How to Get Rid From Uterus Swelling: बच्चेदानी महिलाओं के शरीर का एक अहम अंग है। गर्भधारण करने के लिए बच्चेदानी का स्वास्थ्य सही होना बहुत जरूरी होता है। बच्चेदानी, गर्भधारण के बाद भ्रूण को स्वस्थ रखने और उसे पोषण देने का काम करता है। हालांकि, आजकल खराब खान-पान, तनाव और लाइफस्टाइल की वजह से उन्हें कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। बच्चेदानी में सूजन होना भी एक समस्या है। बच्चेदानी में सूजन होने पर महिलाओं को पेट में दर्द, मासिक धर्म के दौरान अधिक रक्तस्त्राव, पेशाब करते समय दर्द, कब्ज, पेल्विक एरिया में दर्द और पैरों में सूजन जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है। वैसे तो बच्चेदानी में सूजन होने पर महिलाओं को डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। लेकिन आप चाहें तो कुछ आयुर्वेदिक उपायों को भी आजमा सकते हैं। आइए, रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं कि बच्चेदानी में सूजन होने पर क्या करना चाहिए-
बच्चेदानी में सूजन हो तो क्या करें?- Bachedani me Sujan Hone Par Kya Kare
1. जौ की रोटी का सेवन करें
डॉ. श्रेय शर्मा बताते हैं, 'आयुर्वेद में जौ की रोटी को महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। पुराने समय में महिलाएं जौ की रोटी खाती थीं, जिससे वे मासिक धर्म, प्रेग्नेंसी और डिलीवरी से जुड़ी समस्याओं से बची रहती थीं। फिर अधिकतर लोगों ने गेहूं या बाजरा आदि का सेवन करना शुरू कर दिया। अब महिलाएं जौ की रोटी का सेवन कम करती हैं। हालांकि, महिलाओं को अपनी डाइट में जौ की रोटी जरूर शामिल करनी चाहिए। पीरियड्स से पहले या पीरियड्स के दौरान जौ की रोटी खाना बेहद लाभकारी होता है। जौ की रोटी खाने से बच्चेदानी की सूजन से बचा जा सकता है। इतना ही नहीं, अगर आपको बच्चेदानी में सूजन हो गई है, तो भी आप जौ की रोटी का सेवन कर सकते हैं। जौ की रोटी खाने से बच्चेदानी की सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है।'
डॉ. श्रेय आगे बताते हैं, 'जौ एक हल्का अनाज है। यह सुपाच्य होता है। जब महिलाओं के शरीर में पित्त बढ़ जाता है, तो जौ की रोटी खाई जा सकती है। इसकी तासीर ठंडी होती है, जिससे शरीर की तासीर सामान्य हो सकती है। अगर महिलाओं को रोगों से बचना है, तो जौ की रोटी जरूर खाएं।'
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2. शतावरी का सेवन करें
आयुर्वेद में शतावरी का उपयोग कई तरह की बीमारियों का बचाव करने के लिए किया जाता है। इतना ही नहीं, बीमारियों का इलाज करने के लिए भी शतावरी का इस्तेमाल किया जाता है। शतावरी, महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा होता है। शतावरी, महिलाओं से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। अगर आपके बच्चेदानी में सूजन हो गई है, तो आप शतावरी का सेवन कर सकते हैं। कुछ महीनों तक रोजाना सुबह और शाम 1-1 ग्राम शतावरी लेने से आपको इस समस्या में आराम मिल सकता है। आप शतावरी का सेवन दूध के साथ कर सकते हैं। लेकिन, अगर आपका वजन अधिक है, तो शतावरी का सेवन करने से बचें।
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3. गर्म तासीर की चीजों का सेवन करने से बचें
अगर आपके बच्चेदानी में सूजन हो गई है, तो आपको गर्म तासीर की चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए। गर्म तासीर की चीजें, बच्चेदानी को प्रभावित कर सकती हैं। इसके अलावा, गर्म चीजें खाने से पीरियड्स भी प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए आपको सामान्य या ठंडी तासीर की चीजों का ज्यादा सेवन करना चाहिए।