Avoid these foods if your children is hyperactive: कुछ बच्चे आम बच्चों से थोड़ा अलग होते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वह ज्यादा उछलकूद, दौड़ भाग और इधर-उधर में ज्यादा रहते हैं। हमेशा खेलने, दौड़ने और भागने वाले बच्चों को हाइपर एक्टिव चाइल्ड कहा जाता है। हाइपरएक्टिविटी से जूझ रहा बच्चा कभी भी एक जगह पर मन लगाकर नहीं बैठ पाता हैं। बच्चा किसी भी चीज पर शांत मन से ध्यान नहीं लगा पाता है। इस समस्या से जूझ रहे बच्चे बहुत ज्यादा बोलते हैं, हमेशा बक-बक करते हैं और कई बार छोटी सी बात पर गुस्सा हो जाते हैं।
गट व हार्मोन हेल्थ कोच मनप्रीत कालरा की मानें, तो कुछ बच्चे आनुवांशिक कारणों से हाइपरएक्टिव होते हैं। लेकिन आजकल के ज्यादातर बच्चे खानपान के कारण हाइपरएक्टिव हो रहे हैं। डाइटिशियन मनप्रीत कालरा ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करके उन 5 फूड्स की लिस्ट शेयर की है, जिसका सेवन करने की वजह से बच्चे हाइपरएक्टिव हो रहे हैं।
हाइपरएक्टिव बच्चों को न खिलाएं ये 7 फूड्स- Avoid these foods if your children is hyperactive
डाइटिशियन मनप्रीत कालरा के अनुसार, आजकल के बच्चों के हाइपरएक्टिव का मुख्य कारण है, खाने में पोषक तत्वों की कमी और प्रोसेसिंग का ज्यादा होना। आइए लेख में आगे जानते हैं वो कौन से खाद्य पदार्थ हैं, जो बच्चों को हाइपरएक्टिव बना रहे हैं।
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1. चॉकलेट
बाजार में मिलने वाले ज्यादातर चॉकलेट्स में जरूरी न्यूट्रिशन की कमी होती है। साथ ही ज्यादा मात्रा में रिफाइंड शुगर और तेल का इस्तेमाल किया जाता है। अगर बच्चा रोजाना चॉकलेट का सेवन करता है, तो यह शरीर में शुगर स्पाइक को बढ़ावा देता है, जिससे हाइपरएक्टिविटी बढ़ती है।
2. मिठाइयां
बाजार में मिलने वाले रसगुल्ले, गुलाब जामुन और मिठाइयां बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं। ज्यादा मिठाइयां बच्चों के शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाते हैं, जिसकी वजह से हाइपरएक्टिविटी बढ़ती है।
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3. कैंडी
पेरेंट्स बच्चों को खुश करने के लिए अक्सर बाजार में मिलने वाली रंग-बिरंगी कैंडी देते हैं। कैंडी को बनाने के लिए कई तरह के रंग, आर्टिफिशियल फ्लेवर का इस्तेमाल होता है, जो बच्चों के हाइपरएक्टिविटी को बढ़ाता है, इसलिए बच्चों को कभी भी कैंडी ना दें।
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4. बिस्कुट
बिस्कुट आज हर परिवार और बच्चे की जरूरत बन चुका है। पेरेंट्स आसानी के चक्कर में बच्चों को अक्सर दूध के साथ बिस्कुट दे देते हैं। लेकिन आपको यह बात जानकार हैरानी होगी कि बिस्कुट भी बच्चे की हाइपरएक्टिविटी में बड़ी भूमिका निभाता है। बिस्कुट को बनाने के लिए रिफाइंड शुगर और मैदे का इस्तेमाल किया जाता है। जो बच्चे में मूड स्विंग की परेशानी को बढ़ा सकता है।
5. बेकरी आइटम
ज्यादातर लोगों का लगता है कि लोकल बेकरी पर मिलने वाले केक, डोनट, पेस्ट्री और बिस्कुट काफी हेल्दी होते हैं, लेकिन असलियत इसके बिल्कुल विपरीत है। डाइटिशियन के अनुसार, बेकरी आइटम में ज्यादा मात्रा में चीनी और पाल्म ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है। बच्चों को चीनी और पाल्म ऑयल से बनें केक और पेस्ट्री देने से उनके मूड स्विंग बहुत ज्यादा होते हैं।
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6. ब्रेकफास्ट सीरियल
वक्त की कमी के कारण पेरेंट्स बच्चों को बाजार में मिलने वाले पैकेज्ड सीरियल दे देते हैं। ये सीरियल्स स्वाद में तो भरपूर होते हैं, लेकिन इनमें पोषक तत्वों की मात्रा बहुत ज्यादा कम पाई जाती है। डाइटिशियन के अनुसार, ब्रेकफास्ट सीरियल्स का सेवन करने से बच्चो के तुरंत एनर्जी मिलती है, जिससे हाइपरएक्टिविटी बढ़ती है।
7. ब्रेड
बच्चों को अधिकतर ब्रेड खिलाने से बच्चों के शरीर में अनहेल्दी फैट तेजी से बढ़ता है और बच्चे मोटापा के शिकार हो जाते हैं। ब्रेड में काफी मात्रा में शुगर पाई जाती है।
हाइपरएक्टिविटी को कम करने के लिए 5 खाद्य पदार्थ
डाइटिशियन मनप्रीत कालरा ने इंस्टाग्राम वीडियो में इस बात की भी जानकारी दी है कि बच्चों की हाइपरएक्टिविटी कम करने के लिए कौन से खाद्य पदार्थ उन्हें खिलाने चाहिए।
1. अखरोट
2. बादाम
3. पत्तेदार साग
4. कद्दू के बीज
5. जामुन
उम्मीद करते हैं इस लेख को पढ़ने के बाद आप बच्चों को सही खाद्य पदार्थ ही खिलाएंगे।
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