Measles in Children: खसरा एक वायरल इंफेक्शन है। खसरा की बीमारी संक्रमित व्यक्ति के बलगम या लार के संपर्क में आने से फैल सकती है। इतना ही नहीं खसरा रोग संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने के कारण हवा में भी फैल सकता है, इससे कोई दूसरा व्यक्ति संक्रमित हो सकता है। खसरे को अंग्रेजी में मीजल्स (Measles Meaning in Hindi) कहा जाता है। खसरा रोग किसी भी आयु वर्ग के लोगों को हो सकता है। आज हम आपको बच्चों में होने वाले खसरा रोग के बारे में बताने जा रहे हैं। चलिए कामिनेनी अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कंचन एस चन्नावर (Dr Kanchan S Channawar, Senior Pediatrician - Kamineni Hospitals) से जानते हैं बच्चों में खसरा रोग के लक्षण, कारण और इलाज (Measles in Children Symptoms Causes)-
बच्चों में खसरा के लक्षण (Measles in Children Symptoms)
खसरा वायरस के संपर्क में आने के 4-5 दिन बाद बच्चे में खसरा के लक्षण नजर आ सकते हैं। यह एक गंभीर रोग होता है, इसलिए आपको इसके लक्षणों को इग्नोर नहीं करना चाहिए।
1. खांसी और बुखार
खसरा रोग होने पर किसी भी बच्चे में खांसी और बुखार जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। इसलिए अगर बच्चे को लंबे समय से खांसी और बुखार हो, तो इस नजरअंदाज न करें। इस स्थिति में 104°F तक बुखार हो सकता है।
2. आंखों का लाल होना
बच्चों की आंखों का लाल होना भी खसरा रोग का एक लक्षण हो सकता है। वैसे तो प्रदूषण, धूम-मिट्टी के वजह से भी आंखें लाल हो सकती है। लेकिन अगर लंबे समय तक आंखों में रेडनेस रहे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इस स्थिति में आंखें प्रकाश के प्रति भी संवेदनशील हो जाती हैं।
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3. मांसपेशियों में दर्द होना
बच्चों में मांसपेशियों में दर्द होना सामान्य नहीं होता है। ऐसे में अगर आपका बच्चा लंबे समय से शरीर में दर्द की शिकायत कर रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें।
4. त्वचा पर चकत्ते पड़ना
त्वचा पर चकत्ते पड़ना खसरा रोग का एक आम लक्षण होता है। त्वचा पर लाल चकत्ते, त्वचा पर खुजली और सूजन जैसा महसूस हो सकता है।
इसके अलावा गले में खराश, मुंह में सफेद धब्बे पड़ना भी खसरा रोग के लक्षण होते हैं। खसरा रोग पहले सिर पर होता है, इसके बाद यह धीरे-धीरे शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैलने लगता है। इसलिए अगर आपको खसरा रोग का इनमें से कोई भी लक्षण नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
बच्चों में खसरा के कारण (Measles in Children Causes)
- खसरे से संक्रमित व्यक्ति से शारीरिक रूप से संपर्क में आने पर खसरा रोग फैल सकता है।
- जिस व्यक्ति को खसरा रोग है, अगर वह छींकता या खांसता है, तो उसके करीब रहने वाले लोगों को खसरा फैल सकता है।
- खसरा का वायरस किसी भी वस्तु पर थोड़ी देर तक जीवित रह सकता है, इसलिए किसी भी चीज को छून के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
- खसरा रोग पेरामायक्सो वायरस प्रजाति से आने वाले वायरस के संक्रमण से फैलता है। खसरे का वायरस सबसे पहले श्वसन तंत्र को संक्रमित करता है। शुरुआत में यह कम होता है, धीरे-धीरे शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल जाता है।
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बच्चों में खसरा रोग का इलाज
खसरा रोग के लक्षणों को देखकर डॉक्टर खसरा रोग की पहचान करते हैं। त्वचा पर चकत्ते, खांसी, गले में खराश और मांसपेशियों में दर्द बच्चों में खसरा रोग के लक्षण होते हैं। इस स्थिति में डॉक्टर विटामिन ए सप्लीमेंट, मांसपेशियों के दर्द से राहत दिलाने वाली दवाइयों को प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। खसरा रोग से बचने के लिए टीकाकरण जरूर होता है।6 महीने से कम उम्र के बच्चों को खसरे का टीका लगाया जा सकता है।
- खसरा संक्रमित बच्चे को हाइड्रेटेड रखना जरूरी होता है। बैलेंस डाइट का भी ध्यान रखना पड़ता है। इसके लिए आप नारियल पानी, जूस आदि का सेवन कर सकते हैं।
- बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट का बैलेंस होना जरूरी होता है। इसके लिए आप पानी में इलेक्ट्रोलाइट सॉल्यूशन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- खसरा के दौरान त्वचा पर होने वाले चकत्तों में आराम पाने के लिए आप नहाने के पानी में नीम की पत्तियां डाल सकते हैं।
अगर आपके बच्चे में भी खसरा रोग का कोई लक्षण नजर आए, तो आपको इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इससे रोग गंभीर रूप ले सकता है, शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है।