Common Health Concerns Related to Uterus in Hindi: बच्चेदानी या गर्भाशय (Uterus) स्त्री जननांग है। यह महिलाओं के शरीर का एक अहम हिस्सा है। यह नाशपाती के आकार का अंग है, जिसमें महिला के गर्भवती होने पर बच्चा बढ़ता है। गर्भाशय, पीरियड्स के दौरान अंडाणु को निषेचित करता है। जब कोई महिला गर्भधारण करती है, तो गर्भाशय को भ्रूण को सुरक्षित रखता है और फिर प्रसव के लिए तैयार होता है। गर्भधारण के लिए, गर्भाशय का मजबूत होना बहुत जरूरी होता है। हालांकि, महिलाओं को गर्भाशय से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आइए, फैमिली फिजिशियन ऑफ इंडिया के जनरल फिजिशियन डॉ. रमन कुमार से जानते हैं बच्चेदानी में क्या-क्या परेशानियां हो सकती हैं-
बच्चेदानी में क्या-क्या परेशानियां होती हैं?- Problems Can Occur in Uterus in Hindi
1. बच्चेदानी में गांठ- Bachedani Me Ganth
अधिकतर महिलाओं को बच्चेदानी में होने वाली गांठ का सामना करना पड़ता है। बच्चेदानी में गांठ एक आम परेशानी है, जो कई कारणों से हो सकती है। अधिक उम्र, प्रेग्नेंसी, मोटापा बच्चेदानी में गांठ के मुख्य कारण हो सकते हैं। इसके अलावा, हार्मोनल असंतुलन की वजह से भी गर्भाशय में गांठ बन सकती है। बच्चेदानी में गांठ होने पर आपको पेल्विक एरिया में दर्द, पेट में दर्द, पेट में भारीपन जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है।
इसे भी पढ़ें- बच्चेदानी में कोई भी समस्या होने पर दिखते हैं ये 8 लक्षण, भूलकर भी न करें नजरअंदाज
2. बच्चेदानी में कैंसर- Bachedani Me Cancer
बच्चेदानी में कैंसर के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। गर्भाशय में होने वाले कैंसर को एंडोमेट्रियल कैंसर भी कहा जाता है। सीडीसी के अनुसार यह कैंसर गर्भाशय की परत में बनता है, जिसे एंडोमेट्रियम कहते हैं। गर्भाशय कैंसर किसी भी महिला को हा सकता है। लेकिन अधिक उम्र और मोटापा, इसके जोखिम को बढ़ाते हैं। खासकर, मेनोपॉज के दौरान गर्भाशय कैंसर के मामले देखने को मिलते हैं। बार-बार पेशाब आना, पेट के निचले हिस्से में दर्द, वजन कम होना और योनि से बदबू आना आदि गर्भाशय कैंसर के लक्षण होते हैं। अगर आपको इन लक्षणों का अनुभव हो, तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें।
3. बच्चेदानी में एंडोमेट्रियोसिस- Endometriosis
एंडोमेट्रियोसिस, बच्चेदानी या गर्भाशय से संबंधित एक बीमारी है। इसमें गर्भाशय के अंतर के ऊतक बढ़कर, गर्भाशय से बाहर निकलने लगते हैं। फिर ये ऊतक (टिशू) फैलोपियन ट्यूब तक फैलने लगते हैं। एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) वाली महिलाओं की प्रजनन क्षमता कमजोर हो सकती है। इस बीमारी से पीड़ित महिलाओं को कंसीव करने में भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पीरियड्स के दौरान तेज दर्द, सेक्स के दौरान दर्द होना, थकान, बांझपन और पेल्विक एरिया में दर्द होना, एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण हो सकते हैं।
इसे भी पढ़ें- बच्चेदानी में सिस्ट (गांठ) होने के पीछे जिम्मेदार हो सकते हैं ये 5 कारण, जानें इनके बारे में
4. बच्चेदानी में सूजन- Bachedani Me Sujan
बच्चेदानी में सूजन जैसी परेशानी भी हो सकती है। बच्चेदानी में सूजन होना, एक बेहद आम समस्या है। इसे मेडिकल टर्म में एंडोमेट्रैटिस कहा जाता है। इस स्थिति में गर्भाशय में सूजन आ जाती है। यह सूजन संक्रमण या इंफेक्शन की वजह से हो सकती है। बच्चेदानी में होने वाली सूजन का सामना कई महिलाओं को करना पड़ता है। बार-बार पेशाब आना, पेट के निचले हिस्से में दर्द, एसिडिटी, गैस और कमर में दर्द आदि, बच्चेदानी में सूजन के लक्षण होते हैं। अगर आपको इन लक्षणों का अनुभव हो, तो इन्हें बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।