एड़ियों के दर्द को दूर करने में फायदेमंद है इन 5 योगासनों का अभ्यास, जानें करने का सही तरीका

एड़ियों में दर्द की समस्या से निजात पाने के लिए योगासनों का नियमित अभ्यास फायदेमंद माना जाता है, आप इन योगासनों का अभ्यास कर इस समस्या से बच सकते हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
एड़ियों के दर्द को दूर करने में फायदेमंद है इन 5 योगासनों का अभ्यास, जानें करने का सही तरीका

शरीर और मन को स्वस्थ और फिट रखने के लिए योग का अभ्यास हजारों सालों से किया जा रहा है। योग के फायदों को देखते हुए आज पूरी दुनिया में इसका प्रसार हो रहा है। योग का नियमित अभ्यास मन और शरीर को जागृत, स्वस्थ और रोगमुक्त रखने के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। आज के समय में आधुनिक जीवनशैली, खानपान और फिटनेस के लिए पर्याप्त रूप से शारीरिक मेहनत न करने की वजह से लोग तमाम व्याधियों से पीड़ित रहते हैं। लेकिन शरीर की सभी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शरीर के किसी भी अंग या हिस्से में हो रहे दर्द की समस्या से निजात पाने के लिए भी योग का अभ्यास किया जाता है। अगर आप एड़ियों के दर्द से परेशान हैं तो योगासनों का नियमित अभ्यास करके आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आज इस लेख में हम आपको अतने जा रहे हैं कुछ ऐसे ही योगासनों के अभ्यास के बारे में जिनका नियमित अभ्यास कर आप एड़ियों में दर्द की समस्या से निजात पा सकते हैं।

एड़ियों में दर्द से निजात पाने के लिए योगासन (Yoga Asanas to Cure Heel Pain)

Yoga-Asanas-to-Cure-Heel-Pain

एड़ियों में दर्द की समस्या कई वजहों से हो सकती है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए ज्यादातर लोग दवाओं का सेवन करते हैं। लेकिन अगर वाकई में इस समस्या से छुटकारा पाना है तो इसके लिए योग का नियमित अभ्यास बेहद फायदेमंद माना जाता है। प्लांटर फैसीसाइटिस जैसे रोगों में भी इन योगासनों का अभ्यास फायदेमंद होता है। एड़ियों के दर्द की समस्या में फायदेमंद इन योगासनों के नियमित अभ्यास से शरीर को तमाम फायदे मिलते हैं।

1. एड़ियों के दर्द की समस्या में मालासन का अभ्यास (Malasana or Garland Pose to Cure Heel Pain)

एड़ियों में दर्द की समस्या से छुटकारा पाने के लिए नियमित रूप से मालासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है। मालासन शब्द संस्कृत भाषा के दो शब्दों से मिलकर बना है। पहला शब्द माला है जिसका अर्थ गले में पहनने वाले माला से है और दूसरा शब्द आसन को परिलक्षित करता है। इस प्रकार से जब हम मालासन का अभ्यास करते हैं तो हमारे हठ गले पर इस प्रकार से रहते हैं जैसे गले में माला पहनी हो। यह आसन शरीर को स्वस्थ और फिट रखने के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। मालासन का नियमित अभ्यास करने से पैरों को बहुत फायदा मिलता है और एड़ियों के दर्द की समस्या में यह आसन बहुत फायदेमंद होता है।

इसे भी पढ़ें : घुटनों को मजबूत बनाने के लिए रोजाना करें इन 5 योगासनों का अभ्यास, मिलेगा फायदा

Yoga-Asanas-to-Cure-Heel-Pain

मालासन का अभ्यास करने का तरीका (How to Do Malasana or Garland Pose?)

  • मालसन का अभ्यास करने के सबसे पहले किसी साफ और हवादार जगह पर योगा मैट पर खड़े हो जाएं।
  • अब ताड़ासन की मुद्रा में खड़े हों।
  • इसके बाद अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखते हुए पेट को अंदर की तरफ ले जाएं।
  • गहरी साँस लेते हुए दोनों कंधों को ऊपर की तरफ ले जाएं और सांस छोड़ें।
  • अब अपने दोनों हाथों को प्रणाम की मुद्रा में लेकर आएं।
  • अब गहरी सांस लें और सांसों को छोड़ते हुए धीरे-धीरे घुटनों के बल बैठ जाएं।
  • बैठने के बाद अपनी जांघों को धीरे-धीरे बाहर की तरफ फैलाएं।
  • अब अपने धड़ को जांघों के बीच में ले जाएं।
  • दोनों हाथों की कुहनियों को जांघों के अंदरूनी भाग पर टिका दें।
  • अब अपनी बाहों को फैलाते हुए एड़ियों को पकड़ें।
  • कुछ देर तक इसी मुद्रा में रहें और फिर सामान्य मुद्रा में आएं।

2. एड़ियों के दर्द में बद्ध कोणासन का अभ्यास (Baddha Konasana or Bound Angle Pose to Cure Heel Pain)

एड़ियों में दर्द की समस्या से निजात पाने के लिए बद्ध कोणासन का नियमित अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। इसे अंग्रेजी में बाउंड एंगल पोज कहते हैं। इस आसन के नियमित अभ्यास से कूल्हे, जांघ की मांसपेशियां और पेट को फायदा मिलता है। वैसे तो बद्ध कोणासन का अभ्यास करने के फायदे तो बहुत हैं लेकिन इसका नियमित अभ्यास आपको एड़ियों के दर्द की समस्या में बहुत फायदा देता है। इसे तितली आसन के नाम से भी जाना जाता है। 

इसे भी पढ़ें : गले की सभी समस्याओं में बहुत फायदेमंद हैं ये 4 योगासन, योग एक्सपर्ट से जानें करने का तरीका

Yoga-Asanas-to-Cure-Heel-Pain

बद्ध कोणासन करने का तरीका (How to Do Baddha Konasana?)

  • बद्ध कोणासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले साफ और हवादार जगह पर योगा मैट पर बैठ जाएं।
  • अब सांस को बाहर की तरफ छोड़ते हुए घुटनों को मोड़कर एड़ी को पेल्विस की तरफ ले जाएं।
  • पैरों के तलवों को एकसाथ रखते हुए घुटने को बाहर की ओर ले जाएं।
  • अब आराम से अपनी एड़ियों को पेल्विस के पास ले जाएं।
  • इसके बाद अपने दोनों पैरों के अंगूठे को दोनों हाथों से पकड़ें।
  • अब लगभग 2 से 5 मिनट तक इसी मुद्रा में रहें।
  • इसके बाद सांस लें और सामान्य मुद्रा में आएं।

3. उष्ट्रासन का अभ्यास (Ustrasana or Camel Pose)

एड़ियों के दर्द की समस्या में उष्ट्रासन का नियमित अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। उष्ट्रासन शब्द संस्कृत भाषा के दो शब्दों से मिलकर बना है, पहला उष्ट्र जिसका अर्थ ऊंट है और दूसरा सन जिसका अभिप्राय आसन से है। यही कारण है कि उष्ट्रासन को अंग्रेजी में कैमल पोज कहा जाता है। उष्ट्रासन का नियमित अभ्यास करने से शरीर में लचीलापन आता है और शरीर के सभी अंगों को फायदा मिलता है। नियमित रूप से उष्ट्रासन का अभ्यास करने वाले लोगों की पाचन शक्ति बहुत मजबूत होती है। उष्ट्रासन का अभ्यास एड़ियों के दर्द में भी बहुत फायदेमंद होता है। किसी प्रकार की चोट या अन्य कारणों से एड़ियों में होने वाले दर्द की समस्या में उष्ट्रासन का अभ्यास फायदेमंद माना जाता है।

उष्ट्रासन करने का तरीका (How to Do Ustrasana?)

Yoga-Asanas-to-Cure-Heel-Pain

  • उष्ट्रासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर बैठ जाएं।
  • अब अपने घुटनों के सहारे बैठें और दोनों हाथों को कूल्हों पर टिका लें।
  • इसके बाद अपने घुटनों को कंधे के सामानांतर रखें और तलवों को ऊपर की तरफ रखें।
  • अब सांस अंदर की तरफ खींचते हुए रीढ़ की हड्डी को नीचे की तरफ अंदर लेकर जाएं।
  • इस दौरान गर्दन पर दबाव न दें और सीधे बैठे रहें।
  • कुछ देर तक इस स्थिति में रहें और फिर वापस आ जाएं।

इन योगासनों का नियमित अभ्यास कर आप एड़ियों में दर्द और पैरों से जुड़ी कई अन्य समस्या में फायदा पा सकते हैं। अगर आप इन योगासनों का अभ्यास शुरुआत में करने जा रहे हैं तो किसी योग एक्सपर्ट या चिकित्सक की देखरेख में करें। इसका अभ्यास सही तरीके से करने पर ही फायदा मिलेगा।

Read More Articles on Yoga in Hindi

Read Next

घुटनों को मजबूत बनाने के लिए रोजाना करें इन 5 योगासनों का अभ्यास, मिलेगा फायदा

Disclaimer