बच्चों और बड़ों के पेट में कीड़े होने के लक्षण और इसे ठीक करने के 8 आयुर्वेदिक नुस्खे

पेट में कीड़े से बच्चों से लेकर व्यस्कों को दिक्कत होती है। मल द्वार पर खुजली होती है, लोग असहज होते हैं। इसका आयुर्वेदिक इलाज जानने के लिए पढ़ें। 
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बच्चों और बड़ों के पेट में कीड़े होने के लक्षण और इसे ठीक करने के 8 आयुर्वेदिक नुस्खे


पेट में कीड़े की समस्या छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक को हो सकती हैं। पेट में कीड़े होने के कारण शरीर कमजोर हो जाता है। हीमोग्लोबिन कम हो जाता है। कभी-कभी पेट में लंबे-लंबे कीड़े हो जाते हैं। पेट में कीड़े होने के कारण चेहरे पर सफेद दाग तक हो जाते हैं। रात को सोते समय दांत किटकिटाते हैं और सोते समय मुंह से लार गिरता है। जमशेदपुर में आदित्यपुर के आयुर्वेद के डॉक्टर राम कुमार ने पेट में कीड़े को कैसे खत्म किया जाए और इसके नुकसान और लक्षण के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा-  पेट में कीड़े होने के कारण पेट हमेशा दर्द करता है। आंखें लाल हो जाती हैं। जीभ मोटी नजर आती है व जीभ का रंग सफेद हो जाता है। मुंह से हमेशा बदबू आती है। तो आइए इस आर्टिकल को पढ़कर इस परेशानी से आयुर्वेदिक तरीके से कैसे निजात पाया जाए उसके बारे में जानते हैं। 

भोजन करने से पहले हाथ नहीं धोने से होते हैं कीड़े

बच्चों के साथ साथ बड़ों में एक आदत देखने को मिलती है कि वो कई बार बाहर खाना खाते वक्त हाथों को बिना धोए ही खाना खा लेते हैं। ऐसे में हाथों पर लगे किटाणु जो हमें आंखों से नहीं दिखते हैं वो खाने के साथ मुंह में चले जाते हैं। इसके अलावा बाहर का खाना या दूषित भोजन करने से पेट में कीड़े होते हैं। भोजन करने से पहले हाथ न धोना, गन्दा और बासी भोजन करना और अधिक आराम भरी जीवनशैली के कारण पेट में कीड़े जन्म ले सकते हैं। एक्सपर्ट बताते हैं कि पेट में 20 प्रकार के कीड़े होते हैं, जो पेट में घाव तक कर देते हैं।

Stomach Worms

पेट में कीड़े के लक्षण

  • हीमोग्लोबिन कम होना
  • गुदाद्वार (मल द्वार) और उसके आस-पास की त्वचा पर खुजली होना
  • मल में खून आना और उल्टी होना
  • सोते समय दांत किट-किट करना
  • असहनीय पेट दर्द
  • वजन का कम होना
  • जी मिचलाना और उल्टी आना
  • दस्त होना
  • गैस व एसिडिटी का होना 
  • चेहरे पर सफेद होना
  • मुंह से हमेशा बदबू आना
  • जीभ सफेद और आंखों का लाल होना
  • होंठ सफेद, गालों पर धब्बे और शरीर में सूजन आना
  • रात को सोते समय मुंह से लार गिरना 

Stomach Worms Symptoms

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पेट में कीड़ों को मारने का आयुर्वेदिक इलाज

  1. आड़ू के पत्ते का रस पीएं : एक्सपर्ट बताते हैं कि पेट में कीड़ों को मारने के लिए आयुर्वेदिक पद्दिति से इलाज किया जा सकता है। पेट में अगर कीड़े हो तो आड़ू के पत्ते का रस पीना बेहद लाभकारी होता है। इससे कीड़े पेट में ही मर जाते हैं। दो से तीन चम्मच इसका रस पीएं। रस पीने से पहले कुछ मीठा खा लें। क्योंकि मीठा खाने के लिए कीड़े एकत्र होते हैं। इसके बाद रस पीने से सारे कीड़े एक साथ मर जाते हैं। 
  2. अजवाइन का सेवन करें : अजवाइन में एंटी बैक्टीरियल तत्व होते हैं, जो कीड़ों को मार देते हैं। इसका सेवन चार से पांच दिन तक लगातार करें। सबसे पहले आधा ग्राम अजवाइन का चूर्ण लें और उतना ही गुड़ गोली बनाकर दिन में तीन बार सेवन करें। इसके अलावा रात को सोने से पहले गर्म पानी में चुटकी भर काला नमक और आधा ग्राम अजवाइन चूर्ण मिलाकर पीएं।
  3. नीम के पत्ते को पीस कर पीएं : एक्सपर्ट बताते हैं कि नीम के पत्तों को पीसकर उसमें शहद मिलाकर पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। इसे सुबह खाली पेट पीना चाहिए। नीम के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल तत्व होते हैं जो पेट के कीड़ों को मारते हैं। कच्चे आम की गुठली का चूर्ण दही या पानी के साथ सुबह-शाम पीने से पेट के कीड़े बाहर निकल जाते हैं।
  4. मरुआ की चटनी : आयुर्वेदिक डॉक्टर बताते हैं कि मरुआ की चटनी खाने से भी पेट में कीड़े मर जाते हैं। इसलिए इसका सेवन करना भी फायदेमंद साबित होता है। 
  5. कपिला चूर्ण है फायदेमंद : आयुर्वेदिक चिकित्सक बताते हैं कि छोटे बच्चों में पेट में कीड़े होने की समस्या आम बात है। इसका इलाज आयुर्वेद में है। ऐसे में आप चाहें तो डॉक्टरी सलाह लेकर दवा चला सकते हैं। छोटे बच्चों को जिन्हें पेट में कीड़े होते हैं, उन्हें आप कपिला चूर्ण सुबह-शाम में दे सकते हैं। अरविंदासव और विडंगासव दवा भी पिला सकते हैं। यह दवा आपको आयुर्वेदिक दुकान में मिल जाएगी। लेकिन सेवन करने के पूर्व डॉक्टरी सलाह लेना बेहद जरूरी है। बिना आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लिए दवा का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। 
  6. छट्टी छाछ पीना और टमाटर को नमक के साथ खाएं : आयुर्वेदिक चिकित्सक बताते हैं कि अगर हम टमाटर को नमक के साथ खाएंगे या फिर खट्टी छाछ को पीएंगे तो भी कीड़े पेट के अंदर से निकल जाएंगे। 
  7. कपालभाति प्राणायाम है लाभकारी : एक्सपर्ट बताते हैं कि पेट में कीड़े की समस्या से निपटने के लिए बच्चों से लेकर बड़ों को नियमित तौर पर कपालभाति प्राणायाम करना चाहिए। अगर आप कपालभाति प्राणायाम करेंगे तो आपको कभी पेट में कीड़े की समस्या होगी ही नहीं। अगर कीड़े होंगे तब भी वो खत्म हो जाएंगे। 
  8. अनार के छिलके का चूर्ण दिन में तीन बार खाएं : अनार के छिलकों का चूर्ण खाने से पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं। बच्चों और बड़ों दोनों में ही यह उपाय फायदेमंद है। इसे तैयार करना भी काफी आसान हैं। सबसे पहले अनार के छिलकों को सुखाकर उसका चूर्ण बना लीजिए। इसे दिन में तीन बार एक-एक चम्मच खाएं। कच्चे पपीते को एक चम्मच दूध, एक चम्मच शहद और चार चम्मच उबले हुए पानी के साथ पीएं तो कीड़े मर जाते हैं।

Bay Leaf

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समस्या से बचाव के लिए इन खास एहतियात को भी बरतें

  • भोजन करने से पहले हाथों को अच्छी प्रकार धोएं
  • भोजन को हमेशा पकाकर ही खाएं। कच्ची सब्जियां और कच्चे मांस को नहीं खाना चाहिए
  • मीठे एवं चिपचिपे चीजों को कम खाएं
  • दूषित एवं बासी खाना नहीं खाएं
  • बाहर का भोजन खाने से बचें
  • साफ पानी पीएं, नल और चापाकल के पानी को हमेशा उबालकर ही पीएं
  • अधिक मीठा एवं डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें
  • स्वच्छ भोजन करें
  • घर का खाना ही खाएं

पेट में कीड़ा होने पर लें डॉक्टरी सलाह

पेट में कीड़े की समस्या छोटे बच्चों में आम है। लेकिन बच्चों में भी यह दिक्कत देखने को मिलती है। गांव व शहर से सटे इलाकों के लोग सोचते हैं कि परेशानी एक से दो दिनों में खत्म हो जाएगी और डॉक्टरी सलाह नहीं लेते हैं। यह गलत है। जरूरी है कि लोगों को इसका इलाज कराने के लिए डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। आयुर्वेद में इस बीमारी का शत प्रतिशत इलाज संभव है। इसके लिए आप चाहें तो अपने नजदीकी आयुर्वेदिक क्लीनिक में जाकर चिकित्सक की सलाह ले सकते हैं। आयुर्वेदिक दवा का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके कोई साइड इफेक्ट्स नहीं हैं। बस जरूरी है कि आप सही चिकित्सक से सलाह लें और इलाज करवाएं।

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