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इंडियन या वेस्टर्न टॉयलेट: प्रेग्नेंसी के दौरान कौन-सा टॉयलेट इस्तेमाल करना सही होता है? डॉक्टर से जानें

प्रेग्नेंसी के दौरान जैसे-जैसे महिलाओं के पेट का आकार बढ़ता है, वह इंडियन टॉयलेट सीट पर बैठने से कतराती हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान कौन-सा टॉयलेट इस्तेमाल करना सही होता है।
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इंडियन या वेस्टर्न टॉयलेट: प्रेग्नेंसी के दौरान कौन-सा टॉयलेट इस्तेमाल करना सही होता है? डॉक्टर से जानें

Indian or Western Toilet Which one is Better to use During Pregnancy: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। प्रेग्नेंसी के चौथे महीने के बाद पेट का आकार बढ़ने की वजह से महिलाओं को उठने-बैठने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गर्भ का आकार बढ़ने की वजह से महिलाओं से कहा जाता है कि वह किसी चीज का सहारा लेकर उठने और बैठने की कोशिश करें। प्रेग्नेंसी में महिलाओं के मन में कई तरह के सवाल भी आते हैं, इन्हीं सवालों में से एक है कि इस दौरान इंडियन या वेस्टर्न कौन सा टॉयलेट इस्तेमाल करना चाहिए। प्रेग्नेंसी के दौरान कौन सा टॉयलेट यूज करना चाहिए, इसको लेकर आपके मन में भी कंफ्यूजन है, तो आज इसे दूर रही हैं गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर तान्या गुप्ता। तान्य गुप्ता ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी है कि आखिरकार प्रेग्नेंसी में कौन सा टॉयलेट इस्तेमाल करना चाहिए।

प्रेग्नेंसी के दौरान कौन-सा टॉयलेट इस्तेमाल करना सही होता है- Indian or Western Toilet Which One is better

डॉ. तान्या गुप्ता के अनुसार जिन लोगों की प्रेग्नेंसी बिल्कुल नॉर्मल और सुरक्षित है, उन महिलाओं गर्भावस्था के दौरान सिर्फ इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करना चाहिए। इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करने से संक्रमण होने का जोखिम कम हो जाता है। दरअसल इंडियन टॉयलेट में आपके शरीर का संपर्क पॉट सीट के साथ नहीं होता है। जिसकी वजह से सीट पर मौजूद किटाणु स्किन के संपर्क में नहीं आते हैं और बीमारियों का खतरा कम होता है। डॉक्टर का कहना है कि इंडियन टॉयलेट में हम स्क्वेट पोजीशन में बैठते हैं। इसकी वजह से पेल्विक एरिया पर दवाब पड़ता है और यह नॉर्मल डिलीवरी के चांस को बढ़ाते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि जिन लोगों को प्रेग्नेंसी में किसी तरह की परेशानी है या फिर जिन महिलाओं की प्रेग्नेंसी हाई रिस्क हैं, उन्हें इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हाई रिस्क प्रेग्नेंसी वाली महिलाओं को वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल करना चाहिए।

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प्रेग्नेंसी में इंडियन टॉयलेट इस्तेमाल करने के फायदे- Benefits of India Toilet in Pregnancy in Hindi

डॉ. तान्या गुप्ता के अनुसार प्रेग्नेंसी के दौरान इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करने से शरीर की सही एक्सरसाइज हो जाती है। इसमें नीचे से ऊपर उठने-बैठने और हाथों-पैरों का ज्यादा इस्तेमाल होता है। प्रेग्नेंसी में इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है, जिसकी वजह से पैरों की मांसपेशियां उठने-बैठने से मजबूत होती हैं। इसके अलावा दर्द से भी छुटकारा मिलता है। प्रेग्नेंसी में इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करने से पाचन तंत्र पर सही दबाव पड़ता है। जिससे पेट अच्छी तरह से साफ होता है और कब्ज, पेट में दर्द और एसिडिटी की प्रॉब्लम नहीं होती है।

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डॉक्टर के अनुसार प्रेग्नेंसी में इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करने से संक्रमण का खतरा भी कम होता है। दरअसल जब कोई व्यक्ति इंडियन टॉयलेट पर बैठता है, तो शरीर के अंग टॉयलेट सीट से सीधे संपर्क नहीं बनाते हैं, जिसकी वजह से बैक्टीरिया और फंगस सीधे शरीर में प्रवेश नहीं कर पाते हैं। इसकी वजह से बीमारियों का खतरा कम करने में मदद मिलती है। हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो प्रेग्नेंसी में जिन महिलाओं की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, उन्हें मुख्य रूप से इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करना चाहिए।

All Image Credit: Freepik.com 

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