किडनी की समस्या कैसे डालती है आपके दिल के स्वास्थ्य पर असर? एक्सपर्ट से जानें दोनों में कनेक्शन

किडनी और दिल की सेहत एक दूसरे से जुड़ी हुई है। एक काम-काज में गड़बड़ी आती है, दूसरे काम-काज भी प्रभावित हो जाता है। 
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किडनी की समस्या कैसे डालती है आपके दिल के स्वास्थ्य पर असर? एक्सपर्ट से जानें दोनों में कनेक्शन


किडनी की सेहत आपके दिल के स्वास्थ्य से भी जुड़ी हुई है। ये हम नहीं बल्कि,  डॉ. सुरेश शंकर (Dr. Suresh Sankar),  नेफ्रोलॉजिस्ट, नेफ्रोप्लस में नैदानिक मामलों के वरिष्ठ उपाध्यक्ष का कहना है। दरअसल, आपका हृदय और गुर्दे आपके शरीर के दो महत्वपूर्ण अंग हैं। वे आपको स्वस्थ रखने के लिए मिलकर काम करते हैं। जब एक प्रभावित होता है तो दूसरा भी प्रभावित होता है। दूसरे शब्दों में, आपका हृदय आपके गुर्दे के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है, और आपके गुर्दे आपके हृदय के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। वै कैसे, आइए विस्तार से समझते हैं।

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किडनी और दिल की सेहत का कनेक्शन

डॉ. सुरेश शंकर बताते हैं कि हृदय एक मांसपेशी है जो आपके शरीर के सभी भागों में ऑक्सीजन से भरे रक्त को पंप करती है। यह कार्य आपके शरीर के भीतर हर कोशिका, अंग और तंत्र को जीवित रखता है। आपके शरीर के प्रत्येक भाग में रक्त ले जाने के लिए, आपका हृदय आपकी रक्त वाहिकाओं पर निर्भर करता है। ये वाहिकाएं किडनी तक जाती हैं लेकिन जब इनके काम काज में गड़बड़ी होती है तो, किडनी का फंक्शन खराब होने लगता है। इसके अलावा किडनी जब सही से काम नहीं करती है तो, इसके दिल के काम काज पर भी असर पड़ता है। जैसे कि 

  • -अपशिष्ट उत्पादों का शरीर से बाहर ना निकल पाना ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है।  
  • -हाई ब्लड शुगर, जिससे डायबिटीज हो सकता है।
  • -इसके अलावा ये ब्लड प्रेशर को भी अनियंत्रित करता है और हाई बीपी का कारण बनता है।
  • -इसके अलावा ये खून में सोडियम,फॉस्फोरस और पोटेशियम जैसे खनिजों को भी असंतुलित करता है।

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दिल और किडनी एक साथ कैसे काम करते हैं?

हृदय गुर्दे सहित आपके शरीर के सभी भागों में ऑक्सीजन से भरे रक्त को पंप करता है। गुर्दे रक्त को साफ करते हैं, अपशिष्ट उत्पादों और अतिरिक्त पानी को हटाते हैं। गुर्दे के बिना, आपके रक्त में बहुत अधिक अपशिष्ट और पानी होगा। ऐसे ही हृदय के बिना, आपके गुर्दे में अपने कई महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए आवश्यक ऑक्सीजन से भरा रक्त नहीं होता। आपकी किडनी की मदद के बिना, हृदय बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है या इससे जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं। जब आपका हृदय या गुर्दे सामान्य रूप से काम नहीं कर पाते हैं, तो इससे हृदय रोग या गुर्दे की बीमारी हो सकती है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि गुर्दे की बीमारी होने से हृदय रोग विकसित होने की संभावना सीधे प्रभावित हो सकती है। दिल की बीमारी होने से किडनी की बीमारी होने की संभावना सीधे तौर पर प्रभावित हो सकती है।

दिल और किडनी को एक साथ स्वस्थ कैसे रखें?

ये टिप्स आपकी किडनी और हृदय स्वास्थ्य को ट्रैक पर रखने में मदद कर सकते हैं।  जैसे कि

  • -रोज रेगुलर एक्सरसाइज करना।
  • -वजन संतुलित रखा।
  • -डाइट में फैट कंट्रोल करें।
  • -धूम्रपान ना करें।
  • -अपने ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और फैट के सेवन को नियंत्रित करें।
  • -तनाव ना लें। 

दिल और किडनी के कनेक्शन को ध्यान में रखने का एक अच्छा तरीका यह याद रखना है कि जो आपके गुर्दे के लिए अच्छा है वह आपके दिल के लिए अच्छा है। इसके अलावा कुछ अन्य बातों का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है। जैसे कि कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रखें। अपने किडनी फंक्शन टेस्ट करवाते रहें। सप्ताह के अधिकांश दिनों में दिन में 30 मिनट शारीरिक रूप से सक्रिय रहें।

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अगर आपको किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है तो सभी दवाएं निर्धारित समय अनुसार लें।इसके अलावा डाइट में हेल्दी चीजों का सेवन करें। जैसे कि 

  • फल और सब्जियां खाएं
  • साबुत अनाज अनाज लें
  • कम वसा वाला दूध और दूध उत्पाद जैसे दही और पनीर लें
  • टोफू
  • मछली
  • जैतून का तेल या मकई का तेल लें।
  •  सेकम सोडियम वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करें।

साथ ही अगर आपको किडनी से जुड़ा कोई रोग है हाई पोटेशियम वाली चीजों के सेवन से बचें। ऐसे में आपको केले, संतरे, आलू और टमाटर जैसे खाद्य पदार्थों को सीमित करने और सेब, जामुन, अंगूर और आड़ू खाने की आवश्यकता हो सकती है। साथ ही ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क से करें। 

all images credit: freepik

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