Is It Okay To Use Indian Toilet During Pregnancy In Hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के उठने-बैठने में बहुत सारी दिक्कतें आती हैं। विशेषकर प्रेग्नेंसी की आखिरी तिमाही में महिला के ठीक से चल-फिर नहीं पाती है। जहां बैठती है, वहां से आसानी से उठना मुश्किल हो जाता है। यहां तक कि ज्यादातर गर्भवती महिलाएं जमीन पर बैठने से बचती हैं, क्योंकि उनके पैरों में काफी तीव्र दर्द होने लगता है। प्रेग्नेंसी की आखिरी तिमाही में ज्यादातर महिलाओं के पैरों में बहुत ज्यादा सूजन हो जाती है, जिससे पैरों का दर्द बढ़ जाता है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है, क्या प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के लिए इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करना सुरक्षित होता है? इस सवाल का जवाब इसलिए भी जान लेना जरूरी है, क्योंकि हमारे देश में आज कई हिस्सों में इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल किया जाता है। आइए, जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में इंडियनर टॉयलेट का इस्तेमाल करना कितना सुरक्षित है।
क्या प्रेग्नेंसी में इंडियन टॉयलेट इस्तेमाल करना सुरक्षित होता है?- Is It Safe To Use Indian Toilet During Pregnancy In Hindi
ज्यादातर महिलाओं को यही लगता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करना सही नहीं है। इससे गर्भाशय पर दबाव बनता है, जो कि बच्चे के लिए सही नहीं है। जबकि, विशेषज्ञों की राय इससे बिल्कुल उलट है। वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं, "प्रेग्नेंसी के दौरान इंडियन टॉयलेट में बैठने में कोई खराबी नहीं है। इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करना से बच्चे को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है। इसके उलट, अगर महिलाएं प्रेग्नेंसी में इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करती हैं, तो यह उनकी डिलीवरी के लिए फायदेमंद हो सकता है। आखिर इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करने डिलीवरी में किस तरह का फायदा मिल सकता है, आइए आगे जानते हैं।"
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प्रेग्नेंसी में इंडियन टॉयलेट इस्तेमाल करने के फायदे
पेल्विक मसल्स खुलती हैं
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अगर गर्भवती महिलाएं इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करती हैं, तो ऐसे में स्क्वॉट पोजिशन में बैठना पड़ता है। इस स्थिति में पेल्विक मसल्स खुलती हैं। डिलीवरी के पेल्विक मसल्स का लचीला होना बहुत जरूरी है, तभी प्रसव के दौरान महिला की दिक्कत कम होती है और नेचुरल डिलीरी में मदद भी मिलती है। लेकिन, महिला को यह ध्यान रखना चाहिए कि अगर उन्हें इस पोजिशन में बैठने की मनाही है, तो टॉयलेट इस्तेमाल करने का विकल्प तलाश सकती हैं।
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गर्भाशय पर दबाव नहीं पड़ता
कई महिलाओं के मन में यह डर है कि इंडियन टॉयलेट में बैठने से गर्भ पर अतिरिक्त दबाव बन सकता है। जबकि, ऐसा नहीं होता है। इंडियान टॉयलेट में बैठने से बच्चे या गर्भवती महिला को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है। महिलाएं बिना किसी संकोच के इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल कर सकती हैं।
संक्रमण का रिस्क कम होता है
इंडियन टॉयलेट में स्क्वॉट पोजिशन में बैठा जाता है। इंडियन टॉयलेट बॉडी के हिस्से के संपर्क में नहीं आता है। जबकि, इसके उलट वेस्टर्न टॉयलेट में बैठना पड़ता है। जब आप टॉयलेट के संपर्क में आते ही नहीं हैं, तो ऐसे में प्रेग्नेंसी के दौरान संक्रमण का रिस्क कम हो जाता है।