
प्रेग्नेंसी एक ऐसा सफर है जो हर महिला के लिए उत्साह, उम्मीद और कई सवालों से भरा होता है। इस दौरान शरीर में होने वाले लगातार बदलावों के कारण महिलाएं अक्सर ऐसे तरीकों की तलाश में रहती हैं, जो उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से आराम दें। इन्हीं तरीकों में से एक है योग, जो आजकल प्रेग्नेंट महिलाओं के बीच तेजी से फेमस हो रहा है लेकिन सोशल मीडिया की चमक-दमक और फिटनेस ट्रेंड्स के बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या योग वास्तव में प्रेग्नेंसी के सभी तीनों ट्राइमेस्टर्स में सुरक्षित होता है? बहुत सी महिलाएं योग को अपनाना चाहती हैं, लेकिन मन में यह डर भी रहता है कि कहीं कोई गलत आसन पेट पर दबाव न डाल दे या शरीर पर अनचाहा स्ट्रेन न पड़े। इस लेख में यशोदा हॉस्पिटल्स हैदराबाद में कंसल्टेंट ऑब्सटेट्रिशियन और गायनेकोलॉजिस्ट, डॉ. शिल्पा रेड्डी. वी. (Dr. Shilpa Reddy. V is a Consultant Obstetrician and Gynaecologist, Yashoda Hospitals Hyderabad) से जानिए, क्या प्रेग्नेंसी के सभी ट्राइमेस्टर में योगा करना सुरक्षित है?
इस पेज पर:-
क्या प्रेग्नेंसी के सभी ट्राइमेस्टर में योगा करना सुरक्षित है? - Is Yoga Safe In All Trimesters
डॉ. शिल्पा रेड्डी वी के अनुसार, ''प्रेग्नेंसी के सभी ट्राइमेस्टर में योग किया जा सकता है, लेकिन सावधानी के साथ। हर महीने शरीर बदलता है, इसलिए योगासन भी उसी के अनुसार बदलने चाहिए।''
1. पहले ट्राइमेस्टर में योग - Yoga in the first trimester
प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीनों में गर्भ में हो रहे परिवर्तन बेहद संवेदनशील होते हैं। इस समय थकान, मतली और कमजोरी आम होती है। डॉ. शिल्पा बताती हैं कि पहले ट्राइमेस्टर में गहरे ट्विस्ट, स्ट्रॉन्ग बैकबेंड और ऐसे सभी आसन जिन्हें करने में पेट पर दबाव पड़ता है, उनसे बचना चाहिए। ये आसन पेट की मांसपेशियों को खिंचाव दे सकते हैं जो शुरुआती प्रेग्नेंसी के लिए सुरक्षित नहीं माने जाते। इसलिए इस चरण में हल्के स्ट्रेच, जेंटल योग, डीप ब्रीदिंग और धीमी गति वाली मूवमेंट्स सबसे बेहतर विकल्प हैं। ये न केवल शरीर को आराम देती हैं बल्कि मानसिक तनाव और शुरुआती प्रेग्नेंसी की थकान को कम करने में भी मदद करती हैं।
इसे भी पढ़ें: दूसरी बार मां बनने वाली एक्ट्रेस Sonam Kapoor, फैशनेबल तरीके से दी खुशखबरी
2. दूसरे ट्राइमेस्टर में योग - Yoga in the second trimester
दूसरे ट्राइमेस्टर में बेबी बंप स्पष्ट रूप से बढ़ने लगता है, जिससे शरीर का बैलेंस पहले जैसा नहीं रहता। डॉ. शिल्पा रेड्डी के अनुसार, इस समय इनवर्जन, तेज ट्विस्ट और पेट पर दबाव डालने वाले आसनों से पूरी तरह बचना चाहिए। इसके बजाय ऐसे आसन चुनें जो बैक पेन, हिप स्टिफनेस और स्ट्रेचिंग की कमी को दूर करें।
- स्टैंडिंग पोज, हल्के हिप-ओपनर, वॉल सपोर्ट के साथ स्ट्रेच और प्रेग्नेंसी-सेफ योगासन दूसरे ट्राइमेस्टर में बेहद उपयोगी होते हैं।
- ये न केवल शरीर को एक्टिव रखते हैं, बल्कि बढ़ते वजन के कारण होने वाली असहजता और कमर दर्द को भी कम करते हैं।
- इस समय प्रेग्नेंट महिलाओं को योगा करते समय सपोर्ट, जैसे कि कुर्सी, वॉल या योगा ब्लॉक्स का उपयोग करना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: हाई रिस्क प्रेग्नेंसी का खतरा बढ़ा सकती हैं ये 5 गलतियां, न करें नजरअंदाज

3. तीसरे ट्राइमेस्टर में योग - Yoga in the third trimester
प्रेग्नेंसी के आखिरी तीन महीनों में पेट काफी बड़ा हो जाता है और महिला को कई बार चलने-फिरने में भी असहजता होती है। इस चरण में योग का उद्देश्य शरीर को आराम देना, नींद में सुधार करना और डिलीवरी के लिए मानसिक रूप से तैयार करना होना चाहिए। डॉ. शिल्पा कहती हैं, ''तीसरे ट्राइमेस्टर में सबसे जरूरी है आरामदायक आसन चुनना और शरीर को ओवरस्ट्रेन न करना।''
डॉक्टर की सलाह
हर प्रेग्नेंट महिला का शरीर और परिस्थितियां अलग होती हैं। इसलिए योगा शुरू करने से पहले अपनी गायनेकोलॉजिस्ट या डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। सुरक्षित आसन और शरीर के संकेतों को समझते हुए किया गया योग मां और बच्चे दोनों के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। यदि सही तरीके से किया जाए, तो योग हेल्दी और सुरक्षित प्रेग्नेंसी का एक जरूरी हिस्सा बन सकता है।
All Images Credit- Freepik
यह विडियो भी देखें
FAQ
प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं?
सुबह की उल्टी, थकान, पीरियड न आना, हल्का पेट दर्द, मूड स्विंग, बार-बार पेशाब आना और स्तनों में बदलाव शुरुआती लक्षण माने जाते हैं।क्या प्रेग्नेंसी में ट्रैवल करना सुरक्षित है?
पहली और आखिरी तिमाही में लंबे ट्रैवल से बचना बेहतर है। दूसरी तिमाही ट्रैवल के लिए सबसे सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन डॉक्टर की सलाह जरूर लें।क्या प्रेग्नेंसी में एक्सरसाइज की जा सकती है?
हल्की एक्सरसाइज जैसे वॉकिंग, प्रीनेटल योगा, ब्रीदिंग एक्सरसाइज सुरक्षित हैं लेकिन कोई भी नया वर्कआउट शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
Read Next
प्रेग्नेंसी के दौरान मॉर्निंग सिकनेस से राहत के लिए कौन-सी जड़ी बूटियां फायदेमंद है? डॉक्टर से जानें
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Nov 20, 2025 15:00 IST
Published By : Akanksha Tiwari