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शिशु को स्तनपान कराते समय एक ब्रेस्ट से दूसरे पर कब करना चाहिए शिफ्ट? डॉक्टर से जानें

When to Shift Baby From One Breast to Another While Breastfeeding : स्तनपान कराने वाली महिलाएं अक्सर जल्दबाजी में बच्चे को एक स्तन से दूसरे पर शिफ्ट कर देती हैं।  
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शिशु को स्तनपान कराते समय एक ब्रेस्ट से दूसरे पर कब करना चाहिए शिफ्ट? डॉक्टर से जानें


When to Shift Baby From One Breast to Another While Breastfeeding : स्तनपान हर महिला के लिए बहुत खास सफर होता है। जन्म के 6 माह तक शिशु को सिर्फ स्तनपान कराने की सलाह दी जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मां का दूध ही शिशु के लिए सर्वोत्तम आहार है। लेकिन स्तनपान के दौरान नई मांओं को कई तरह की चुनौतियों से गुजरना पड़ता है। नई माएं इस बात को समझ नहीं पाती हैं कि उन्हें कब बच्चे को एक स्तन से दूध पिलाना चाहिए और कब उसे दूसरे पर शिफ्ट करना चाहिए। 

मैं खुद एक नई मां हूं और आज से लगभग 1 साल पहले जब मैंने अपने बच्चे के जन्म के बाद स्तनपान कराना शुरू किया था, तब मैं भी इसको लेकर कंफ्यूजन में रहती थी। मैंने अक्सर नोटिस करती थी कि मेरा बेटा जब एक स्तन से दूध पिलाती थी, तो दूसरा दर्द करने लगता था। स्तन के दर्द से राहत पाने के लिए मैं अपने बच्चे को 10 से 15 मिनट के बाद दूसरे पर शिफ्ट कर देती थी। मेरी तरह ज्यादातर नई मांएं ऐसा करती हैं, लेकिन यह एक गलत तरीका है। लखनऊ के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरूण आनंद ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर करके बताया है कि बच्चे को कब एक स्तन से दूसरे पर शिफ्ट करना चाहिए, ताकि बच्चे का पेट भी भरे और सेहतमंद रहे।

शिशु को स्तनपान कराते समय एक ब्रेस्ट से दूसरे पर कब करना चाहिए शिफ्ट?- When to Shift Baby From One Breast to Another While Breastfeeding

डॉ. तरूण आनंद का कहना है, 'एक मां को 6 महीने तक शिशु को स्तनपान करना चाहिए। जब नई मांएं शिशु को स्तनपान करवाती हैं, तो एक स्तन से कम से कम 15 से 20 मिनट तक दूध पिलाने की प्रक्रिया जारी रखनी चाहिए। ऐसा करने से शिशु को स्तनों में बनने वाले फोरमिल्क और हिंड मिल्क दोनों के फायदे मिलते हैं। साथ ही शिशु का पेट लंबे समय तक भरा हुआ रहता है।' डॉक्टर के अनुसार, 'शिशु 6 महीने तक हर 30 से 45 मिनट के अंतराल पर मां का दूध पिता है। ऐसे में एक स्तन का दूध ही एक बार में पिलाना चाहिए। लेकिन आपको ऐसा लगता है कि 10 मिनट के बाद स्तन में आपके दूध का फ्लो कम हो रहा है, तो आप एक बार में दोनों स्तनों का दूध शिशु को पिला सकते हैं।' आसान भाषा में कहें तो आप शिशु को 10 मिनट तक एक स्तन से दूध पिलाने के बाद दूसरे पर शिफ्ट कर सकते हैं।

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बच्चे को किस उम्र तक स्तनपान कराना चाहिए? - Till what age should a baby be breastfed?

डॉ. तरूण आनंद की मानें तो जन्म से 6 महीने के बाद तक शिशु को सिर्फ मां का दूध यानी की स्तनपान ही कराना चाहिए। इसका मतलब है कि 6 महीने तक शिशु को कोई अन्य खाद्य पदार्थ या पानी भी नहीं देना है। 6 महीने के बाद आप शिशु को स्तनपान के साथ ठोस आहार भी देना चाहिए। 1 साल तक महिलाएं शिशु को ठोस आहार के साथ स्तनपान करवा सकती हैं। लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि 1 साल के बाद स्तनपान बिल्कुल भी नहीं कराना है। अगर महिला और शिशु दोनों को स्तनपान के दौरान किसी तरह की परेशानी नहीं आ रही है, तो वह इसे 3 साल तक चालू रख सकती हैं।

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बच्चे और मां के लिए स्तनपान के फायदे- Benefits of breastfeeding for baby and mother

डॉक्टर का कहना है कि स्तनपान कराने से मां और शिशु दोनों को कई तरह से फायदा मिलता है। आइए जानते हैं इसके बारे में।

  • जन्म के बाद शुरुआती महीनों में बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास और बौद्धिक वृद्धि के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। यह सभी पोषक तत्व स्तन के दूध में पाए जाते हैं। 
  • जब मां बच्चे को दूध पिलाती है, तो दोनों के बीच एक गहरा और करीबी रिश्ता बनता है। 
  • स्तनपान से महिलाओं की अतिरिक्त कैलोरी बर्न होती है, जिससे मां को गर्भावस्था के दौरान बढ़ा हुआ वजन कम करने में मदद मिलती है। 
  • स्तनपान कराने से स्तन और डिम्बग्रंथि के कैंसर का खतरा भी कम होता है। एक अध्ययन के अनुसार, 1 साल की उम्र तक शिशु को स्तनपान कराने से महिलाओं में स्तन कैंसर का जोखिम 4.3% कम होता है।

बात चाहे प्रेग्नेंसी की हो या फिर स्तनपान कराने की, हर मां की यात्रा अनोखी होती है। चाहे आप 6 महीने या 3 साल तक शिशु को स्तनपान कराए, यह पूरी तरह से आपकी शारीरिक क्षमता पर निर्भर करता है। इस दौरान आने वाले चैलेंज को प्यार से समझकर सुलझाने की कोशिश करें।

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