दिल्ली और आप पास के इलाकों में बढ़ता वायु प्रदूषण लोगों के लिए मुसीबत बन रहा है। इस खराब वायु में लोग कई परेशानी का सामना कर रहें हैं। किसी को गले में दर्द, तो किसी को खांसी की समस्या। ऐसे में इस खराब प्रदूषण से बचने का तरीका है योग। योग शरीर को कई तरह की परेशानी से दूर रखने में मदद करता है साथ ही कई बीमारियों से छुटकारा भी दिलाता है। योग करने से नाड़ी शुद्ध हो जाती है जिससे शरीर में जमी खराब चाजें बहार आती है। ऐसे में आप इन योग और प्राणायाम के मध्याम से वायु पदूषण से अपना चाव कर सकते हैं।
अनुलोम विलोम प्राणायाम
अनुलोम विलोम प्राणायाम करने के लिए नाक की एक छिद्र से सांस खींचें और दूसरी और से निकाले। इसी तरह से दोनों साइड से करना होता है। हर रोज इस योग को आप 4-5 मिनट जरूर करें इससे फेफडेड शाक्तिशाली बनते हैं और नाड़ी बी शुध्द होती
इसे भी पढ़ें : मत्स्यासन से दूर करें सांस और पेट की बीमारी, जानिए इसे करने का सही तरीका
इसके फायदे
- अनुलोम विलोम प्राणायाम करने से शरीर को जल्दी कोई बीमारी नहीं लगती।
- तनाव और डिप्रेशन से दूर रहते हैं।
- अनुलोम विलोम करने से दिल भी सेहतमंद रहता है।
- अनुलोम विलोम करने से वजन घटाया जा सकता है।
- पचन तंत्र सही रखने में मददगर है अनुलोम विलोम।
कपालभाति प्राणायाम
कपालभाति प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले आप पालथी लगाकर बैठ जाए। कपालभाति प्राणायाम करने के लिए सांस को अंगर की ओर खीचें और सांस को नाक से बहार फेंके। इसी तरह से इसे तेज तेज करना होता है।कपालभाति प्राणायाम करने से मन को शांती मिलती है, खून शुध्द होता है और खूम में ऑक्सीजन की मात्रा भी बढ़ती है।
कपालभाति प्राणायाम के फायदे
- कपालभाति प्राणायाम करने से फेफड़े मजबूत होतें है।
- चेहरे से झुर्रियां खत्म होगी।
- आंखों के लिए फायदेमंद होता है कपालभाति प्राणायाम।
- शरीर से चर्बी कम करता है कपालभाति प्राणायाम ।
- कब्ज, गैस, एसिडिटी की समस्या में लाभकारी कपालभाति प्राणायाम।
भस्त्रिका प्राणायाम
भस्त्रिका प्राणायाम का अर्थ होता है धौंकनी। भस्त्रिका प्राणायाम को तेजी से करना होता है। इस आसन को करने से पेट की चर्बी कम होती, फेफडों को मजबूती मिलती है।
भस्त्रिका प्राणायाम के फायदे
चर्बी कम करें
भस्त्रिका प्राणायाम करने से पेट की चर्बी कम होती है, इसके लिए रोजाना इस आसन को करना चाहिए।
भूख बढ़ाने के लिए मददगर
भस्त्रिका प्राणायाम करने से भूख में बढ़ावा होता है।
नाड़ी प्रवाह के लिए उत्तम
यह प्राणायाम नाड़ी प्रवाह को शुद्ध करता है।
कुंडलिनी जागरण में सहायक
यह तीन ग्रंथियों ब्रह्मग्रंथि, विष्णुग्रंथि और रुद्रग्रंथि को तोड़ने के लिए प्राण को सक्षम बनाता है।
श्वास समस्या दूर करना
यह श्वास से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए सबसे अच्छा प्राणायाम है।
इसे भी पढ़ें : Yoga For Sleep: बिस्तर पर जाने से पहले योगा करने से मिलते हैं कई फायदे, नींद की गुणवत्ता भी होगी अच्छी
योग करने से कई बीमारियों को दूर रखा जा सकता है, वहीं बढ़ते इस प्रदूषण से बचाव के लिए भी योग करना फायदेमंद होगा।
Read More Article On Yoga In Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version