पेट दर्द बच्चों को होने वाली सबसे आम समस्याओं में से एक है। अक्सर पेट दर्द के कारण बहुत स्पष्ट होते हैं लेकिन कभी-कभी उन्हें उचित जांच द्वारा ही पता लगाने की आवश्यकता होती है। अधिकांश बच्चे बिना किसी विशेष उपचार के कुछ दिनों के बाद पेट दर्द से ठीक हो जाते हैं। लेकिन अक्सर कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के कारण दर्द हो सकता है। इसलिए, जब आपके बच्चों के पेट में दर्द लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से परामर्श करना उचित होगा। बच्चों में पेट दर्द कई कारणों से हो सकता है। इसलिए, यहां सभी माता-पिता को इसके बारे में जानना आवश्यक है। इस लेख में हम आपको ये बता रहे हैं कि बच्चे के पेट में दर्द किन कारणों से होता है और आपको कब डॉक्टर के पास जाने की जरूरत होती है। तो आइए जानते हैं कि कैसे आप आसानी से पता लगा सकते हैं और अपने बच्चे को तुरंत आराम दे सकते हैं।
बच्चों में पेट दर्द:
बच्चों के पेट में दर्द के पीछे कई कारण हो सकते हैं, हालांकि आप आसानी से इन कारणों का पता नहीं लगा सकते हैं क्योंकि बच्चे ठीक से अपने आप को जाहिर नहीं कर पाते हैं इसलिए ज्यादातर मामलों में कारणों का पता लगाना मुश्किल होता है। लेकिन ऐसे कुछ कारण होते हैं, जो बच्चों में आम होते हैं।
दर्द के कई कारण हैं, उनमें से कुछ इस प्रकार हो सकते हैं:
1. कब्ज और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम।
2. संक्रमण।
3. फूड प्वाइजनिंग या फूड एलर्जी।
4. सर्जिकल समस्याएं।
इसे भी पढ़ेंः बच्चों में पेट दर्द की हो सकती हें कई वजह, जानें इसके कारण, लक्षण और इलाज
बच्चों में पेट दर्द का पता कैसे लगाएं
जब बच्चों के पेट में दर्द लंबे समय तक बना रहता है, तो डॉक्टर इसके कारणों का पता लगाने के लिए कुछ टेस्ट करवाता है या करता है। हालांकि कुछ ऐसे आम टेस्ट होते हैं, जिनके जरिए बच्चों में पेट दर्द के कारणों का पता लगाया जा सकता है।
1. मूत्र परीक्षण
2. रक्त परीक्षण।
3. स्टूल नमूना (Stool sample)
4.एक्स-रे।
बच्चों में पेट दर्द के लिए उपचार
आमतौर पर, बच्चों को दर्द से पीड़ित होने के दौरान बहुत सारे तरल पदार्थ और एक नरम आहार देने की सलाह दी जाती है। यहां माता-पिता के लिए पेट दर्द से पीड़ित बच्चों की देखभाल के लिए कुछ टिप्स दिए जा रहे हैं, जो इस स्थिति में उनके काम आ सकते हैंः
1. अपने बच्चों को अधिक से अधिक तरल पदार्थ पिलाएं, जिसमें मुख्य रूप से उबला हुआ पानी या जूस शामिल होना चाहिए।
2. अगर बच्चा खाने के लिए तैयार नहीं हैं तो अपने बच्चों पर दबाव न डालें।
3. माता-पिता अपने बच्चों को गर्म स्नान कराएं या पेट पर गर्माहट दें।
4. अगर वह दुखी हो जाता है, तो उसे पेरासिटामोल दें। लेकिन इसे देने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से पूछें।
इसे भी पढ़ेंः बच्चों की डाइट में जरूर शामिल करें ये 5 पोषक तत्व, रहेंगे स्वस्थ
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए
यदि स्थिति खराब हो जाती है, तो बिना किसी देरी के अपने डॉक्टर को फोन करें या डॉक्टर के पास जाएं।
1. गंभीर रूप से दर्द।
2.बुखार।
3. शरीर का पीला पड़ना और पसीने से तर हो जाना।
4. खाने या पीने से मना करना।
5. उल्टी या मलत्याग में खून आना।
6. पेशाब करने में परेशानी।
7. दर्द के साथ स्किन पर दाने हो जाना।
Read More Article On Children Health In Hindi
Read Next
National Nutrition Week 2020: बच्चों की डाइट में जरूर शामिल करें ये 5 पोषक तत्व, रहेंगे स्वस्थ
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version