनाएं और बिना छाने पिएं
तो अगर आपको स्मूदी के तमाम फायदे को पाना है तो आप इसे बिना छाने पिएं। यानी कि इस दरदरा बनाएं और अगर कोई चीज साबुत रह जाती है तो इसे वैसे ही रहने दें। इससे बच्चों को ज्यादा न्यूट्रिएंट्स, विटामिन और फाइबर मिलेंगे।
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सावधानियां
अगर आपके बच्चे को चने या केले से एलर्जी है, तो उन्हें इसे देने से बचें। साथ ही ध्यान रखें कि खजूर एक प्राकृतिक स्वीटनर है इसलिए इसमें ऊपर से और अलग से चीनी मिलाने की गलती न करें। अगर आपका बच्चा यह स्मूदी न पीना चाहे तो आप उसे यह तमाम चीजें साबूत ही खिला सकते हैं।