Baba Siddique Murder Case To Determine Age Of Accused Know What Is Bone Ossification Test: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की मौत के बाद उनका पार्थिव शरीर सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है। बाबा सिद्दीकी की शनिवार (12 अक्तूबर) की देर रात मुंबई के बांद्रा ईस्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसी बीच एनसीपी नेता के हत्या मामले में एक आरोपी की उम्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बाबा सिद्दीकी की हत्या का आरोपी धरमराज कश्यप का कहना है कि वह अभी सिर्फ 17 साल का है। वहीं, धरमराज कश्यप के परिवारवालों का कहना है कि उसकी उम्र 19 हो चुकी है।
बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपी धरमराज की उम्र का रहस्य सुलझाने के लिए कोर्ट ने बोन ऑसिफिकेशन टेस्ट (bone ossification test) कराने का आदेश दिया है। बोन ऑसिफिकेशन टेस्ट के जरिए ही अब धरमराज कश्यप की उम्र का पता चल पाएगा। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं बोन ऑसिफिकेशन टेस्ट क्या है और इस टेस्ट के जरिए किन चीजों का पता लगाया जा सकता है। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने मैक्स हेल्थकेयर हॉस्पिटल के आर्थोपेडिक और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट डिपार्टमेंट के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. अखिलेश यादव से बात की।
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बोन ऑसिफिकेशन टेस्ट क्या है?- What is a bone ossification test?
डॉ. अखिलेश यादव के अनुसार, बोन ऑसिफिकेशन टेस्टएक मेडिकल प्रक्रिया है। इस टेस्ट के जरिए हड्डियों के आधार पर उम्र का पता लगाया जा सकता है। बोन ऑसिफिकेशन टेस्ट के जरिए शरीर की हड्डियों जैसे कि कॉलर बोन (क्लेविकल), छाती (स्टीरनम) का एक्स-रे किया जाता है। डॉक्टर का कहना है कि कॉलर बोन और छाती की हड्डियों की सरंचना उम्र के साथ बदलती रहती है। बोन ऑसिफिकेशन टेस्ट के जरिए व्यक्ति की सही उम्र का पता लगाया जा सकता है।
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बोन ऑसिफिकेशन टेस्ट क्यों किया जाता है?
डॉ. अखिलेश यादव का कहना है कि बोन ऑसिफिकेशन टेस्ट जोड़ों के जुड़ने के आधार पर किया जाता है। यह टेस्ट मुख्य रुप से क्रिकेटर और खिलाड़ियों की उम्र का पता लगाने के लिए किया जाता है। दरअसल, किसी भी अंडर 19 या अंडर 17 सीरीज में ज्यादा उम्र के खिलाड़ी की एंट्री पर रोक लगाई जाए, इसलिए यह टेस्ट कराया जाता है। इसके किसी भी प्रकार के अपराध से जुड़े आरोपियों की उम्र का पता लगाने के लिए भी बोन ऑसिफेकशन टेस्ट करवाया जाता है। डॉ. अखिलेश यादव की मानें तो किसी भी मामले में बोन ऑसिफिकेशन टेस्ट करवाने के लिए पहले कोर्ट की परमिशन लेना जरूरी है।
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