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महिलाओं में अंडे की क्वालिटी बढ़ा सकती हैं ये 10 आदतें, आज ही बनाएं जीवन का हिस्सा

दिल्ली की गट और हार्मोन हेल्थ कोच मनप्रीत कालरा का कहना है कि अपनी रोजमर्रा की लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे बदलावों से एग्स की क्वालिटी को सुधारा जा सकता है और ओवल्युसन की प्रक्रिया को बढ़ाया जा सकता है।
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महिलाओं में अंडे की क्वालिटी बढ़ा सकती हैं ये 10 आदतें, आज ही बनाएं जीवन का हिस्सा


10 Habits to Improve quality of eggs : आजकल खानपान, जीवनशैली, वायु प्रदूषण और अन्य कारणों से महिलाओं की एग क्वालिटी प्रभावित हो रही है। कम उम्र में एग क्वालिटी कम होने या खराब होने की वजह से महिला को प्रेग्नेंसी कंसीव करने में परेशानी आती है। एग क्वालिटी खराब होने के बाद प्रेग्नेंसी कंसीव करने में परेशान महिलाएं कई तरह की मेडिकल एडवाइस, एग्स की क्वालिटी को सुधारने के लिए दवाएं और सप्लीमेंट का सहारा लेती हैं। लेकिन क्या  आप जानती बिना किसी डॉक्टरी सलाह के भी एग क्वालिटी को सुधारा जा सकता है। दिल्ली की गट और हार्मोन हेल्थ कोच मनप्रीत कालरा का कहना है कि अपनी रोजमर्रा की लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे बदलावों से एग्स की क्वालिटी को सुधारा जा सकता है और ओवल्युसन की प्रक्रिया को बढ़ाया जा सकता है। इस बारे में मनप्रीत कालरा ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो भी शेयर किया है। आइए जानते हैं कैसे सुधारी जा सकती है एग्स की क्वालिटी।

एग्स की क्वालिटी को बढ़ाने वाली 10 आदतें | 10 Habits to Improve quality for eggs in hindi

गट और हार्मोन हेल्थ कोच का कहना है कि महिलाओं की उम्र बढ़ने के साथ, खास तौर पर 35 साल के बाद, अंडे की गुणवत्ता और प्रजनन क्षमता में गिरावट आती है। पोषक तत्वों की कमी इस गिरावट को और बढ़ा सकती है, जिसकी वजह से एग्स की संख्या और क्वालिटी दोनों कम हो सकती है। इसलिए एग क्वालिटी बढ़ाने के लिए रोजमर्रा की आदतों में कुछ चीजों को शामिल करना जरूरी है।

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1. 15 से 20 मिनट धूप में बैठें

रोजाना सुबह 15 से 20 मिनट धूप में बैठने से एग्स की क्वालिटी को सुधारने में मदद मिलती है। धूप में शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी मिलता है। जिसकी मदद से हार्मोन को संतुलित करने और ओव्लुशन की प्रक्रिया को सुधारने में मदद मिलती है। विटामिन डी एग्स की क्वालिटी को सुधारकर प्रेग्नेंसी के चांस भी बढ़ाता है।

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2. खाली पेट बादाम और अखरोट खाएं

सुबह खाली पेट भीगे हुए अखरोट और बादाम खाने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में हेल्दी फैट और ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। यह पोषक तत्व शरीर में हार्मोन प्रोडक्शन को बढ़ाते हैं और इंफ्लेमेशन को करके एग्स की क्वालिटी को सुधारते हैं। बादाम और अखरोट के पोषक तत्व नए अंडों का भी निर्माण करते हैं।

3. वज्रासन और बटरफ्लाई प्राणायाम का अभ्यास करें

रोजाना सुबह 10 मिनट वज्रासन और बटरफ्लाई प्राणायाम का अभ्यास करने से शरीर का तनाव कम करने में मदद मिलती है। तनाव कम होने से शरीर में ब्लड फ्लो सुधरता है और एग्स की क्वालिटी को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। 35 साल की उम्र के बाद प्रेग्नेंसी प्लान करने वाली महिलाओं को रोजाना इन प्राणायाम जरूर करना चाहिए।

4. कद्दू और सूरजमुखी के बीज खाएं

रोजाना मिड मील में 1 चम्मच कद्दू के बीज और 1 चम्मच सूरजमुखी के बीजों का सेवन करें। कद्दू और सूरजमुखी के बीजों में पर्याप्त मात्रा में जिंक, सेलेनियम और आयरन पाया जाता है। यह पोषक तत्व हार्मोन को संतुलित करते है, जिसकी मदद से एग की क्वालिटी को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।

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5. शकरकंदी जैसी चीजों का सेवन करें

एग्स की क्वालिटी को सुधारने और रिप्रोडक्टिव हेल्थ को सुधारने मे शकरकंदी बहुत फायदेमंद होती है। शकरकंदी के पोषक तत्व महिलाओं में हार्मोन असंतुलन को सुधारकर कंसीव करने में आसानी लाती है।

6. 10 मिनट वॉक करें

रोजाना खाना खाने के बाद 10 मिनट वॉक करें। खाने के तुरंत बाद वॉक करने से शरीर को पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाने और ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। जब ब्लड शुगर लेवल मैनेज रहता है, तो हार्मोन हेल्थ बेहतर बनती है और एग्स की क्वालिटी सुधारने में मदद मिलती है।

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7. चेस्टबेरी की चाय

शाम को नॉर्मल दूध और पत्ती की बजाय चेस्टबेरी की चाय का सेवन करें। चेस्टबेरी की चाय प्रोजेस्टेरोन के स्तर को बढ़ाती है और एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन संतुलन बनाए रखती है। इसकी मदद से एग की क्वालिटी सुधरती है।

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8. प्लास्टिक बॉक्स का इस्तेमाल न करें

फ्रिज, खानपान और मसालों को स्टोर करने के लिए प्लास्टिक कंटेनर का इस्तेमाल न करें। प्लास्टिक कंटेनर से बीपीए रिलीज होता है, जिसकी वजह से एग क्वालिटी खराब होती है। प्लास्टिक की जगह फूड आइटम को स्टोर करने के लिए स्टोर करने के लिए कांच और स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल करें।

9. हरी सब्जियां खाएं

हरी सब्जियां जैसे पालक, बथुआ, अमरनाथ, सोया और गोभी में पर्याप्त मात्रा में फोलेट और आयरन पाया जाता है। जो फर्टिलिटी और लो एग क्वालिटी को सुधारता है।

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10. 7 से 8 घंटे की नींद लें

पर्याप्त नींद न लेने की वजह से एग्स की क्वालिटी प्रभावित होती है। इसलिए रोजाना रात को 7 से 8 घंटों की नींद जरूर लें। पर्याप्त नींद लेने से हार्मोन को संतुलित करने में मदद मिलती है और एग्स की क्वालिटी बेहतर बनाने में मदद मिलती है।

एग्स की क्वालिटी बढ़ाने वाले 5 पोषक तत्व- 5 nutrients that improve the quality of eggs

गट व हार्मोन हेल्थ कोच मनप्रीत कालरा ने इंस्टाग्राम पोस्ट में यह भी बताया है कि एग्स की क्वालिटी को बढ़ाने के लिए कौन से पोषक तत्वों का सेवन जरूरी है।

1. फोलिक एसिड: यह भ्रूण के विकास के लिए आवश्यक माना जाता है। फोलिक एसिड अंडे की गुणवत्ता को भी बनाए रखता है।

2. विटामिन डी:अंडे की परिपक्वता और ओव्यूलेशन को नियंत्रित करता है।

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3. ओमेगा-3 फैटी एसिड: अंडे की झिल्ली की संरचना और कार्य को बनाए रखता है।

4. एंटीऑक्सीडेंट (विटामिन सी और ई): अंडे को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं। ओव्यूलेशन और अंडे के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं।

5. कोएंजाइम Q10 (CoQ10):अंडे की कोशिकाओं के लिए ऊर्जा उत्पादन करते हैं।

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निष्कर्ष

बढ़ती उम्र में एग की क्वालिटी को बेहतर बनाए रखने के लिए जीवनशैली और खानपान में बदलाव जरूरी होता है। इसलिए ऊपर बताई गई चीजों को जरूर फॉलो करें।

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