आपकी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करता है आपका 'बॉडी क्लॉक': स्टडी

हाल में हुए एक अध्ययन के अनुसार, आपके बॉडी क्‍लॉक आपकी प्रतिरक्षा तंत्र को प्रभावित करती है। यानि कि आपका स्वास्थ्य अन्य कारकों के साथ शरीर की सर्कैडियन पर भी निर्भर करता है।
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आपकी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करता है आपका 'बॉडी क्लॉक': स्टडी


क्या आपकी प्रतिरक्षा आपकी सेहत पर भारी पड़ती है? क्या आप पर मौसमी सर्दी और फ्लू का असर जल्‍दी पड़ता है? अगर हां, तो यह हालिया अध्ययन के अनुसार आपके शरीर या नींद के चक्र के कारण हो सकता है। जी हां क्‍योंकि शारीरिक रूप से सक्रियता और खानपान के अलावा, आपका बॉडी क्‍लॉक भी आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए जिम्मेदार होता है। आपके शरीर की सर्कैडियन रिदम शरीर के प्रतिरक्षा-संबंधी कार्यों को प्रभावित कर सकता है। जिसका अर्थ है कि बॉडी क्‍लॉक आपकी प्रतिरक्षा को भी बाधित कर सकती है। इसलिए किसी भी व्यक्ति को स्वस्थ खानपान, एक्‍सरसाइज के साथ अपने सोने व उठने के समय को सही करना जरूरी है। क्‍योंकि आपकी स्‍लीपिंग साइकिल का भी असर पड़ता है। 

अध्‍ययन के अनुसार 

डगलस मेंटल हेल्थ यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट और कनाडा में यूनिवर्सिट डी मॉन्ट्रियल ने चूहों की जांच की कि क्या बॉडी क्‍लॉक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को प्रभावित करती हैं। जिसमें कि “अध्ययन प्रोफेसर नथाली लैब्रेक ने बताया कि दिन के निश्चित समय में टी-कोशिकाओं के सक्रिय होने का खतरा अधिक होता है। इसलिए उन तंत्रों की पहचान करना जिनके माध्यम से जैविक घड़ी टी-सेल प्रतिक्रिया को नियंत्रित करती है, हमें इष्टतम टी-सेल प्रतिक्रियाओं को विनियमित करने वाली प्रक्रियाओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगी। ”

सिर्फ इम्युनिटी ही नहीं, बल्कि बॉडी क्लॉक का सेल्फ-ड्राइव मैकेनिज्म जैसे सांस, भूख, शरीर का तापमान और दिल की धड़कन पर भी असर पड़ता है। इस अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं ने आनुवांशिक रूप से चूहों के एक समूह को, उनमें से कुछ विशिष्ट जीनों को बंद कर दिया, जो माना जाता है कि वे बॉडी क्‍लॉक की निगरानी करते हैं और इन जीनों को दूसरे समूह में स्वाभाविक रूप से रखते हैं। टीम ने इन दोनों समूहों से चूहों को एक टीका बनाया ताकि उनमें एक प्रतिरक्षा तंत्र को ट्रिगर किया जा सके।

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प्रोफेसर निकोलस सेरामेकियन ने कहा "एक माउस वैक्सीन मॉडल का उपयोग करते हुए, पाया गया कि टीकाकरण के बाद, सीडी 8 टी-सेल प्रतिक्रिया की ताकत दिन के समय के अनुसार भिन्न होती है,।" 

शोधकर्ताओं ने बताया कि सर्कैडियन रिदम या बॉडी क्‍लॉक मानव आंतरिक प्रणाली के कई पहलुओं को प्रभावित करता है। हालांकि, वे अभी भी अध्ययन करने की कोशिश कर रहे हैं कि बॉडी क्‍लॉक का हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में कैसे मदद करती है। इस अध्ययन के साथ, उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि सीडी 8 टी प्रतिरक्षा कोशिकाएं, जो हमारे शरीर में संक्रमण से लड़ने के लिए और कैंसर के ट्यूमर का इलाज करने के लिए पूरे दिन में अलग-अलग समय पर अलग-अलग डिग्री के साथ काम करती हैं। रात की शिफ्ट के मजदूरों की बॉडी क्लॉक सबसे ज्यादा प्रभावित होती है।

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प्रोफेसर सेरमैकियन ने बताया, इसके विपरीत, उन चूहों में जिनकी सीडी 8 टी-कोशिकाएं घड़ी के जीन के लिए कमी थीं, इस सर्कैडियन रिदम को समाप्त कर दिया गया था और टीके की प्रतिक्रिया दिन में कम हो गई थी। 

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