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30 की उम्र के बाद करनी है प्रेग्नेंसी की प्लानिंग, तो फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए करें ये 5 काम

How to Boost fertility in your 30s: बदलती लाइफस्टाइल, स्ट्रेस और कई कारणों से आजकल महिलाओं को प्रेग्नेंसी कंसीव करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं, जिससे फर्टिलिटी बढ़ाने में मदद मिल सकती है।  
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30 की उम्र के बाद करनी है प्रेग्नेंसी की प्लानिंग, तो फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए करें ये 5 काम

How to Boost Fertility in your 30s:  मां बनाना हर महिला के जीवन का सबसे बड़ा सुख होता है। लेकिन इन दिनों महिलाओं की पहली लिस्ट में करियर, कुछ बड़ा करने का सपना होता है। इसकी वजह महिलाएं काफी लेट प्रेग्नेंसी की प्लानिंग करती हैं। ये बात हम सभी जानते हैं कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है फर्टिलिटी कम होना शुरू हो जाती है। खानपान, लाइफस्टाइल, रहन-सहन यहां तक कि फिजिकल वर्कआउट भी महिलाओं के एग्स को प्रभावित करता है। इसकी वजह से महिलाओं को प्रेग्नेंसी कंसीव करने में परेशानी होती है। नई दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल की प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की वरिष्ठ सलाहकार प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ नीलम सूरी के अनुसार, महिलाओं में प्रजनन क्षमता धीरे-धीरे 30 वर्ष की आयु से कम होने लगती है और 35 वर्ष की आयु के बाद और अधिक तेजी से घटने लगती है। उम्र का बढ़ना एक प्राकृतिक देन है, जिसे पलटा नहीं जा सकता है। इसलिए फर्टिलिटी को (Tips for boost Fertility) बनाए रखने के लिए कुछ खास उपायों को अपनाना चाहिए। आइए जानते हैं फर्टिलिटी बढ़ाने के 5 उपायों के बारे में।

1. हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं

30 की उम्र के बाद भी फर्टिलिटी को बनाए रखने के लिए एक हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाना बहुत जरूरी है। अगर आप प्रेग्नेंसी की प्लानिंग कर रही हैं, तो 6 महीने पहले से ही धूम्रपान, शराब और कैफीन का सेवन बिल्कुल बंद कर दें। इसके अलावा स्ट्रेस को मैनेज करने की कोशिश करें। फर्टिलिटी को बूस्ट करने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज, हाई प्रोटीन डाइट, कम कार्बोहाइड्रेट वाले फूड्स का सेवन करना चाहिए। डॉक्टर के अनुसार स्वास्थ्य खानपान से फर्टिलिटी को बूस्ट करने में मदद मिलती है।

2. पीसीओएस और एंडोमेट्रियोसिस को पहचानें

बढ़ती उम्र में फर्टिलिटी को बनाए रखने के लिए पीसीओएस और एंडोमेट्रियोसिस जैसी स्थितियों की पहचान भी करना जरूरी है, क्योंकि यह प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। यदि आपके पीरियड्स अनियमित है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से बात करें। डॉ. सूरी के अनुसार, पीसीओडी यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर एक ऐसी मेडिकल कंडीशन है। इसमें महिलाओं की ओवरी समय से पहले एग्स रिलीज कर देती है, जो सिस्ट में बदल जाते हैं। इसकी वजह से बच्चा कंसीव में परेशानी आती है।

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3. फर्टिलिटी एंडोक्रिनोलॉजिस्ट टेस्ट

डॉ. सूरी के अनुसार, जो महिलाएं 30 की उम्र के बाद प्रेग्नेंसी की प्लानिंग कर रही हैं और उन्हें फर्टिलिटी एंडोक्रिनोलॉजिस्ट टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। इसमें डिम्बग्रंथि रिजर्व, ओव्यूलेशन और ट्यूब की जांच की जाती है। इस टेस्ट के जरिए प्रेग्नेंसी कंसीव करने में क्या परेशानी आ रही है इसकी जानकारी मिल सकती है।

4. स्ट्रेस को कम करें

डॉक्टर के अनुसार, तनाव की वजह से भी महिलाओं की फर्टिलिटी पर असर पड़ता है। दरअसल, जब स्ट्रेस बढ़ता है, तो शरीर में कोर्टिसोल जैसे हार्मोन रिलीज होते हैं। हार्मोंस के उतार-चढ़ाव की वजह से इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से हार्मोन पर असर डाल सकते हैं और प्रजनन तंत्र की कार्य प्रणाली को प्रभावित कर सकते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि 30 की उम्र के बाद प्रेग्नेंसी प्लान करने वाली महिलाओं को तनाव कम से कम लेना चाहिए। जहां तक संभव हो हमेशा खुश रहने की कोशिश करें।

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5. हरी सब्जियों का सेवन करें

संतुलित आहार का सेवन करने से भी फर्टिलिटी को बढ़ावा मिलता है। अगर आप चाहती हैं कि 30 की उम्र के बाद आपकी फर्टिलिटी बढ़ी रहे, तो इसके लिए रोजाना के खाने में ज्यादा मात्रा में हरी सब्जियों को शामिल करें। इसके अलावा खाने में साबुत अनाज, हेल्दी फैट, फिश और चिकन जैसे लीन प्रोटीन लें।

All Image Credit: Freepik.com

With Inputs: Dr Neelam Suri, Senior Consultant Obstetrician and Gynaecologist, Indraprastha Apollo Hospital, New Delhi

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