भूख कम-ज्यादा लगना और कब्ज जैसे लक्षण हो सकते हैं पेट में गांठ का संकेत, जानें इस समस्या का कारण और इलाज

पेट में गांठ के कई कारण हो सकते हैं। इसकी वजह से पेट का हिस्सा ऊपर आने लगता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं इस बारे में विस्तार से-
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भूख कम-ज्यादा लगना और कब्ज जैसे लक्षण हो सकते हैं पेट में गांठ का संकेत, जानें इस समस्या का कारण और इलाज


पेट में उभार या फिर सूजन पेट में गांठ के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। इसकी वजह से पेट की गांठ से प्रभावित हिस्सा बाहर निकला हुआ दिखने लगता है। पेट में गांठ के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें लिपोमा, हर्नियां और हीमेटोमा जैसी समस्याएं शामिल हैं। पेट पर मौजूद गांठ नरम या कठोर दोनों तरह के हो सकते हैं। कुछ लोगों को इसके कारण दर्द भी महसूस होता है। वहीं, कुछ को पेट में गांठ होने से किसी तरह के कोई लक्षण नहीं देखते हैं। मनीपाल हॉस्पिटल  के गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉक्टर कुणाल दास का कहना है कि कारणों के आधार पर पेट में गांठ के लक्षण दिखते हैं। जैसे हर्निया की शिकायत के कारण अगर आपके पेट पर गांठ है, जो गांठ के आसपास दर्द जैसी परेशानी महसूस होगी। वहीं, अगर लिपोमा के कारण यह है, तो इसकी वजह से दर्द कम महसूस होता है। इसके अलावा पेट में गांठ होने पर कब्ज, वजन का कम होना, मल से खून आना इत्यादि लक्षण दिख सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं इसके बारे  (Abdominal Lump) में- 

पेट में गांठ के लक्षण (Symptoms of abdominal-lump)

  • पेट में दर्द होना।
  • पेट फूलना
  • गांठ के आसपास जलन होना
  • भूख में बदलाव होना
  • जी मिचलाना
  • उल्टी होना
  • छाती में दर्द
  • कब्ज की शिकायत होना
  • मल त्यागने में परेशानी
  • पेट में दबाव जैसा महसूस होना।
  • वजन उठाने में दर्द महसूस होना।
  • पेशाब बहुत कम या फिर बहुत ज्यादा होना
  • पीलिया
  • बुखार

ये सभी लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ताकि समय पर इलाज हो सके। 

पेट में गांठ के कारण (Causes of abdominal-lump)

पेट में गांठ के कई कारण हैं। आइए जानते हैं इस बारे में - 

हर्निया- अगर आपके पेट के ऊपरी हिस्से में गांठ है, तो यह हर्निया की शिकायत हो सकती है। 

पित्त में पथरी - पित्ताशय की पथरी के कारण भी आपके पेट में गांठ हो सकती है। पथरी की वजह से आपके पित्त की थैली बाहर आने लगती है, जिसके कारण गांठ नजर आने लगता है।

हिमोमोटा - हिमोमोटा की वजह से भी पेट में गांठ की शिकायत होती है। इसमें स्किन के अंदरुनी हिस्स पर रक्त का जमाव होने लगता है। जिसके कारण रक्त वाहिनियां टूटने लगती है, जिससे गांठ जैसा उभार नजर आने लगता है।

लिपोमा -  पेट में चर्बी की गांठ से लिपोमा हो जाता है। पेट में जब एक्स्ट्रा चर्बी हो जाती है, तो यह एक गांठ का रूप धारण कर लेती है। कुछ लोग इसे कैंसर समझने की गलती कर बैठते हैं, लेकिन लिपोमा कैंसर नहीं होता है। लिवर बढ़ने के कारण भी आपको पेट में गांठ की समस्या हो सकती है।

कैंसर - कैंसर की वजह से भी पेट में गांठ हो सकता है। इसमें कोलन कैंसर,  लिवर कैंसर, किडनी का कैंसर, आंत में कैंसर जैसे कैंसर शामिल हैं।

क्रोन रोग - क्रोन डिजीज एक  इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज है, जिसकी वजह से पाचन तंत्र की परत पर सूजन होने लगती है। जिसके कारण पेट पर ऊभार आ जाता है। 

इसके अलावा कुछ अन्य बीमारियां जैसे- अंडाशय में फोड़ा, जैसी समस्या के कारण पेट में गांठ हो सकता है। 

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पेट में गांठ का परीक्षण (Diagnosis of Abdominal Lump)

पेट में गांठ की जांच का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर सबसे पहले आपका इतिहास जानने की कोशिश करता है। जिसमें वह आपके लक्षणों, खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़े प्रश्न करता है। इन प्रश्नों से डॉक्टर यह पता लगाने की कोशिश करता है कि आपको किन कारणों से पेट में गांठ हुआ है। इसके अलावा आपके पेट के आसपास छूकर गांठ की स्थिति पता लगाने की कोशिश करता है। इसके बाद स्थिति की पूर्ण जानकारी के लिए डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट कराने की सलाह दे सकता है। इसमें पेल्विक और गुदा परीक्षण जैसे कुछ टेस्ट कराने के लिए कह सकता है। जो निम्न हैं - 

इमेजिंग टेस्ट - गांठ का सटीक आकार और जगह पता लगाने के लिए इमेजिंग टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। इसके लिए डॉक्टर पेट का एक्स रे, पेट का अल्ट्रासाउंड, पेट का एमआरआई करवा सकते हैं।

कोलोनस्कोपी - इमेजिंग टेस्ट में सही से जांच या फिर बीमारी का सही कारण न पता चलने पर कोलोनस्कोपी कराने की सलाह दी जाती है।

इसके अलावा डॉक्टर आपको ब्लड टेस्ट, बोरियम, आइसोटोप जैसे टेस्ट करवा सकते हैं। 

पेट में गांठ का इलाज (Abdominal Lump Treatment)

हर्निया, कैंसर या फिर आंतों में किसी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर आपको ऑपरेशन की सलाह देता है, जिसमें आपको लेप्रोस्कोपी नामक सर्जिकल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।

कीमोथेरेपी - कीमोथेरेपी के जरिए गांठ का आकार छोटा किया जाता है। जब गांठ का आकार छोटा हो जाता है, तो कीमोथेरेपी बंद कर दी जाती है। इसके बाद ऑपरेशन से इसे निकाल दिया जाता है। 

सिस्ट और हीमेटोमा जैसे सामान्य कारणों की वजह से हुए पेट में गांठ के लिए इलाज की जरूरत नहीं पड़ती है। सामान्यतौर पर यह खुद-ब-खुद ठीक हो जाता है। इसके अलावा गंभीर समस्या न होने पर डॉक्टर दवाईयों के सहारे पेट में गांठ का इलाज करते हैं।

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पेट में गांठ के बचाव (Prevention of Abdominal Lump)

  • मल त्यागने पर ज्यादा जोर न लगाएं।
  • ज्यादा भारी चीजें न उठाएं।
  • खाना खाने के बाद लेटने और फिर अधिक शारीरिक गतिविधि न करें।
  • धूम्रपान का त्याग करें।
  • हेल्दी लाइस्टाइल का चुनाव करें।
  • रात में हल्का भोजन करें।
  • बीमार होने पर जल्द से जल्द उसका इलाज कराएं।
  • पेट में किसी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
  • एसिड रिफ्लक्स बनाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।

पेट में गांठ की जटिलता (Abdominal Lump Complications)

  • सही समय पर पेट में गांठ का इलाज न करने प आपको निम्न समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • संक्रमण फैलने की संभावना
  • आंत और मूत्र मार्ग में संक्रमण फैलने का खतरा
  • कैंसर फैलने का खतरा
  • लिवर स्थायी रूप से खराब होने का खतरा
  • गुर्दा स्थाई रूस से क्षतिग्रस्त होने का खतरा
  • जलोदर
  • छोटी और बड़ी आंत में रुकावट

पेट में गांठ या फिर पेट में किसी तरह की परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। वरना यह गंभीर परेशानी का रूप धारण कर सकती है।

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