जिंक (Zinc) जिसे जस्ता भी कहा जाता है एक महत्वपूर्ण मिनरल है। यह शरीर में इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने, घावों को भरने, गर्भावस्था, बच्चों के विकास के साथ ही किशोरावस्था के दौरान बच्चों के विकास में एक अहम भूमिका निभाता है। जब आपके शरीर को भोजन से पर्याप्त मात्रा में जिंक नहीं मिलता है तो इससे शरीर में जिंक की कमी (Zinc Deficiency In Hindi) हो जाती है। जिंक की बच्चों में अधिक देखने को मिलती है। यह बच्चों के स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित कर सकती है। अब सवाल यह है कि आप बच्चों में जिंक की कमी का पता कैसे लगा सकते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है? इस लेख में हम होम्योपैथिक चिकित्सक और लाइफकेयर होम्योपैथी क्लीनिक की फाउंडर डॉ. कुशा (Dr. Kusha) से जानेंगे बच्चों में जिंक की कमी के लक्षण और इससे बचने के उपाय (Zinc Deficiency In Children Symptoms And Treatment In Hindi)।
बच्चों में जिंक की कमी के लक्षण (Zinc Deficiency In Children Symptoms In Hindi)
डॉ. कुशा बताती हैं जब बच्चों में जिंक की कमी (Zinc Deficiency In Children In Hindi) होती है तो बच्चों में इसके कई संकेत और लक्षण देखने को मिलते हैं, जो आपके बच्चों की सेहत को कई तरह से प्रभावित कर सकते हैं जैसे:
- भूख कम लगना
- कमजोर इम्युनिटी
- बार-बार सर्दी-जुकाम और संक्रमण होना
- बच्चों का धीमा विकास
- वजन और लंबाई नहीं बढ़ना
- बहुत सुस्ती महसूस करना
- मेमोरी कमजोर होना
- एकाग्रता में कमी
- बाल झड़ना
- चोट के घाव देर से भरना
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जिंक की कमी से बचने के उपाय (How To Avoid Zinc Deficiency In Hindi)
बच्चों में जिंक की कमी न हो इसके लिए आपको सबसे पहले जिंक की कमी के कारण (Causes Of Zinc Deficiency In Hindi) के बारे में जानना जरूरी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो जब आप पर्याप्त मात्रा में जिंक से भरपूर फूड्स (Zinc Rich Foods In Hindi) का सेवन नहीं करते हैं तो इसके चलते आपके शरीर को जरूरत के अनुसार जिंक नहीं मिल पाता है, ज्यादा समय तक ऐसा होने पर शरीर में जिंक की कमी हो जाती है। डॉ. कुशा बताती हैं कि "जिंक प्रजनन अंगों और मस्तिष्क के सामान्य विकास और शारीरिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही यह शरीर में इम्यून सिस्टम और कई अन्य प्रक्रियाओं के सामान्य कामकाज में भूमिका निभाता है। हाल ही में, जिंक की कमी को विकास में कमी, सर्दी और संक्रमण में वृद्धि, कमजोर मेमोरी से जोड़ा गया है। लेकिन अच्छी बात यह है कि विभिन्न प्रकार के जिंक से भरपूर फूड्स को डाइट में शामिल करके पर्याप्त मात्रा में जिंक प्राप्त किया जा सकता है।
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जिंक की कमी से बचने के लिए खाएं ये जिंक से भरपूर फूड्स (Zinc Rich Foods For Zinc Defeciency In Hindi)
- बीज: कद्दू के बीज और तिल में जिंक की मात्रा बहुत अधिक होती है और यह बच्चों के लिए जिंक का सबसे अच्छा स्रोत है। अपने दैनिक भोजन में इन बीजों का उपयोग करने से निश्चित रूप से मदद मिलनी चाहिए।
- नट्स: बादाम, काजू, तिल, मूंगफली और अखरोट।
- अनाज: बाजरा, जौ, ज्वार, रागी जैसे साबुत अनाज जिंक से भरपूर होते हैं।
- फलियां (Legumes): अगर आप जिंक की पर्याप्त मात्रा वाले पौधे आधारित खाद्य पदार्थ ढूंढ रहे हैं, तो अपने आहार में फलियां शामिल करें। चना, बीन्स और दाल जैसी फलियां जिंक का अच्छा स्रोत हैं।
- काजू: काजू जिंक, कॉपर, विटामिन के, विटामिन ए और फोलेट से भरपूर होता है।
- मशरूम: मशरूम में कैलोरी कम होती हैं और विटामिन ए, सी, ई और आयरन जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं।
- दूध से बने उत्पाद: दूध और दही न केवल कैल्शियम के समृद्ध स्रोत हैं बल्कि इनमें काफी मात्रा में जिंक भी होता है। वे आपकी हड्डियों, दांतों की मजबूती और विकास के लिए बहुुत अच्छे हैं।
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अगर आपको अपने बच्चों में उपरोक्त लक्षण दिखाई देते हैं, तो इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि वे जिंक की कमी से जूझ रहे हैं। अपने बच्चों के दैनिक आहार में इन ऊपर सुझाए गए साधारण फूड्स को शामिल करने से जिंक की कमी से बचने में मदद मिल सकती है।
(With Inputs : Dr. Kusha (BHMS and PG-HOM.), Founder- Lifecare Homeopathy Clinic)